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थायराइड टेस्‍ट की जरूरत कब और क्यों होती है? जानें डॉक्‍टर की राय

थायराइड टेस्ट की मदद से थायराइड ग्रंथ‍ि की असामान्‍यता का पता लगाया जा सकता है। थायराइड ग्रंथ‍ि में बदलाव आने से शरीर पर इसका असर पड़ सकता है।
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थायराइड टेस्‍ट की जरूरत कब और क्यों होती है? जानें डॉक्‍टर की राय


हमारे शरीर में थायराइड ग्रंथ‍ि मौजूद होती है। यह गले के सामने मौजूद होती है। यह ग्रंथ‍ि, मेटाबॉलि‍ज्‍म को कंट्रोल करती है, इससे हार्मोन्‍स का संतुलन बना रहता है, शरीर की एनर्जी का पता चलता है, मानस‍िक स्‍वास्‍थ्‍य पर भी इसका असर देखने को म‍िलता है। अगर यह ग्रंथ‍ि कम या ज्‍यादा हार्मोन बनाती है, तो स्‍वास्‍थ्‍य पर बुरा असर पड़ सकता है। डॉक्‍टर यह मानते हैं क‍ि हर रूटीन चेकअप में थायराइड की जांच को शाम‍िल करना चाह‍िए। लेक‍िन लोग इसे अक्‍सर नजरअंदाज कर देते हैं ज‍िससे थायराइड का लेवल असामान्‍य हो जाता है। इससे बचने के ल‍िए समय पर थायराइड टेस्‍ट करवाना जरूरी है। इस लेख में हम जानेंगे क‍ि थायराइड टेस्‍ट की जरूरत कब और क्‍यों पड़ती है। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने लखनऊ के केयर इंस्‍टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फ‍िजिश‍ियन डॉ सीमा यादव से बात की।

थायराइड टेस्‍ट की जरूरत क्यों होती है?- Why Thyroid Test is Required

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  • थायराइड टेस्‍ट (Thyroid Test) की मदद से थायराइड हार्मोन (टीएसएच, टी3 और टी4) के लेवल का पता लगाने में मदद म‍िलती है।
  • समय पर थायराइड टेस्‍ट करवाने से पीसीओएस, बांझपन, हार्ट की बीमारी जैसी समस्‍याओं में भी मदद म‍िलती है।
  • अमेरिकन थायराइड एसोसिएशन (American Thyroid Association) के मुताब‍िक, टीएसएच टेस्ट थायराइड असंतुलन- हाइपोथायरॉयडिज्म (हार्मोन की कमी) और हाइपरथायरॉयडिज्म (हार्मोन का ज्‍यादा होना) का प्रारंभिक संकेत हो सकता है।

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थायराइड टेस्‍ट की जरूरत कब पड़ती है?- When Thyroid Test is Required

  • इन सभी स्‍थ‍ित‍ियों में डॉक्‍टर की सलाह लेकर थायराइड टेस्‍ट करवाया जाता है-
  • अगर आपके परि‍वार में थायराइड का इत‍िहास है, तो आपको थायराइड टेस्‍ट जरूर करवाना चाह‍िए।
  • अगर आप हार्मानल थेरेपी ले रहे हैं या आपको ऑटोइम्‍यून ड‍िसऑर्डर है, तो भी आपको थायराइड टेस्‍ट करवाना चाह‍िए।
  • ज‍िन लोगों की उम्र 40 साल या उससे ज्‍यादा है, उन्‍हें अपने रूटीन चेकअप में थायराइड टेस्‍ट को भी शाम‍िल करना चाह‍िए।
  • अगर आपका वजन तेजी से बढ़ रहा है, तो अन्‍य जांच के साथ डॉक्‍टर थायराइड टेस्‍ट करवाने की सलाह भी देते हैं।
  • प्रेग्‍नेंसी के दौरान थायराइड टेस्‍ट क‍िया जाता है।
  • ड‍िलीवरी के बाद और मेनोपॉज के समय भी थायराइड लेवल की जांच की जाती है।
  • अगर आपको अन‍िद्रा की समस्‍या, हेयर फॉल, ड्राई स्‍क‍िन, कमजोर नाखून, मूड में बदलाव, वजन का घटना जैसे लक्षण नजर आते हैं, तो भी डॉक्‍टर थायराइड टेस्‍ट करवाने की सलाह दे सकते हैं।
  • शरीर में हार्मोनल असंतुल‍न की स्‍थ‍ित‍ि में डॉक्‍टर थायराइड टेस्‍ट करते हैं।

न‍िष्‍कर्ष:
अगर आपके शरीर में क‍िसी भी तरह के असामान्‍य बदलाव द‍िखें या महसूस हों, तो डॉक्‍टर से सलाह लेना न भूलें। समय-समय पर थायराइड टेस्‍ट करवाते रहना चाह‍िए।

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