Tips To Fulfill Post Pregnancy Nutritional Deficiencies In Hindi: ज्यादातर महिलाएं प्रेग्नेंसी के दौरान अपना विशेष ध्यान रखती हैं। जबकि प्रेग्नेंसी के बाद यानी डिलीवरी हो जाने के बाद अपनी डाइट का ध्यान नहीं रखती हैं। जबकि, ऐसा किया जाना बिल्कुल गलत है। डिलीवरी के बाद महिलाओं को और भी ज्यादा केयर की आवश्यकता होती है। ऐसा इसलिए, क्योंकि डिलीवरी के बाद महिलाओं का शरीर काफी कमजोर हो जाता है। ऐसे में वे अक्सर थकान से भरी रहती हैं। इस स्थिति में अक्सर महिलाओं को पर्याप्त पोषक तत्व नहीं मिले, तो उन्हें रिकवरी में देरी हो सकती है। विशेषज्ञों की मानें, तो डिलीवरी के बाद महिलाओं का काफी खून बह जाता है। इस वजह से उन्हें आयरन की कमी हो सकती है। इसके अलावा, विटामिन-डी, कैल्शियम और ओमेगा-3 फैटी एसिड जैसे पोषक तत्व की मात्रा में भी घट जाती है। सवाल है, इनकी भरपाई कैसे की जा सकती है? यहां हम आपको वृंदावन और नई दिल्ली स्थित मदर्स लैप आईवीएफ सेंटर की चिकित्सा निदेशक, स्त्री रोग और आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. शोभा गुप्ता की मदद से बता रहे हैं कि प्रेग्नेंसी के बाद महिलाएं पोषक तत्वों की कमी को पूरा कैसे करें।
प्रेग्नेंसी के बाद महिलाएं पोषक तत्वों की कमी कैसे पूरा करें- What Are The Nutrition Tips For Postpartum Care In Hindi
आयरन इनटेक बढ़ाएं
प्रेग्नेंसी के बाद महिलाओं का काफी खून बह जाता है। अगर डिलीवरी के बाद महिलाओं ने अपनी डाइट पर ध्यान नहीं दिया और आयरन की मात्रा को नहीं बढ़ाया, तो ऐसे में महिला को एनीमिया हो सकता है। ध्यान रखें कि एनीमिया से पीड़ित महिला के लिए अपने बच्चे को स्तनपान कराना काफी चुनौतीपूर्ण हो सकता है। इसलिए, उन्हें डाइट में आयरन युक्त खाद्य पदार्थ शामिल करने चाहिए। अगर ब्लड लॉस ज्यादा हुआ है, तो बेहतर है कि एक्सपर्ट की सलाह पर आयरन सप्लीमेंट भी ले सकते हैं।
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विटामिन-डी लें
प्रेग्नेंसी के दौरान अक्सर महिलाएं अपना ज्यादा से ज्यादा समय घर के अंदर रहती हैं। वहीं, डिलीवरी के बाद भी करीब 40 दिनों तक महिला अपना सारा समय एक ही कमरे में बिताती हैं। इस स्थिति में अक्सर उन्हें विटामिन-डी की कमी हो जाती है। ध्यान रखें कि विटामिन-डी की कमी के कारण हड्डियों और मासंपेशियों का कमजोर होना, थकान से भरे रहना और बार-बार मूड स्विंग होना जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं। यह कंडीशन स्तनपान करा रही महिलाओं के लिए सही नहीं होती है। इसलिए, उन्हें चाहिए कि विटामिन-डी की कमी को पूरा करने के लिए सूरज की रोशनी के संपर्क में आएं। साथ ही, इम्यूनिटी में सुधार करने के लिए दूध और दूध से बने पोडक्ट का सेवन अधिक मात्रा में करें।
कैल्शियम खाएं
कई बार महिलाओं की डिलीवरी प्री-मैच्योर होती है या डिलीवरी के दौरान कई सारी जटिलताएं होती है। ऐसा होने के कारण महिलाओं में कैल्शियम की कमी हो सकती है। खून में कैल्शियम के स्तर में कमी को हाइपोकैल्सीमिया के नाम से जाना जाता है। स्तनपान करा रही महिला के लिए यह बिल्कुल सही नहीं है। कई बार किसी दवा के प्रभाव के कारण भी यह स्थिति पैदा हो सकती है। ऐसा होने पर जरूरी है कि महिलाएं कैल्शियम का इनटेक बढ़ाएं।
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प्रेग्नेंसी के बाद महिलाएं रिकवरी के कैसी डाइट लें
- अपनी डाइट में नॉन-प्रोसेस्ड फूड शामिल करें। साबुत अनाज आपके स्वास्थ्य के लिए हेल्दी होते हैं।
- शुगरी प्रोडक्ट से जितना संभव हो, दूर रहें। प्रेग्नेंसी के बाद रिकवरी के लिए जंक फूड भी सही नहीं होते हैं।
- अपनी डाइट में तरह-तरह की चीजें शामिल करें। मौसमी फल और सब्जियां जरूर खाएं।
- प्रेग्नेंसी के बाद रिकवरी के लिए तरह-तरह की दालों का सेवन करना फायदेमंद हो सकता है।
- अगर आप नॉन-वेज खाती हैं, तो ऑयली फिश खाना स्वास्थ्य के लिए लाभकारी हो सकता है।
- विटामिन-डी के सप्लीमेंट जरूर लें। इससे रिकवरी में तेजी आती है। समय-समय पर सभी टेस्ट भी करवाएं।