How to care for your teeth as per Ayurveda in Hindi: हमारे आंख, कान और नाक की ही तरह दांतों की सही देखभाल करना भी जरूरी है। दांतों की केयर या ओरल हाइजीन न सिर्फ हमारे मुंह, दांत और मसूड़ों के स्वास्थ्य के लिए जरूरी है, बल्कि ये आपके ओवरऑल हेल्थ के लिए फायदेमंद होता है। इसलिए, दांतों की केयर हमारे औवरऑल हेल्थ के लिए महत्वपूर्ण होता है। हेल्दी दांत आपकी मुस्कान और आत्मविश्वास दोनों को बढ़ाता है। आयुर्वेद में भी दांतों को स्वस्थ रखने (ayurvedic dental care) के लिए उसकी सही केयर पर जोर दिया जाता है। पहले के समय के लोगों के दांत काफी मजबूत और हेल्दी रहते थे, क्योंकि वे टूथ केयर में आयुर्वेदिक तरीकों को अपनाते थे। ऐसे में अगर आप भी अपने दांतों को स्वस्थ रखना चाहते हैं तो आइए रूद्रप्रयाग के स्वीली भरदार में स्थित राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय के चिकित्साधिकारी और आयुर्वेदिक डॉक्टर दीपक रावत से जानते हैं कि आयुर्वेद में दांतों को मजबूत कैसे बनाएं (oral hygiene in ayurveda) और ओरल केयर कैसे किया जाता है?
आयुर्वेद के अनुसार घर पर दांतों की देखभाल कैसे करें? - How To Take Care Of Teeth According To Ayurveda in Hindi?
1. नमक पानी का गरारा करना
आयुर्वेद के अनुसार, सुबह उठने के बाद अपने दांतों को नमक के पानी से गरारे करने चाहिए। नमक के पानी में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो आपके मुंह के बैक्टीरिया को हटाने में मदद करते हैं। नमक पानी से गरारे करने से मसूड़ों की सूजन को कम करने और दांतों में जमी प्लाक और गंदगी हटाकर साफ करने में मदद करता है। नमक के पानी से मसूड़ों को साफ करने से गले की खराश कम करने में मदद मिलती है और सांस से जुड़ी इंफेक्शन के लक्षणों को कम किया जा सकता है।
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2. ब्रश की जगह दातुन का उपयोग
प्राचीन समय से दांतों को साफ करने के लिए लोग दातुन का उपयोग करते हैं। दातुन से दांत साफ करने से दांत और मसूड़े दोनों मजबूत होते हैं, जिससे मुंह से आने वाली बदबू दूर होती है, दांतों में कीड़ें लगने की समस्या कम होती है। अपने दातों को साफ करने के लिए आप तिमरू, नीम और बबूल के पैर से मिलने वाले दातून से अपने दांतों को साफ कर सकते हैं। दातून करने से न सिर्फ दांत और मसूड़ों स्वस्थ रहते हैं, बल्कि मुंह की बदबू दूर होती है, पाचन क्रिया बेहतर रहती है और पेट की सफाई भी होती है।
3. ऑयल पुलिंग
रोजाना खाना खाने से पहले और बाद में सरसों के तेल में हल्दी और लौंग का तेल मिलाकर ऑयल पुलिंग करना चाहिए। आप ऑयल पुलिंग की जगह इन चीजों को मिलाकर अपने दांत और मसूड़ों की मसाज भी कर सकते हैं। सरसों के तेल में हल्दी और लौंग मिलाकर दांत ऑयल पुलिंग करने से दांत दर्द, दांतों की सड़न और मसूड़ों में होने वाली समस्याओं से राहत मिलती है। इतना ही नहीं, मुंह से आने वाली बदबू दूर होती है, मसूड़ों से खून आने की समस्या कम होती है और मुंह के छाले से भी राहत मिल सकती है।
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4. ज्यादा ठंडा या गर्म पानी पीने से बचें
आयुर्वेद के अनुसार, दांतों से जुड़ी समस्याओं से राहत पाने और दांतों को स्वस्थ रखने के लिए बहुत ज्यादा ठंडा या गर्म पानी पीने से बचाव करें। गर्म या ठंडा पानी पीने से दांतों में दर्द की समस्या हो सकती है, क्योंकि गर्म या ठंडा पानी पीने से आपके दांतों के अंदर के डेंटिन में सिकुड़न और फैलाव हो सकता है, जो दांतों में दर्द का कारण बन सकता है। इसके अलावा, दांतों का इनेमल कमजोर होता है और कैविटी की समस्या बढ़ती है। इसलिए आप ज्यादा ठंडा या गर्म पानी पीने के स्थान पर नॉर्मल कमरे के तापमान पर रखें पानी को पिएं।
निष्कर्ष
दांतों को हेल्दी रखने के लिए आप अपने दांतों को नमक के पानी से गरारे कर सकते हैं, ब्रश की जगह दातुन का उपयोग करें, हल्दी और लौंग का तेल डालकर ऑयल पुलिंग करें और कमरे के तापमान में रखें पानी को पिएं। इसके अलावा आप मार्केट में मिलने वाले टूथपेस्ट के स्थान पर घर पर ही हर्ब्स से तैयार मिश्रण से दांतों को साफ कर सकते है। इसके साथ ही, दांतों में किसी भी तरह की समस्या होने पर आप राहत पाने के लिए आयुर्वेदिक डॉक्टर से भी परामर्श कर सकते हैं।
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