बुजुर्ग माता-पिता की देखभाल करना एक बड़ी जिम्मेदारी है। ऐसा इसलिए कि उम्र बढ़ने के साथ बीमारियां तेजी से बढ़ने लगती हैं और शरीर की इम्यूनिटी लगातार घटती जाती है। अल्जाइमर और डिमेंशिया, सीनियर सिटीजन को होने वाली आम बीमारियों में से एक है। रिसर्च बताते हैं कि कुछ खास डाइट (Senior Citizens Diet) को फॉलो करके इन बीमारियों को कम किया जा सकता है। माइंड डाइट (MIND Diet)एक ऐसी ही डाइट है, जो कि अल्जाइमर और डिमेंशिया की परेशानी को कम करने में मदद कर सकता है। ये डाइट ब्रेन में ऑक्सीडेटिव तनाव और सूजन को कम करके याददाश्त बढ़ाता है। वहीं सीनियर सिटीजन के लिए ये डाइट कई और तरीकों से भी फायदेमंद है। तो आइए, जानते हैं इस डाइट को फॉलो करने का तरीका (What diet is best for older adults)और इसके अन्य फायदे।
अल्जाइमर और डिमेंशिया
अल्जाइमर और डिमेंशिया दो ऐसी बीमारियां हैं, जो बुढ़ापे में अक्सर लोगों को परेशान करती है। यह बीमारी 65 वर्ष से अधिक उम्र के दस लोगों में से एक को और 85 साल के चार में से एक को प्रभावित करती है। ये दोनों बीमारियां याददाश्त और मस्तिष्क से जुड़े कामों में कई परेशानियों को पैदा करती है। 65 साल से कम उम्र के लोग भी अगर बीमारी से ग्रस्त हैं, तो इसे अल्जाइमर की शुरुआत समझ सकते हैं। ऐसे में इन दो बीमारियों को देखते हुए हमें अपने माता-पिता को एक सही डाइट देनी चाहिए। रश यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर (Rush University Medical Center, Chicago),शिकागो के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए एक अध्ययन की मानें, तो MIND डाइट (MIND Diet) , अल्जाइमर और डिमेंशिया के जोखिम को 53 प्रतिशत तक कम कर देती है।
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सीनियर सिटीजन के लिए सही डाइट
सीनियर सिटीजन के लिए सही डाइट का मतलब ये है कि आपकी डाइट न्यूरोडीजेनेरेटिव भी हो यानी कि उम्र बढ़ने के साथ बिगड़ते हुए मानसिक स्वास्थ्य को आप बेहतर बना सके। MIND डाइट (MIND Diet) एक ऐसी ही डाइट है, जो कि मनोभ्रंश में कमी लाकर मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बना सकता है। इसके तहत आपको अपनी डाइट में कुछ खास चीजों को शामिल करना होगा। जैसे कि
- -हरी, पत्तेदार सब्जियां: हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे कि पालक, बथुआ, सरसों और अन्य तरह के साग को आपको अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए।
- -अन्य सब्जियां: दिन में कम से कम एक बार हरी पत्तेदार सब्जियों के अलावा दूसरी सब्जी खाने की कोशिश करें। इसके लिए कम स्टार्च वाली सब्जियों को चुनें, जो कि कम कैलोरी वाली भी हो।
- -बेरी: सप्ताह में कम से कम दो बार कुछ बेरिज को अपने डाइट का हिस्सा बनाएं। जैसे कि स्ट्रॉबेरी, ब्लूबेरी, रास्पबेरी और ब्लैकबेरी। इनके एंटीऑक्सिडेंट गुण आपको बेहतर मानसिक स्वास्थ्य पाने में मदद करेंगे।
- -जैतून का तेल: आपके अपने घर के बुजुर्गों के लिए मुख्य खाना पकाने के तेल के रूप में जैतून के तेल का उपयोग करना चाहिए।
- -साबुत अनाज: साबुत अनाज जैसे ओटमील, क्विनोआ, ब्राउन राइस और गेहूं ऑक्सीडेटिव तनाव और सूजन को कमी लाने में मदद करते हैं। इसलिए अपने माता-पिता की डाइट में इसे जरूर शामिल करें।
- -मछली: घर के बुजुर्ग लोगों को सप्ताह में कम से कम एक बार मछली जरूर खिलाएं। इसका ओमेगा -3 फैटी एसिड दिमाग को लंबे समय तक स्वस्थ रख सकता है।
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MIND Diet के फायदे
MIND डाइट ऑक्सीडेटिव तनाव और सूजन को कम कर सकता है। ऑक्सीडेटिव तनाव तब होता है जब फाइन रेडिकल्स के अस्थिर अणु बड़ी मात्रा में शरीर में जमा होते हैं। इससे अक्सर कोशिकाओं को नुकसान होता है। मस्तिष्क इस प्रकार की क्षति से विशेष रूप से कमजोर है। वहीं ब्रेन में सूजन सूजन आपके शरीर की चोट और संक्रमण के लिए स्वाभाविक प्रतिक्रिया है। लेकिन अगर इसका ठीक से इलाज न किया जाए, तो ये सूजन हानिकारक भी हो सकती है और कई पुरानी बीमारियों को भी बढ़ा सकती है। ऐसे में माइंड डाइट का एंटीऑक्सिडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण इस परेशानी को कम कर सकता है।
इस तरह अगर आपके घर में बुजुर्ग माता-पिता हैं या दादा-दादी हैं, तो आपको उनके लिए इस डाइट फॉलो करना चाहिए। माइंड डाइट (MIND diet) के अलावा डैश डाइट (DASH diet) बढ़ती हुई उम्र के साथ एक अच्छी डाइट है।
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