हममें से ज्यादातर लोग दांतों और मसूड़ों की देखभाल ब्रश और माउथवॉश तक सीमित रखते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आपके मुंह में लाखों की संख्या में मौजूद बैक्टीरिया आपकी सेहत को कितना प्रभावित कर सकते हैं? दांतों और मसूड़ों की समस्याएं सिर्फ दर्द या बदबू तक सीमित नहीं रहतीं, ये हार्ट डिजीज़, डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा भी बढ़ा सकती हैं। लखनऊ के इन्दिरा नगर में स्थित शेखर डेंटल क्लीनिक के डॉ अनुभव श्रीवास्तव ने बताया कि ओरल बैक्टीरिया टेस्ट एक ऐसा आसान टेस्ट है जिससे मुंह में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया का पता लगाया जा सकता है। यह टेस्ट यह भी बताता है कि आपके मुंह में किस तरह के बैक्टीरिया ज्यादा एक्टिव हैं और वे आपकी सेहत को कैसे नुकसान पहुंचा सकते हैं। यह खासतौर पर उन लोगों के लिए जरूरी है जिन्हें बार-बार मसूड़ों से खून आना, सांसों में बदबू या दांतों की सड़न की समस्या होती है। इस लेख में हम जानेंगे कि ओरल बैक्टीरिया टेस्ट क्यों जरूरी है, यह कैसे किया जाता है और यह आपकी दांतों की सेहत को कैसे बेहतर बनाने में मदद करता है।
ओरल बैक्टीरिया टेस्ट कैसे काम करता है?- How Does Oral Bacteria Test Work
ओरल बैक्टीरिया टेस्ट में डॉक्टर आपके मुंह से लार या प्लाक का सैंपल लेते हैं। इस सैंपल को लैब में जांचा जाता है ताकि यह पता चल सके कि आपके मुंह में कौन से बैक्टीरिया मौजूद हैं। यह टेस्ट उन बैक्टीरिया को भी पहचानता है जो मसूड़ों की बीमारियों या दांतों की सड़न के लिए जिम्मेदार होते हैं।
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किसे कराना चाहिए ओरल बैक्टीरिया टेस्ट?- Who Should Get Oral Bacteria Test
- जिन्हें मसूड़ों से बार-बार खून आता है।
- जिनके दांत जल्दी सड़ते हैं।
- जिनकी सांसों में लगातार बदबू रहती है।
- जिनका इम्यून सिस्टम कमजोर है।
- जिन्हें हार्ट डिजीज या डायबिटीज की फैमिली हिस्ट्री है।
ओरल बैक्टीरिया टेस्ट के फायदे- Oral Bacteria Test Benefits
- यह टेस्ट दांतों और मसूड़ों में छुपी बीमारियों को शुरुआती स्टेज में पकड़ने में मदद करता है।
- इससे आप समय रहते इलाज करवा सकते हैं और गंभीर समस्याओं से बच सकते हैं, जैसे पायरिया या दांतों का गिरना।
- मुंह में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया का पता न चलने पर ये बैक्टीरिया, खून के जरिए शरीर के अन्य हिस्सों तक पहुंच सकते हैं।
- इससे हार्ट डिजीज और डायबिटीज का खतरा बढ़ता है। ओरल बैक्टीरिया टेस्ट कराकर आप इस खतरे को समय रहते कम कर सकते हैं।
ओरल बैक्टीरिया टेस्ट कैसे होता है?- Process of Oral Bacteria Test
ओरल बैक्टीरिया टेस्ट एक आसान और दर्द रहित प्रक्रिया है। इसमें आमतौर पर ये स्टेप्स शामिल होते हैं-
- डेंटिस्ट या लैब टेक्नीशियन आपके मुंह से लार या दांतों के पास जमी प्लाक का सैंपल लेते हैं।
- यह सैंपल कॉटन स्वैब, स्पेशल ब्रश या छोटे टूल से लिया जाता है।
- सैंपल को लैब में भेजा जाता है जहां उसे माइक्रोस्कोप या जेनेटिक तकनीकों से जांचा जाता है।
- इससे यह पता चलता है कि कौन से बैक्टीरिया आपके मुंह में मौजूद हैं और उनकी मात्रा कितनी है।
- 2 से 5 दिनों में रिपोर्ट मिलती है जिसमें बताया जाता है कि बैक्टीरिया किस प्रकार के हैं।
- रिपोर्ट के आधार पर डेंटिस्ट आपकी ओरल हाइजीन रूटीन में बदलाव या किसी खास ट्रीटमेंट की सलाह देते हैं।
टेस्ट के बाद डॉक्टर क्या सलाह देते हैं?- What Do Doctors Recommend After Test
टेस्ट की रिपोर्ट के आधार पर डॉक्टर आपकी ओरल हाइजीन रूटीन में बदलाव करने की सलाह दे सकते हैं। इसके अलावा आपको एंटी-बैक्टीरियल माउथवॉश, प्रोफेशनल क्लीनिंग या खास ट्रीटमेंट की जरूरत पड़ सकती है।
ओरल बैक्टीरिया टेस्ट करवाकर आप सिर्फ अपने दांतों और मसूड़ों की सेहत ही नहीं बचाते बल्कि पूरे शरीर को गंभीर बीमारियों से बचा सकते हैं। इस टेस्ट को अपनी रेगुलर डेंटल चेकअप का हिस्सा बनाएं और हर 6-12 महीने में डॉक्टर की सलाह पर इसे जरूर कराएं।
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FAQ
ओरल बैक्टीरिया क्या होता है?
ओरल बैक्टीरिया वे छोटे जीवाणु होते हैं जो मुंह में रहते हैं।बैड बैक्टीरिया दांतों की सड़न, मसूड़ों की बीमारी और बदबू का कारण बनते हैं।मुंह के बैक्टीरिया को कैसे खत्म करें?
मुंह के बैक्टीरिया को खत्म करने के लिए दिन में 2 बार ब्रश करें, फ्लॉस करें, एंटी-बैक्टीरियल माउथवॉश का इस्तेमाल करें और हर 6 महीने में डेंटिस्ट से चेकअप कराएं।मुझे कैसे पता चलेगा कि मेरे मुंह में इंफेक्शन है?
अगर मसूड़ों से खून आए, मुंह में सूजन हो, सांसों में बदबू हो, पस दिखे या दांतों में लगातार दर्द रहे, तो ये मुंह में इंफेक्शन के संकेत हो सकते हैं इसलिए डॉक्टर से सलाह लें।