सर्दियों के मौसम में शरीर को ज्यादा एनर्जी और गर्माहट की जरूरत होती है। ऐसे में इस मौसम में मिलने वाले अनाजों और सब्जियों का सेवन सेहत के लिए लाभदायक माना जाता है। इस दौरान ऐसे फूड्स का सेवन किया जाना चाहिए जो न केवल शरीर को पोषण दें, बल्कि गर्माहट और एनर्जी भी प्रदान करें। इस मौसम में बाजरा जैसे अनाजों का सेवन बेहद फायदेमंद होता है। बाजरा फाइबर, आयरन, मैग्नीशियम और प्रोटीन जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होता है, ऐसे में सर्दियों में इसका सेवन हड्डियों को भी मजबूत करता है। आयुर्वेद के अनुसार, सर्दियों में बाजरा जैसे अनाजों का सेवन करने से वात और कफ दोष का संतुलन बनाए रखने में मदद मिलती है। लेकिन कई लोगों के मन में ये सवाल उठता है कि क्या बाजरा का सेवन रोज किया जा सकता है? (Is it good to eat bajra everyday) इस बारे में ज्यादा जानकारी के लिए हमने आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा से बात की-
क्या रोज बाजरा खाना ठीक है? - Can We Eat Bajra Daily
बाजरा में फाइबर, प्रोटीन, आयरन, मैग्नीशियम और कई विटामिन्स पाए जाते हैं, जो शरीर को एनर्जी देने के साथ पाचन तंत्र को भी मजबूत बनाते हैं। लेकिन क्या रोज बाजरा खाना सही है? आयुर्वेद के अनुसार, इसका उत्तर इस बात पर निर्भर करता है कि आपकी पाचन शक्ति कैसी है और मौसम कौन सा है। यदि आपकी पाचन शक्ति अच्छी है और मौसम अनुकूल है, तो बाजरे का रोजाना सेवन फायदेमंद हो सकता है। आइए जानते हैं आयुर्वेदाचार्य डॉक्टर श्रेय की सलाह।
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ग्रीष्म और वर्षा ऋतु में बाजरा क्यों न खाएं?
आयुर्वेद के अनुसार, ग्रीष्म (गर्मियां) और वर्षा (मानसून) के दौरान शरीर की अग्नि मंद हो जाती है। इन मौसमों में भारी फूड्स का सेवन पाचन तंत्र को प्रभावित कर सकता है। बाजरा एक भारी अनाज माना जाता है, जो इन मौसमों में बदहजमी (Indigestion), गैस और पेट दर्द जैसी समस्याएं पैदा कर सकता है। डॉक्टर श्रेय का सुझाव है कि इन ऋतुओं में बाजरे का सेवन गेहूं या हल्के अनाजों के साथ मिलाकर कम मात्रा में ही करना चाहिए।
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शरद, शिशिर और हेमंत ऋतु में बाजरे का सेवन
आयुर्वेद कहता है कि सर्दियों (शरद, शिशिर, हेमंत) के दौरान शरीर की अग्नि तेज हो जाती है। इस समय पाचन तंत्र मजबूत होता है और भारी भोजन को भी आसानी से पचाने में सक्षम होता है। इसलिए, इन मौसमों में बाजरे का सेवन लाभदायक है। बाजरे का हलवा, खिचड़ी या रोटी बनाकर खाने से शरीर को गर्मी मिलती है और यह हड्डियों को मजबूत (how to strengthen bones) करने के साथ इम्यूनिटी भी बढ़ाता है। डॉक्टर की सलाह है कि बाजरे का सेवन गाय के घी के साथ करें, जिससे शरीर को सही पोषण मिले।
बाजरा कब नहीं खाना चाहिए? - Who Should Avoid Bajra
- जिनका डाइजेस्टिव सिस्टम कमजोर है, उन्हें बाजरे का सेवन संभलकर करना चाहिए।
- बाजरे की तासीर गर्म होती है, जो एसिडिटी या पेट में जलन की समस्या बढ़ा सकती है।
- गर्भावस्था के दौरान बाजरे का ज्यादा सेवन गर्मी पैदा कर सकता है, जिससे पेट में असहजता हो सकती है।
- जिन लोगों को बदहजमी, गैस या पेट में भारीपन की शिकायत रहती है, उन्हें बाजरे से परहेज करना चाहिए।
निष्कर्ष
बाजरा एक पोषण से भरपूर अनाज है, लेकिन इसका सेवन आयुर्वेद के नियमों के अनुसार करना चाहिए। ग्रीष्म और वर्षा ऋतु में इसे कम मात्रा में खाना चाहिए, जबकि सर्दियों में यह शरीर को ताकत और एनर्जी देने का एक बेहतरीन विकल्प है। कमजोर पाचन शक्ति या पेट की समस्याओं से ग्रस्त लोगों को बाजरा संभलकर खाना चाहिए। सही तरीके और मौसम के अनुसार बाजरे का सेवन न केवल पाचन को मजबूत करता है, बल्कि स्वास्थ्य में भी सुधार करता है।
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