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बच्चों में बीमारियों की वजह बन सकता है टूथब्रश, जानें इसे कितने समय बाद बदलना है जरूरी?

Right time to Change Baby Toothbrush: बच्चों के बुखार, सर्दी, जुकाम, पेट में दर्द और उल्टी का मुख्य कारण टूथब्रश हो सकता है। आइए जानते हैं कैसे। 
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बच्चों में बीमारियों की वजह बन सकता है टूथब्रश, जानें इसे कितने समय बाद बदलना है जरूरी?

Right time to Change Baby Toothbrush in hindi : छोटे बच्चों का तन और मन दोनों ही बहुत नाजुक होता है। नाजुक शरीर की थोड़ी सी भी देखभाल में लापरवाही उन्हें बीमारी कर देती है। न्यू पेरेंट्स को बच्चे के खाने, पीने वाले पानी, दवाएं, आसपास के वातावरण और हर उस बात का ध्यान रखते हैं, जो उन्हें बीमारियों से दूर रखें। इसके बावजूद बच्चे को बुखार, सर्दी, खांसी, उल्टी और दस्त की समस्या घेरे रहती है। जो लोग पहली बार पेरेंट्स बनें हैं, वो अक्सर इस बात की शिकायत करते हैं कि उनका बच्चा बार-बार बीमार पड़ता है। हम घर की सफाई, बच्चे के कपड़े, खिलौने और खाने का भी पूरा ध्यान रखते हैं, लेकिन फिर पता नहीं क्यों बच्चा बार-बार बीमार पड़ता ही है।

दरअसल, बच्चे के बार-बार बीमार पड़ने का कारण फर्श, खिलौने और खाने नहीं बल्कि उनका टूथब्रश हो सकता है। आज इस लेख के माध्यम से हम आपको बताएंगे टूथब्रश की वजह से बच्चे कैसे बीमार हो सकते हैं और पेरेंट्स को कितने समय के अंतराल में टूथब्रश (Right time to Change Baby Toothbrush) को बदलना चाहिए। इस विषय पर लखनऊ के गोमतीनगर स्थित आनंद केयर क्लीनिक के बाल एवं शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. तरुण आनंद ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो भी शेयर किया है।

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क्या टूथब्रश बच्चों को बीमार कर सकता है?- Can Toothbrushes Make Kids Sick?

डॉ. तरुण आनंद के अनुसार, ज्यादातर लोग अपने और बच्चों के टूथब्रश (Toothbrushes) को बाथरूम में रखते हैं। बाथरूम में जब टॉयलेट को बिना सीट कवर किए ढका जाता है, तो बैक्टीरिया हवा में फैल जाते हैं। हवा में फैले हुए बैक्टीरिया टूथब्रश में घुस जाते हैं। जब बच्चा बैक्टीरिया से भरे हुए टूथब्रश का इस्तेमाल करता है, तो बीमारियों की चपेट में आ जाता है। बाथरूम वाले बैक्टीरिया के संपर्क में आने से बच्चे को उल्टी और दस्त की समस्या हो सकती है। इसके अलावा टूथब्रश के कारण बच्चे को स्टैफीलोकोसी (स्टैफ) बैक्टीरिया का भी खतरा हो सकता है। स्टैफीलोकोसी के कारण बच्चे को स्किन से जुड़ी परेशानियां हो सकती हैं।

कितने समय में बदलना चाहिए बच्चों का टूथब्रश?- Right time to Change Baby Toothbrush in hindi

- डॉ. तरुण आनंद का कहना है कि बच्चों को टूथब्रश के कारण होने वाली बीमारियों से बचाने के लिए हर 3 से 4 महीनों में इसे बदलना चाहिए। दरअसल, 3 से 4 महीने में टूथब्रश के ब्रिसल्स घिस जाते हैं और खराब हो जाते हैं। अगर बच्चे खराब ब्रिसल्स वाले टूथब्रश का इस्तेमाल करते हैं, तो इसकी वजह से दांतों में सड़न और कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं।

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-  अगर आपका बच्चा बीमार हो गया है, तो कीटाणुओं को फिर से आने से रोकने के लिए भी टूथब्रश बदलने की जरूरत पड़ती है। डॉ. तरुण की मानें तो बीमारी के बाद बच्चे का टूथब्रश बदलने से कीटाणुओं का संपर्क तोड़ने में मदद मिलती है, जिससे बीमारियों का खतरा कम होता है।

- बाथरूम और हवा के बैक्टीरिया बच्चे के मुंह से संपर्क न बनाए, इसके लिए बच्चे के टूथब्रश को अलग रखें। संभव हो तो बच्चे के टूथब्रश पर कैप चढ़ाएं, ताकि वायरस उसमें न घुसें और बीमारियों का खतरा कम किया जा सके।

- इस्तेमाल करने के बाद बच्चों के टूथब्रश को पानी से अच्छी तरह से धो लें, ताकि बचा हुआ टूथपेस्ट और खाने के कण उसमें से निकल जाएं।

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- टूथब्रश को बैक्टीरिया और कीटाणु मुक्त रखने के लिए उसे हवा में सूखने दें, दूसरे ब्रशों से दूर रखें ताकि क्रॉस-संदूषण से बचा जा सके।

ध्यान रहे कि आपके बच्चे द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाला टूथब्रश सिर्फ दांत साफ करने का एक टूल नहीं, बल्कि उसके भविष्य की मुस्कान है। इसलिए हर 3 महीने के बाद टूथब्रश को जरूर बदलें।

Image Credit: Freepik.com

 

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