सर्दियों के मौसम में जरूरी है कि आप पोषक तत्वों से भरपूर और सीजनल फूड्स का सेवन करें। ऐसा इसलिए, क्योंकि यह समय शरीर को गर्म रखने और इम्यूनिटी बढ़ाने का होता है। इस मौसम में सरसों का साग, मक्के का आटा और मक्के की रोटी भारतीय रसोई का अहम हिस्सा बन जाते हैं। मक्के का आटा फाइबर, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और कई जरूरी पोषक तत्वों से भरपूर होता है, जो शरीर को एनर्जी प्रदान करता है। मक्के की रोटी, खासकर सरसों के साग के साथ सबसे ज्यादा पसंद की जाती है, इन दोनों को साथ में खाने से स्वाद तो मिलता ही है, इसके साथ ही सेहत के लिए भी लाभकारी होती है। लेकिन कुछ लोगों के लिए मक्के की रोटी का सेवन नुकसानदायक (who should avoid makki roti) भी हो सकता है। इस लेख में आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा से जानिए, मक्के की रोटी किन लोगों को नहीं खानी चाहिए?
मक्के की रोटी किन लोगों को नहीं खानी चाहिए - Who Should Not Eat Makki Roti
आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा ने बताया कि आयुर्वेद के अनुसार, मक्के की तासीर गर्म होती है, जो सर्दियों में शरीर को ठंड से बचाने में मदद करती है। यह पाचन को दुरुस्त रखने और शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाने में सहायक है। इसके अलावा, मक्के का आटा शरीर को लंबे समय तक भूख का अहसास नहीं कराता है, जिससे बार-बार भूख लगने की समस्या नहीं होती है और आप ओवरईटिंग से बच सकते हैं। हालांकि, मक्के की रोटी सभी के लिए समान रूप से लाभकारी (who should avoid maize) नहीं होती। कमजोर पाचन, पित्त दोष या किसी गंभीर बीमारी जैसी समस्याओं से पीड़ित लोगों को इसे खाने में सावधानी बरतनी चाहिए।
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मक्के की तासीर गर्म मानी जाती है। आयुर्वेद के अनुसार, यह शरीर में पित्त और वात को प्रभावित कर सकती है। जिन लोगों का पित्त दोष पहले से ही बढ़ा हुआ हो या जिनकी पाचन क्रिया कमजोर हो, उन्हें मक्की की रोटी खाने में सावधानी बरतनी चाहिए। इसके अलावा जिन लोगों की पाचन शक्ति कमजोर होती है, उन्हें मक्की की रोटी को पचाने में दिक्कत (Who should not eat maize) हो सकती है। मक्के का आटा भारी होता है और इसे पचाने के लिए शरीर को ज्यादा एनर्जी की जरूरत होती है। इसके अलावा, गैस, अपच या कब्ज की समस्या से जूझ रहे लोगों को मक्की की रोटी से बचना चाहिए। यह पेट में भारीपन और असहजता पैदा कर सकती है। ध्यान रखें कि डायबिटीज के मरीजों को मक्के की रोटी खाने से पहले डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।
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वेट लॉस कर रहे लोग मक्की की रोटी से बचें - Avoid Makki roti for weight loss
जो लोग वजन घटाने की कोशिश कर रहे हैं, उनके लिए मक्के की रोटी नुकसानदेह हो सकती है। मक्के की रोटी में कैलोरी और कार्बोहाइड्रेट ज्यादा होते हैं, जो वजन बढ़ाने का कारण (Reasons for weight gain) बन सकते हैं। वेट लॉस डाइट (Weightloss diet) में इसे शामिल करने से पहले एक्सपर्ट से सलाह लेना जरूरी है।
मक्के की रोटी खाने से पहले ध्यान रखें ये बातें
- सर्दियों में दोपहर के समय मक्के की रोटी खाना बेहतर माना जाता है। ऐसा इसलिए, क्योंकि यह पाचन में मदद करता है।
- मक्के की रोटी को सरसों के साग या घी के साथ खाने से इसका असर संतुलित हो सकता है।
- इसे सीमित मात्रा में खाएं, खासकर यदि आप किसी प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं।
निष्कर्ष
मक्के की रोटी के कई फायदे हो सकते हैं, लेकिन आयुर्वेद के अनुसार, इसे सभी के लिए सुरक्षित नहीं माना जा सकता। यदि आपको गैस, अपच या पित्त दोष की समस्या है, तो मक्के की रोटी खाने से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें। सही तरीके और मात्रा में इसका सेवन करने से आप इसके फायदों का लाभ उठा सकते हैं।
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