आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग अक्सर अपने स्वास्थ्य की अनदेखी कर देते हैं, खासकर मुंह की सफाई और देखभाल को लेकर। दिन की शुरुआत में जल्दी-जल्दी ब्रश करना या कभी-कभी तो ब्रश करना ही भूल जाना अब आम बात हो गई है। इसी कारण बहुत से लोग समय से पहले दांतों की समस्याएं, मसूड़ों की सूजन, बदबूदार सांस और कैविटी जैसी परेशानियों से जूझ रहे हैं। जब बात आती है मुंह की हेल्थ की, तो दो शब्द अक्सर सुनने को मिलते हैं ओरल हेल्थ और ओरल हाइजीन। हालांकि दोनों एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं, लेकिन इनमें साफ अंतर है, जिसे समझना बहुत जरूरी है। इस लेख में डॉक्टर अनिमेष वर्मा (Dr Animesh Verma, BDS, MDS MPH FMC (Germany), Director, D&D Fix Polyclinic Aliganj, Lucknow) से जानिए, ओरल हेल्थ और ओरल हाइजीन में क्या अंतर है?
ओरल हेल्थ और ओरल हाइजीन में क्या अंतर है? - Difference Between Oral Health And Hygiene
ओरल हेल्थ क्या है?
ओरल हेल्थ (Oral Health) का मतलब है मुंह, दांत, मसूड़े, जीभ और जबड़े की पूरी सेहत। इसमें यह देखा जाता है कि व्यक्ति बिना दर्द, इंफेक्शन या किसी परेशानी के खाने, चबाने, बोलने और मुस्कुराने में सक्षम है या नहीं। ओरल हेल्थ का खराब होना दिल की बीमारियों, डायबिटीज और फेफड़ों की समस्याओं से भी जुड़ा हो सकता है। इसका फोकस केवल सफाई नहीं बल्कि पूरे मुंह के संतुलित कार्य पर होता है।
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ओरल हाइजीन क्या है?
ओरल हाइजीन (Oral Hygiene) का मतलब है मुंह की सफाई और देखभाल की प्रक्रिया। इसमें दांतों को ब्रश करना, फ्लॉस करना, माउथवॉश का इस्तेमाल करना आदि शामिल होता है ताकि दांतों पर प्लाक, बैक्टीरिया और गंदगी न जमें। नियमित ब्रशिंग और फ्लॉसिंग से कैविटी, मसूड़ों की सूजन और सांसों की बदबू को रोका जा सकता है। ओरल हाइजीन, ओरल हेल्थ को अच्छा बनाए रखने का एक जरूरी हिस्सा है।
ओरल हेल्थ और ओरल हाइजीन एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं। अच्छी ओरल हाइजीन अपनाने से ही ओरल हेल्थ अच्छी रह सकती है। अगर हम नियमित सफाई की आदतें अपनाते हैं, तो दांतों और मसूड़ों की समस्याएं अपने आप कम हो जाती हैं। इसीलिए, दोनों को समझना और उन पर ध्यान देना जरूरी है।
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ओरल हेल्थ क्यों जरूरी है?
ओरल हेल्थ सिर्फ मुंह तक सीमित नहीं है। खराब दांत और मसूड़े शरीर की दूसरी समस्याओं की जड़ भी बन सकते हैं। ओरल हेल्थ केवल दांतों तक सीमित नहीं है, यह हमारे पूरे शरीर के स्वास्थ्य से जुड़ी होती है। खराब ओरल हेल्थ से कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं जैसे हार्ट डिजीज, डायबिटीज, सांस की बीमारियां और यहां तक कि कुछ कैंसर भी। मुंह से जुड़ी बीमारियां जैसे मसूड़ों में सूजन (गम डिजीज), कैविटी, मुंह के छाले आदि होने पर यह सीधे शरीर की इम्यूनिटी को प्रभावित कर सकते हैं।
ओरल हाइजीन का महत्व
मुंह को साफ और ताजगी से भरपूर रखने के लिए ओरल हाइजीन जरूरी है, इससे कैविटी नहीं बनती और सांसों में दुर्गंध नहीं आती। नियमित ब्रशिंग मसूड़ों को भी हेल्दी बनाए रखती है। वहीं बच्चों को ओरल हाइजीन की आदत बचपन से डालनी चाहिए। खराब ओरल हाइजीन से दांतों में कैविटी, प्लाक, टार्टर जम सकता है, जिससे मसूड़ों की समस्या हो सकती है। यदि ओरल हाइजीन का सही तरीके से पालन न किया जाए तो बैक्टीरिया मुंह में बढ़ते हैं और दांत खराब होने लगते हैं। इसलिए, नियमित ब्रश करना, फ्लॉस करना और मुंह साफ रखना जरूरी है।
निष्कर्ष
ओरल हेल्थ और ओरल हाइजीन दोनों ही मुंह की हेल्थ के लिए बेहद जरूरी हैं, लेकिन इनके बीच बड़ा फर्क है। जहां ओरल हेल्थ मुंह और दांतों की हेल्थ को दर्शाता है, वहीं ओरल हाइजीन इसका एक हिस्सा है जो रोजाना सफाई और देखभाल के जरिए मुंह को हेल्दी रखने का काम करती है। अच्छी ओरल हाइजीन अपनाकर हम ओरल हेल्थ को बेहतर बना सकते हैं और कई गंभीर बीमारियों से बचाव कर सकते हैं। इसलिए मुंह की देखभाल को लाइफस्टाइल का अहम हिस्सा बनाना चाहिए।
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FAQ
दांतों पर जमी गंदगी कैसे साफ करें?
दांतों पर जमी गंदगी को साफ करने के लिए नियमित रूप से दिन में दो बार ब्रश करना जरूरी है। रोजाना टूथपेस्ट का उपयोग करें और हर बार ब्रश करने के बाद कुल्ला करें। दांतों के बीच की सफाई के लिए डेंटल फ्लॉस या इंटरडेंटल ब्रश का उपयोग करें। माउथवॉश से मुंह की दुर्गंध और बैक्टीरिया कम होते हैं। यदि गंदगी जिद्दी हो, तो साल में एक बार डेंटिस्ट से स्केलिंग कराना फायदेमंद होता है।गुटके से खराब हुए दांत कैसे साफ करें?
गुटका खाने से दांतों पर दाग, टार्टर और सड़न हो सकती है। ऐसे दांतों की सफाई के लिए सबसे पहले गुटका छोड़ना जरूरी है। घर पर नीम की दातुन और हल्दी का उपयोग करके हल्के हाथों से दांत साफ करें। दिन में दो बार फ्लोराइड युक्त टूथपेस्ट से ब्रश करें और माउथवॉश का इस्तेमाल करें। गहरे दाग या सड़न के लिए घरेलू उपाय पर्याप्त नहीं होते, इसलिए किसी अनुभवी डेंटिस्ट से स्केलिंग, पॉलिशिंग या रूट कैनाल जैसी उपचार करवाना जरूरी है। नियमित चेकअप और साफ-सफाई से दांतों की स्थिति बेहतर की जा सकती है।ओरल हाइजीन कैसे मेंटेन करें? (oral hygiene kaise maintain kare)
ओरल हाइजीन बनाए रखने के लिए दिन में दो बार ब्रश करना जरूरी है, खासकर सुबह और रात को सोने से पहले। फ्लोराइड युक्त टूथपेस्ट का उपयोग करें और ब्रश को धीरे-धीरे घुमाकर साफ करें। दांतों के बीच की सफाई के लिए डेंटल फ्लॉस या इंटरडेंटल ब्रश का उपयोग करें। माउथवॉश से मुंह की बदबू और बैक्टीरिया कम होते हैं। मीठे और चिपचिपे फूड्स से परहेज करें। तंबाकू, गुटका या धूम्रपान से दूर रहें। हर 6 महीने में एक बार डेंटिस्ट से चेकअप कराएं।