
आयुर्वेद में नीम का एक पावरफुल औषधि के रूप में जाना जाता है। इसकी पत्तियों, छाल, जड़ सभी का इस्तेमाल अलग-अलग बीमारियों से बचाव के लिए किया जाता है। कई लोग खुद को स्वस्थ रखने के लिए सुबह खाली पेट नीम की पत्तियां चबाते हैं। नीम की पत्तियां प्रोटीन, फैट, विटामिन सी, ई, कैल्शियम, आयरन, फाइबर, अमीनो एसिड, पोटेशियम आदि पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। नीम की पत्तियां चबाने से शरीर डिटॉक्स होता है, इम्यूनिटी बूस्ट होती है, स्किन से जुड़ी समस्याएं दूर होती है और हाई ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखने में मदद मिलती है। लेकिन, हर किसी के लिए नीम की पत्तियों का सेवन फायदेमंद नहीं होता है। इसलिए, आइए मेवाड़ विश्वविद्यालय में प्रोफेसर एवं प्राकृतिक चिकित्सालय बापू नगर, जयपुर की वरिष्ठ चिकित्सक योग, प्राकृतिक चिकित्सा पोषण और आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ. किरण गुप्ता से जानते हैं कि नीम की पत्तियां किसे नहीं खानी चाहिए?
किन लोगों को नीम की पत्तियां नहीं खानी चाहिए? - Who should not eat neem leaves in Hindi?
आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ. किरण गुप्ता का कहना है कि नीम की पत्तियां सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होती है, लेकिन कुछ लोगों के लिए ये हानिकारक भी हो सकती है। इसलिए, आइए जानते हैं किन लोगों को नीम की पत्तियां नहीं खानी चाहिए?
1. गर्भवती महिलाएं
प्रेग्नेंट महिलाओं को नीम की पत्तियों के सेवन से बचने की सलाह दी जाती है। नीम की पत्तियों का सेवन गर्भाशय पर बुरा प्रभाव डाल सकती है, जिससे मिसकैरेज की संभावना बढ़ सकती है। इसलिए, प्रेग्नेंसी में महिलाओं को न सिर्फ नीम की पत्तियों से बल्कि नीम के किसी भी रूप में सेवन से बचना चाहिए।
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2. ऑटोइम्यून डिजीज से पीड़ित
ऑटोइम्यून डिजीज जैसे कि रूमेटाइड अर्थराइटिस, ल्यूपस, या मल्टीपल स्क्लेरोसिस से पीड़ित लोगों को भी नीम खाने से बचना चाहिए। नीम की पत्तियों का सेवन शरीर के इम्यून सिस्टम को बढ़ावा देता है, जो इन बीमारियों के कारण पहले से ही बहुत ज्यादा एक्टिव होती है। इन बीमारियों में नीम की पत्तियों का सेवन करने से इनके लक्षण और ज्यादा बढ़ सकते हैं, जिससे मरीज की स्थिति ज्यादा खराब हो सकती है।
3. छोटे बच्चे और शिशु
नीम का कड़वा स्वाद और इसका तेज प्रभाव बच्चों के पाचन तंत्र के लिए बहुत ज्यादा हो सकती है। खासकर शिशुओं और छोटे बच्चों के लिए नीम का ज्यादा सेवन करने से उल्टी, दस्त या अन्य पाचन से जुड़ी समस्याएं हो सकती है। कुछ मामलों में नीम का इस्तेमाल बच्चों में गंभीर रिएक्शन का कारण भी बन सकते हैं। इसलिए, बच्चों नीम देने से पहले डॉक्टर से कंसल्ट जरूर करना चाहिए।
4. ब्लड शुगर कम होने पर
नीम की पत्तियों का सेवन ब्लड शुगर के स्तर को कम करने में फायदेमंद होती है। इसलिए, डायबिटीज के मरीजों के लिए नीम का सेवन लाभकारी माना जाता है। लेकिन, अगर किसी व्यक्ति को हाइपोग्लाइसीमिया (Low Blood Sugar) की समस्या से पीड़ित है या ब्लड शुगर को कम करने की दवाइयां ले रहा है तो नीम का सेवन करने से शुगर का लेवल बहुत ज्यादा कम हो सकता है, जिससे पीड़ित को चक्कर आना, बेहोशी, थकान और अन्य समस्याएं हो सकती है।
5. लिवर या किडनी की समस्या
नीम का सेवन शरीर को डिटॉक्स करने के लिए जाना जाता है, लेकिन जिन लोगों को पहले से लिवर या किडनी से जुड़ी समस्याएं हैं तो उनके लिए नीम का सेवन शरीर के लिए हानिकारक (neem ke patte kab nahi khana chahiye) हो सकता है। नीम में मौजूद कंपाउंड शरीर के इन अंगों पर ज्यादा दबाव डाल सकते हैं, जिससे उनके काम करने की क्षमता और बिगड़ सकती है। खासकर अगर मरीज पहले से दवा ले रहा है तो नीम की पत्तियों के सेवन से बचना चाहिए।
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6. सर्जरी से पहले
अगर किसी व्यक्ति की कोई सर्जरी होने वाली है तो उसे कम से कम 2 हफ्ते पहले से नीम का सेवन करना बंद कर देना चाहिए। नीम का सेवन ब्लड शुगर लेवल को कम करता है और आपके शरीर में ब्लड के थक्के बनने की प्रक्रिया को प्रभावित कर सकता है, जिससे सर्जरी के दौरान या बाद में ज्यादा ब्लीडिंग या हीलिंग में देरी का कारण बन सकता है।
निष्कर्ष
नीम एक नेचुरल जड़ी-बूटी है, जो सेहत के लिए काफी फायदेमंद होती है। लेकिन इसका इस्तेमाल सभी के लिए उपयोगी नहीं होता है। इसलिए, कुछ खास स्थितियों में जैसे प्रेग्नेंसी, किडनी या लिवर की समस्या, छोटे बच्चों को या ब्लड शुगर लेवल कम होने पर नीम का सेवन करने से बचना चाहिए।
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FAQ
नीम के पत्ते का साइड इफेक्ट क्या है?
नीम के पत्तों के ज्यादा सेवन से आपके शरीर पर कई तरह के साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं, जिससे पेट से जुड़ी समस्याएं, किडनी की पथरी, ब्लड प्रेशर में कमी और लिवर से जुड़ी समस्याएं शामिल हैं।खाली पेट नीम की पत्ती चबाने से क्या होता है?
खाली पेट नीम की पत्तियां चबाने से शरीर डिटॉक्स होता है, इम्यूनिटी बूस्ट होती है और खून साफ होता है, जिससे स्किन से जुड़ी समस्याएं जैसे एक्ने और एलर्जी की समस्या से राहत मिलती है। इसके अलावा, खाली पेट नीम की पत्तियां खाने से ब्लड शुगर कंट्रोल रहता है, पाचन में सुधार होता है और मुंह के इंफेक्शन से बचाव होता है।नीम का काढ़ा कब पीना चाहिए?
नीम का काढ़ा सुबह खाली पेट पीना सबसे अच्छा माना जाता है, लेकिन इसे पीने के बाद कम से कम 30 मिनट तक कुछ भी खाना या पीना नहीं चाहिए। नीम के काढ़े का सेवन शरीर को डिटॉक्स करने और इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए फायदेमंद माना जाता है।
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Oct 13, 2025 11:24 IST
Published By : Katyayani Tiwari