
धूप खासकर सर्दियों में हर किसी की जरूरत है। धूप से विटामिन डी मिलता है जो कि शरीर की हड्डियों को मजबूती प्रदान करने के साथ इम्यूनिटी बढ़ाने में मददगार है। इससे शरीर संक्रामक बीमारियों का शिकार नहीं होता और इस मौसम में शरीर को मौसमी बीमारियों से बचा रहता है। ऐसे में बड़ों की बात तो ठीक है लेकिन नवजात शिशु के सिए धूप थोड़ी नाजुक चीज है। बहुत से लोग मानते हैं कि महीने तक के बच्चे को धूप में ले जाने से बचना चाहिए लेकिन मेडिकल साइंस की मानें तो आप बच्चे को धूप में ले जा सकते हैं लेकिन तेज धूप में नहीं। ऐसे में कई सवाल आते हैं कि नवजात शिशु के लिए सबसे अच्छी धूप कितने बजे होती है, बच्चे को धूप में कब और कितना ले जाएं, आइए जानते हैं इन तमाम चीजों के बारे में Dr. Parimala V Thirumalesh, Sr. Consultant - Neonatology & Paediatrics, Aster CMI Hospital, Bangalore से।
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नवजात शिशु के लिए सबसे अच्छी धूप कितने बजे होती है-best time for a newborn to sunbathe?
Dr. Parimala V Thirumalesh बताती हैं कि नवजात शिशु को धूप में रखने का सबसे अच्छा समय सुबह-सुबह (Newborn baby ko dhoop kab dena chahiye) होता है जब सूरज की रोशनी नरम और सुरक्षित होती है। यह हल्की रोशनी शिशु को प्राकृतिक विटामिन डी प्रदान करती है और उसकी कोमल त्वचा को नुकसान नहीं पहुंचाती। अधिकांश डॉक्टर सुबह 7:00 बजे से 9:00 बजे के बीच धूप देने की सलाह देते हैं क्योंकि इस समय यूवी किरणें कम होती हैं। सुबह 10:00 बजे के बाद धूप में रखने से बचना चाहिए क्योंकि धूप बहुत तेज हो जाती है और शिशु की त्वचा को जला सकती है।
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शिशु को धूप में रखने का सही तरीका क्या है-New born baby ko dhoop kaise lagaye
डॉक्टर बताती हैं कि शिशु को धूप में रखने का सही तरीका यह है कि उसे खिड़की के पास रखें जहां से हल्की धूप आती हो, या उसे किसी छायादार बालकनी में रखें जहां अप्रत्यक्ष धूप आती हो। शुरुआत में केवल हाथ और पैरों को कुछ मिनटों के लिए धूप में रखें, धीरे-धीरे समय बढ़ाकर प्रतिदिन 10-15 मिनट तक कर दें। शिशु के चेहरे को कभी भी बहुत देर तक धूप में न रखें, क्योंकि उनकी त्वचा बहुत पतली होती है।

शिशु को धूप में ले जाने से पहले तेल या क्रीम न लगाएं
धूप सेंकने से पहले तेल या क्रीम लगाने से बचें, क्योंकि इससे त्वचा धूप के प्रति संवेदनशील हो सकती है। धूप सेंकते समय हमेशा बच्चे के साथ रहें ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वह सहज महसूस कर रहा है और उसे ज्यादा गर्मी नहीं लग रही है। अगर बच्चा रोने लगे, पसीना आने लगे या उसका चेहरा लाल हो जाए, तो तुरंत धूप सेंकना बंद कर दें और उसे तुरंत घर के अंदर ले जाएं।
सीधे तेज धूप में न ले जाएं
यह भी जरूरी है कि बच्चे को हल्का डायपर पहनाया जाए और उसे सीधे तेज धूप में न रखा जाए। धूप सेंकने के बाद, अगर बच्चा बड़ा है, तो उसे प्यार से साफ करें और उसे पर्याप्त मात्रा में पानी पिलाएं। इन सरल चरणों का पालन करने से बच्चा सुरक्षित रूप से धूप का आनंद ले सकता है और उसकी त्वचा और स्वास्थ्य की रक्षा हो सकती है।
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इस प्रकार से आप अपने बच्चे को सर्दियों की धूप के साथ विटामिन डी भी लेने का भी मौका दे सकते हैं, साथ ही नवजात शिशु को हेल्दी रख सकते हैं। बस ध्यान रखें कि किसी भी प्रकार से अपने बच्चे को तेज धूप में न ले जाएं जिससे आपकी दिक्कत बढ़ सकती है।
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FAQ
छोटे बच्चों की इम्युनिटी बढ़ाने के लिए क्या करें?
छोटे बच्चों की इम्युनिटी बढ़ाने के लिए आप उनकी डाइट में मौसमी फल और सब्जियों को शामिल करें। इनसे विटामिन A, C, E और खास एंटीऑक्सीडेंट मिलते हैं। इसके अलावा आप दूध, दही, पनीर, अंडे, दालें और ड्राई फ्रूट्स का सेवन कर सकते हैं।इम्यूनिटी कमजोर होने के क्या लक्षण हैं?
इम्यूनिटी कमजोर होने के कई लक्षण हैं जैसे कि बार-बार फ्लू या सर्दी-जुकाम होना, इंफेक्शन होना, लगातार थकान महसूस करना, किसी भी बीमारी से रिकवरी में दिक्कत और पेट संबंधी समस्याओं का होना।सर्दी के मौसम में इम्यूनिटी पावर कैसे बढ़ाएं?
सर्दी के मौसम में इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए डाइट में ज्यादा से ज्यादा फल और सब्जियों को शामिल करें। इसके अलावा जूस पिएं, सूप पिएं और विटामिन से भरपूर चीजों का सेवन करें।
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Dec 12, 2025 07:05 IST
Published By : Pallavi Kumari