
प्रीटर्म यानी समय से पहले होने वाली डिलीवरी एक ऐसी स्थिति है जो न सिर्फ बच्चे के लिए, बल्कि मां के शरीर और मन दोनों के लिए बड़ी चुनौती लेकर आती है। प्रेग्नेंसी के नौ महीनों के सफर से पहले ही अचानक प्रसव हो जाना महिला के शरीर पर कई तरह का दबाव डाल देता है। थकान, कमजोरी, हार्मोनल बदलाव, सर्जरी या नॉर्मल डिलीवरी के बाद के घाव, लगातार बच्चे की देखभाल, ये सब मिलकर मां के लिए रिकवरी को और भी कठिन बना देते हैं। ऐसे में सबसे जरूरी होता है सही पोषण, क्योंकि यही वह ईंधन है जो शरीर की अंदरूनी रिकवरी में मदद करता है, एनर्जी लौटाता है और मां को दोबारा मजबूत करने में मदद करता है। इस समय ज्यादातर नई महिलाएं खुद को थका हुआ, भावनात्मक रूप से कमजोर और कई बार चिंतित महसूस करती हैं कि क्या वे अपने बच्चे की देखभाल ठीक से कर पाएंगी? क्या उनका शरीर पहले जैसा हो पाएगा? क्या दूध पर्याप्त बनेगा? ऐसे में एक सही और बैलेंस डाइट न सिर्फ शारीरिक रूप से मां को मजबूत करती है, बल्कि मानसिक स्थिरता और आत्मविश्वास भी वापस लाता है। इस लेख में यशोदा हॉस्पिटल्स, हैदराबाद की चीफ डाइटिशियन सुजाता स्टीफन (Dt. Sujatha Stephen, Chief Dietician, Yashoda Hospitals, Hyderabad) से जानिए, प्री-टर्म डिलीवरी के बाद रिकवरी के लिए क्या खाएं?
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प्री-टर्म डिलीवरी के बाद क्या खाएं? - What foods are good for recovery after preterm birth
डाइटिशियन सुजाता स्टीफन बताती हैं, '' प्रीटर्म बर्थ के बाद मां को 'न्यूट्रिएंट-डेंस' यानी पोषक तत्वों से भरपूर भोजन पर विशेष ध्यान देना चाहिए। इससे शरीर की रिकवरी तेज होती है, दूध बनने की क्षमता बढ़ती है और संपूर्ण स्वास्थ्य बेहतर रखने में मदद मिलती है।''
1. आयरन से भरपूर फूड्स
प्रीमेच्योर डिलीवरी के बाद महिलाओं में आयरन की कमी बहुत आम होती है। आयरन की कमी से कमजोरी, थकान, चक्कर और दूध प्रोडक्शन पर भी असर पड़ सकता है। ऐसे में आयरन-रिच फूड्स जैसे पालक, मेथी, राजमा, चना, मसूर और फोर्टिफाइड सीरियल्स शामिल करना जरूरी है। नॉन-वेज खाने वाली महिलाओं के लिए रेड मीट और लिवर बेहतरीन सोर्स हैं, क्योंकि ये हीम आयरन प्रदान करते हैं जो शरीर आसानी से अवशोषित कर लेता है।
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2. Tissue Repair के लिए प्रोटीन-रिच डाइट
प्रोटीन शरीर के टिश्यू रिपेयर और जख्म भरने में सबसे अहम भूमिका निभाता है। सी-सेक्शन या प्रीटर्म डिलीवरी के बाद मां के शरीर को ज्यादा प्रोटीन की जरूरत होती है। इसके लिए डाइट में अंडे, चिकन, मछली, दूध, दही, पनीर, दालें, चना, राजमा और नट्स शामिल करना चाहिए। डाइटिशियन सुजाता स्टीफन बताती हैं कि प्रोटीन इम्यूनिटी को भी मजबूत करता है और शरीर को इंफेक्शन से लड़ने की क्षमता देता है।
3. इंफ्लेमेशन के लिए ओमेगा-3 फैटी एसिड
प्रीटर्म डिलीवरी के बाद शरीर में सूजन और कमजोरी आम होती है। ओमेगा–3 फैटी एसिड इस सूजन को कम करता है और साथ ही ब्रेन हेल्थ और मूड बैलेंस में भी मदद करता है। इसके लिए फैटी फिश (सैल्मन, मैकेरल), फ्लैक्ससीड, अखरोट और चिया सीड्स का सेवन फायदेमंद होता है।
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4. हड्डियों के लिए कैल्शियम
डिलीवरी के बाद दूध पिलाने वाली महिलाओं में कैल्शियम की जरूरत बढ़ जाती है। इसलिए दूध, दही, पनीर, रागी, ब्रोकली और फोर्टिफाइड प्लांट मिल्क बहुत उपयोगी होते हैं। इससे मां की मांसपेशियां और हड्डियां जल्दी मजबूत होती हैं।
5. फास्ट हीलिंग के लिए विटामिन C
डिलीवरी के बाद शरीर को तेजी से रिकवर करने के लिए विटामिन C बहुत जरूरी है। यह कोलेजन बनाता है जो टिश्यू रिपेयर में मदद करता है और इम्यूनिटी मजबूत करता है। इसके बेहतरीन सोर्स हैं, संतरा, कीवी, स्ट्रॉबेरी, नींबू, अमरूद और हरी पत्तेदार सब्जियां।

6. एनर्जी के लिए अनाज
नई मां को दिनभर एनर्जी की जरूरत होती है, क्योंकि शरीर अभी रिकवरी मोड में होता है और साथ ही बेबी के लिए दूध भी बनाता है। ऐसे में ब्राउन राइस, ओट्स, क्विनोआ, दलिया और होल व्हीट जैसे साबुत अनाज लंबे समय तक एनर्जी देते हैं और पाचन भी बेहतर रखते हैं।
7. हार्मोन बैलेंस के लिए हेल्दी फैट्स
डिलीवरी के बाद हार्मोनल असंतुलन बहुत आम है। हेल्दी फैट्स शरीर में हार्मोन बनाने और टिश्यू रिपेयर में मदद करते हैं। इसलिए एवोकाडो, बादाम, काजू, पिस्ता, मूंगफली, तिल और सीड्स का सेवन जरूरी है।
रिकवरी को तेज करने के लिए जरूरी टिप्स - Essential tips to speed up recovery
- पानी, नारियल पानी और हर्बल टी से हाइड्रेशन बनाए रखें। यह दूध बनने और थकान कम करने में मदद करता है।
- बार-बार खाना एनर्जी को बनाए रखता है और पाचन को आसान बनाता है।
- हर महिला की जरूरत अलग होती है, इसलिए डाइट एक्सपर्ट या डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।
निष्कर्ष
प्रीटर्म बर्थ के बाद सही पोषण लेना मां की तेजी से रिकवरी, मानसिक स्वास्थ्य, लैक्टेशन और इम्यूनिटी के लिए सबसे बड़ी जरूरत है। एक्सपर्ट के अनुसार, संतुलित, पोषक और नेचुरल डाइट अपनाने से नई मां जल्द स्वस्थ हो सकती है और बच्चे की बेहतर देखभाल करने में सक्षम होती है।
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FAQ
प्रीटर्म बर्थ क्या होता है?
प्रीटर्म बर्थ वह स्थिति है जब बच्चा 37 सप्ताह से पहले जन्म लेता है। ऐसे बच्चे का वजन कम हो सकता है और उन्हें अतिरिक्त मेडिकल केयर की जरूरत पड़ सकती है।समय से पहले बच्चा होने का क्या कारण हो सकता है?
समय से पहले बच्चा होने के कारण कई हो सकते हैं, मां को हाई BP, इंफेक्शन, गर्भाशय में समस्या, मल्टीपल प्रेग्नेंसी, थायराइड, डाइबिटीज तनाव या पहले हुई प्रीटर्म डिलीवरी। कई बार कारण पता भी नहीं चलता।क्या प्रीटर्म डिलीवरी के बाद दूध कम बनता है?
कुछ महिलाओं में शुरुआत में दूध बनना धीमा हो सकता है, लेकिन सही डाइट, हाइड्रेशन, स्किन-से-स्किन संपर्क जैसी चीजें लैक्टेशन बढ़ा सकती हैं।
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Nov 14, 2025 11:45 IST
Published By : Akanksha Tiwari