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डिलीवरी के बाद गर्भाशय कब सामान्य आकार में आता है? डॉक्टर से जानें

डिलीवरी के बाद महिलाओं के शरीर में कई शारीरिक और मानसिक बदलाव आते हैं। यहां जानिए, डिलीवरी के बाद यूट्रस कब सामान्य साइज में आता है?
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डिलीवरी के बाद गर्भाशय कब सामान्य आकार में आता है? डॉक्टर से जानें


डिलीवरी के बाद महिलाओं के शरीर में कई शारीरिक और मानसिक बदलाव आते हैं। डिलीवरी के बाद महिला का शरीर रिकवरी प्रक्रिया से गुजरता है, जिसमें हार्मोनल बदलाव, शरीर के अंगों का आकार वापस सामान्य होना और मानसिक स्थिति में बदलाव शामिल होते हैं। प्रसव के बाद शरीर को फिर से पहले जैसा बनाने में कुछ सप्ताह या महीनों का समय लग सकता है। इस दौरान महिला को कई प्रकार की शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है, जैसे कि गर्भाशय का आकार सामान्य होने की प्रक्रिया, शरीर का बढ़ा वजन, हार्मोनल असंतुलन और मानसिक दबाव। हालांकि, इस समय सही डाइट, आराम और फिजिकल एक्टिविटी की मदद से शरीर को जल्दी स्वस्थ किया जा सकता है। डिलीवरी के बाद कई महिलाओं का सवाल होता है कि प्रसव के बाद गर्भाशय सामान्य आकार में कितने समय में आता है? इस बारे में ज्यादा जानकारी के लिए हमने, लखनऊ के मा-सी केयर क्लीनिक की आयुर्वेदिक डॉक्टर और स्तनपान सलाहकार डॉ. तनिमा सिंघल से बात की-

डिलीवरी के बाद गर्भाशय कब सामान्य आकार में आता है?

प्रसव के बाद महिला का शरीर कई बदलावों से गुजरता है, जिसमें सबसे जरूरी है यूट्रस (गर्भाशय) का आकार। गर्भवती महिला का गर्भाशय बढ़कर बच्चे के विकास के लिए पर्याप्त जगह बनाता है, लेकिन प्रसव के बाद उसे अपने सामान्य आकार में लौटने के लिए कुछ समय लगता है।

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यूट्रस का आकार जन्म के तुरंत बाद

प्रसव के बाद,आमतौर पर 24 घंटे के भीतर गर्भाशय की ऊंचाई और आकार में कमी आने लगती है। प्रसव के बाद पहले कुछ दिनों में गर्भाशय का आकार बहुत बड़ा होता है। ऐसा इसलिए, क्योंकि इसमें ब्लड और अन्य द्रव पदार्थ होते हैं जो बच्चे के जन्म के बाद बाहर निकलते हैं। इस दौरान पेट में ऐंठन और हल्का दर्द महसूस हो सकता है, जो कि सामान्य है।

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यूट्रस के आकार में बदलाव के चरण

पहला सप्ताह: प्रसव के एक सप्ताह के भीतर गर्भाशय लगभग गर्भावस्था के पहले आकार का आधा हो जाता है। इस समय ब्लीडिंग कम हो जाती है और मांसपेशियां सिकुड़ने लगती हैं।

दो से छह सप्ताह: प्रसव के 2 से 6 सप्ताह के भीतर गर्भाशय और छोटा होता है और पहले की तुलना में लगभग 50-60 प्रतिशत तक सामान्य आकार में वापस आ जाता है।

छह सप्ताह: सामान्य रूप से, प्रसव के बाद लगभग 6 सप्ताह के भीतर गर्भाशय अपना सामान्य आकार प्राप्त कर लेता है। इस दौरान ब्लीडिंग पूरी तरह से बंद हो जाती है और महिला के शरीर की बाकी प्रक्रियाएं भी सामान्य होने लगती हैं।

uterus

गर्भाशय के आकार को सामान्य करने के लिए क्या करें?

  • स्तनपान गर्भाशय को सिकोड़ने में मदद करता है और इसे सामान्य आकार में लाने के लिए सहायक होता है।
  • जैसे-जैसे समय बीतता है, हल्की एक्सरसाइज और योग गर्भाशय को अपनी सामान्य स्थिति में लाने के लिए मददगार साबित हो सकते हैं।
  • संतुलित और पौष्टिक आहार से शरीर को सही पोषण मिलता है, जो रिकवरी प्रक्रिया को तेज करता है।
  • प्रसव के बाद पर्याप्त आराम करना और तनाव से बचना गर्भाशय की रिकवरी की प्रक्रिया को तेज करता है।

डॉक्टर से सलाह कब लें?

अगर गर्भाशय के आकार में सामान्य बदलाव नहीं दिखता है या ब्लीडिंग जारी रहती है, तो यह किसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है। इस स्थिति में डॉक्टर से परामर्श लेना बेहद जरूरी होता है। इसके अलावा, यदि महिला को अधिक दर्द, बुखार या संक्रमण के लक्षण दिखें, तो भी तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

निष्कर्ष

प्रसव के बाद गर्भाशय का आकार धीरे-धीरे सामान्य हो जाता है। यह प्रक्रिया आमतौर पर 6 हफ्तों के अंदर पूरी होती है। महिला का स्वास्थ्य, आयु और प्रसव का प्रकार इस प्रक्रिया को प्रभावित कर सकते हैं।

All Images Credit- Freepik

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