When To Seek Medical Help For Numbness In Foot In Hindi: अक्सर जब आप लंबे समय तक एक ही अवस्था में बैठते हैं, तो पैरों में सुन्नपन और झनझनाहट हो जाती है। ऐसा होना कोई गंभीर समस्या नहीं है। थोड़े-बहुत मूवमेंट के बाद अपने आप यह समस्या ठीक हो जाती है। लेकिन, अगर किसी व्यक्ति में पैरों में सुन्नता होती है और ठीक नहीं हो रही है, तो इसे हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए। वास्त में, कई बार पैरों में सुन्नपन होना या झनझनाहट होना किसी मेडिकल कंडीशन की वजह से होता है। यहां तक कि कई बार झनझनाहट या सुन्नपन अचानक शुरू हो जाती है, जिसके साथ अन्य गंभीर लक्षण नजर आ सकते हैं। इस तरह का सुन्नपन घातक हो सकता है। इसलिए, जरूरी है कि आपको यह पता हो कि सुन्नपन होने के साथ-साथ किस तरह की परेशानियां होने पर आपको देरी नहीं करनी है, बल्कि तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना है।
पैर में सुन्नता के लिए कब जाना चाहिए डॉक्टर के पास- When To Seek Medical Help For Numbness In Foot In Hindi
बातचीत करने में दिक्कत होना
अगर आपको सुन्नपन के साथ-साथ बातचीत करने में दिक्कत हो रही है, अचानक आपके शब्द अनक्लियर हो रहे हैं और एक-एक शब्द जोड़कर बोलने में मेहनत लग रही है। तो इस तरह की स्थिति के प्रति लापरवाही न करें। आपके साथ जो भी मौजूद हैं, उन्हें लेकर डॉक्टर के पास जाएं। असल में ऐसा स्ट्रोक का लक्षण हो सकता है। हालांकि, इसके साथ-साथ आपको अन्य शारीरिक समस्याएं भी होने लगती हैं।
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पेशाब कंट्रोल न कर पाना
पेशाब कंट्रोल न कर पाना, कई तरह की बीमारियों या हेल्थ कंडीशन की ओर इशारा करता है। जैसे, पेल्विक एरिया एरिया का कमजोर होना। ऐसे में ब्लैडर पर अतिरिक्त दबाव पड़ जाता है, जिस स्थिति में पेशाब को कंट्रोल करना मुश्किल हो जाता है। इसके अलावा, डायबिटीज जैसी कंडीशन में भी कई लोगों को यूरिन कंट्रोल करने में दिक्कत आती है। अगर आपको पैरों में सुन्नपन के साथ-साथ पेशाब कंट्रोल करने में दिक्कत हो, तो बिना देरी किए तुरंत डॉक्टर के पास जाएं।
शरीर के अन्य हिस्सों में सुन्नपन होना
पैर के साथ-साथ अगर शरीर के अन्य हिस्सां में भी सुन्नपन हो, तो यह भी सही नहीं है। ऐसा अक्सर गर्दन में लगी चोट के कारण होता है। इसमें आपका पीठ, हाथ, पीठ का निचला हिस्सा आदि प्रभावित होता है। इस तरह की कंडीशन के प्रति लापरवाही की जानी सही नहीं है। ऐसे में स्पाइन पर काफी प्रेशर बढ़ जाता है। अगर समय रहता इसका इलाज न किया जाए, तो स्थिति बिगड़ सकती है।
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तीव्र सिरदर्द होना
अगर आपके पैरों में सुन्नपन के साथ आपको तेज सिरदर्द भी हो रहा है, तो इसे आप खतरे की घंटी की ओर इशारा करता है। दरअसल, ऐसा माइग्रेन की वजह से हो सकता है। माइग्रेन की कंडीशन बिगड़ने पर आंखों से धुंधला दिखना, कंफ्यूजन होना, बातचीत करने में दिक्कत महसूस होना हो सकता है। इसके अलावा, हाथों, पैरों और चेहरे पर सुन्नपन महसूस हो सकता है। इस तरह के लक्षण दिखने पर डॉक्टर से कंसल्ट पर अपना इलाज करवाएं।
सांस लेने में दिक्कत होना
जैसा कि आपको पता होगा कि कई हाथ-पांव का सुन्न होना एंग्जाइटी के कारण होता है। जब एंग्जाइटी की कंडीशन बिगड़ जाती है, तब अक्सर व्यक्ति को सीने में दर्द, एसिडिटी और सांस लेने में दिक्कत जैसी परेशानी होती है। यह बिल्कुल सही नहीं है। इसका मतलब है कि आपको तुरंत रिलैक्स करने की जरूरत है। अगर आप रिलैक्स फील न कर सकें, तो अपना ध्यान भटकाने की कोशिश करें। इस संबंध में मेडिटेशन और योगा भी आपकी मदद कर सकता है।
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