
अजवाइन का इस्तेमाल हर भारतीय रसोई में आमतौर पर मसाले के रूप में किया जाता है। आयुर्वेद में यह एक औषधीय गुणों से भरपूर जड़ी-बूटी के रूप में भी उपयोग होती है। अजवाइन के सेवन से पेट दर्द, अपच, सर्दी-खांसी और वजन कम करने में मदद मिलती है। अजवाइन का सेवन हमारे पाचन तंत्र के लिए बेहद फायदेमंद होता है, लेकिन यह हर व्यक्ति के लिए लाभकारी नहीं माना जाता है। अजवाइन का सेवन करने कुछ स्थितियों में करने से बचना चाहिए। आमतौर पर लोग इसे या तो अपने खाने में शामिल करके खाते हैं, या फिर पानी के रूप में पीते हैं। हालांकि, हर व्यक्ति के लिए अजवाइन का पानी फायदेमंद नहीं (ajwain ka pani kab nahi peena chahiye) होता है। आइए इस लेख में मेवाड़ विश्वविद्यालय में प्रोफेसर एवं प्राकृतिक चिकित्सालय बापू नगर, जयपुर की वरिष्ठ चिकित्सक योग, प्राकृतिक चिकित्सा पोषण और आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ. किरण गुप्ता से जानते हैं कि अजवाइन का किन स्थितियों में नहीं पीना चाहिए?
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अजवाइन का पानी कब नहीं पीना चाहिए?
डॉ. किरण गुप्ता के अनुसार, अजवाइन का पानी सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है, लेकिन इन स्थितियों में अजवाइन का पानी पीने के नुकसान भी हो सकते हैं, जैसे-
1. प्रेग्नेंसी
प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को अजवाइन का पानी सीमित मात्रा या डॉक्टर की सलाह पर ही पीना चाहिए। दरअसल, अजवाइन में मौजूद थायमॉल गर्भाशय में हल्की उत्तेजना पैदा कर सकता है, जिसे ज्यादा मात्रा में लेने से गर्भाशय संकुचन, पेट में ऐंठन या दर्द, और शुरुआती महीनों में मिसकैरेज का जोखिम भी बढ़ सकता है। इसलिए, प्रेग्नेंसी में रोजाना अजवाइन का पानी पीने से बचें।
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2. अल्सर या एसिडिटी
अगर आपको पेप्टिक अल्सर, हाइपर एसिडिटी या सीवियर रिफ्लक्स यानी GERD की समस्या है तो भी अजवाइन का पानी पीने से बचना चाहिए, क्योंकि यह आपकी स्थिति को और ज्यादा बिगाड़ सकती है। अजवाइन आपके पाचन को तेज करती है और पेट में एसिड के डिस्चार्ज को बढ़ा सकती है, जिसके कारण सीने में जलन, खट्टी डकार, पेट में जलन, अल्सर में जलन आदि समस्याएं बढ़ सकती हैं।
3. लिवर की समस्या
लिवर से जुड़ी समस्याओं में भी अजवाइन के पानी के सेवन से बचना चाहिए, क्योंकि इसमें मौजूद थायमॉल लिवर पर हल्का प्रेशर डाल सकता है, जिसके कारण पहले से कमजोर लिवर में सूजन, पाचन खराब होने, एलर्जी आदि की समस्याएं बढ़ सकती हैं। इसलिए, लिवर की समस्या से पीड़ित मरीजों को अजवाइन का पानी पीने से बचना चाहिए।

4. डिहाइड्रेशन या बॉडी हीट अधिक होने पर
अगर आपके शरीर में पहले से ही ज्यादा गर्मी है या आप डिहाइड्रेटेड हैं तो अजवाइन का पानी पीने से बचें, क्योंकि ये आपके लिए हानिकारक हो सकता है। अजवाइन की तासीर गर्म होती है, जो बार-बार प्यास लगने, मुंह में ड्राईनेस, पित्त बढ़ाने और सिर में भारीपन या चक्कर आने की समस्या को बढ़ा सकती है।
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5. एलर्जी होने पर
अगर किसी व्यक्ति को अजवाइन से एलर्जी है तो उन्हें भी इसका पानी पीने से बचना चाहिए, क्योंकि ये आपकी स्किन पर रैशेज, लाल चकत्ते, पेट दर्द, उल्टी, मतली, सांस लेने में परेशानी और सिरदर्द का कारण बन सकता है।
निष्कर्ष
अजवाइन का पानी कई स्वास्थ्य समस्याओं में फायदेमंद होता है, लेकिन कुछ स्वास्थ्य स्थितियों में इसका सेवन आपके शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है। इसलिए, अगर आप प्रेग्नेंट हैं, अजवाइन से एलर्जी है, डिहाइड्रेशन, बॉडी हीट बढ़ा हुआ है या फिर लिवर से जुड़ी समस्या है तो अजवाइन का पानी पीने से परहेज करें।
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FAQ
सुबह खाली पेट अजवाइन का पानी पीने से क्या फायदा होता है?
सुबह खाली पेट अजवाइन का पानी पीने से पाचन में सुधार होता है, वजन कम करने में मदद मिलती है, इम्यूनिटी बढ़ती है, और सर्दी-खांसी व गैस जैसी समस्याओं से राहत मिलती है। यह शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में भी मदद करता है।अजवाइन का पानी कितने दिन तक पीना चाहिए?
अजवाइन का पानी आप 15 से 45 दिनों तक पी सकते हैं। इसे खाली पेट या दिन में एक या दो बार पी सकते हैं, लेकिन अधिक सेवन से बचें और किसी विशेष स्वास्थ्य स्थिति के लिए पीने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।क्या अजवाइन का पानी शरीर की गर्मी बढ़ाता है?
हां, अजवाइन का पानी पीने से शरीर की गर्मी बढ़ सकती है, क्योंकि इसकी तासीर गर्म होती है। इसलिए, ज्यादा मात्रा में अजवाइन का पानी पीने से शरीर के अंदर की गर्मी बढ़ सकती है, जो पेट में जलन, एसिडिटी और सीने में जलन का कारण बनती है।
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Nov 28, 2025 16:34 IST
Published By : Katyayani Tiwari