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डिलीवरी के तुरंत बाद महिलाओं को क्या खाना चाहिए? जानें डॉक्टर से

What to eat immediately after delivery: डिलीवरी क बाद शरीर को रिकवरी की जरूरत होती है और 2 घंटे बाद स्तनपान भी कराना होती है। इसलिए महिलाओं को डिलीवरी के बाद ऐसा कुछ खाना चाहिए, जो आसानी से पच सके।
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डिलीवरी के तुरंत बाद महिलाओं को क्या खाना चाहिए? जानें डॉक्टर से

What to eat immediately after delivery: डिलीवरी के बाद महिलाओं के शरीर में कई प्रकार के बदलाव होते हैं। डिलीवरी के बाद महिलाओं को न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक रूप से भी भरपूर देखभाल की जरूरत होती है। डिलीवरी के दौरान लगने वाले टांके से रिकवरी, स्तनपान की शुरुआत और एनर्जी को स्टोर करने के लिए संतुलित व पौष्टिक आहार जरूरी होता है। डिलीवरी के तुरंत बाद अगर सही आहार न लिया जाए, तो यह शारीरिक कमजोरी (What to do After Delivery) का कारण बन सकता है। इस लेख में दिल्ली की आशा आयुर्वेदा की डायरेक्टर और स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. चंचल शर्मा (Dr. Chanchal Sharma, Director of Asha Ayurveda, Delhi and Gynecologist and Obstetrician) से जानेंगे डिलीवरी के बाद महिलाओं को क्या खाना चाहिए।

डिलीवरी के तुरंत बाद महिलाओं को क्या खाना चाहिए- What to eat immediately after delivery

डॉ. चंचल शर्मा का कहना है नॉर्मल और सिजेरियन डिलीवरी के दौरान महिलाओं के शरीर में टांके आते हैं। टांके से रिकवरी, डिलीवरी के बाद तुरंत महिलाओं का नवजात शिशु को स्तनपान भी कराना होता है। ऐसे में खानपान और भी महत्वपूर्ण हो जाती है।

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1. एनर्जी देने वाले खाद्य पदार्थ- Importance of Energy giving Foods after Delivery

डिलीवरी के दौरान महिलाओं के शरीर से अतिरिक्त एनर्जी खर्च होती है। ऐसे में महिलाओं को डिलीवरी के बाद ऐसा खाना खाना चाहिए, जो शरीर को तुरंत एनर्जी दे सके। डिलीवरी के तुरंत बाद गेहूं का दलिया, रागी की खिचड़ी, मूंग दाल का पानी और साबुत अनाज से बनी चीजों का सेवन करना चाहिए। इस तरह के खाद्य पदार्थों में विटामिन, मिनरल्स, कार्ब्स और फाइबर की प्रचुर मात्रा होती है। एक्सपर्ट का कहना है कि इस तरह के खाद्य पदार्थ शरीर को अंदर से एनर्जी देने का काम करते हैं।

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2. प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ- Benefits of Protein-rich foods after Delivery

डिलीवरी के बाद टांकों से रिकवरी और नवजात शिशु के लिए दूध का उत्पादन करने हेतु महिलाओं को प्रोटीन की बहुत जरूरी होता है। प्रोटीन के लिए खाने में उबले हुए अंडे, दूध और दूध से बनें प्रोडक्ट जैसे पनीर, दही व ड्राई फ्रूट्स- बादाम, काजू, अखरोट को शामिल करें। डॉ. चंचल शर्मा के अनुसार, डिलीवरी के समय शरीर को आंतरिक और बाहरी चोट लगती है, ऐसे में प्रोटीन घाव भरने, टांकों की रिकवरी और मांसपेशियों की मरम्मत में मुख्य भूमिका निभाता है।

3. कैल्शियम - Calcium Importance after Delivery

डिलीवरी के दौरान हुए ब्लड लॉस की पूर्ति करने और हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए कैल्शियम की जरूरत होती है। डिलीवरी के बाद खाने में पनीर और दूध को शामिल करने से कैल्शियम की कमी को पूरा करने में मदद मिलती है। इनके अलावा छाछ, सफेद तिल, सूखे अंजीर भी कैल्शियम की पूर्ति करते हैं।

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4. हेल्दी फैट- Healthy Fat

डिलीवरी के बाद महिला के शरीर में हार्मोन तेजी से बदलते हैं। इससे मूड स्विंग, थकान और अवसाद की परेशानी होती है। डिलीवरी के बाद हेल्दी फैट जैसे घी, नट्स, सीड्स और एवोकाडो का सेवन करने महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन जैसे हार्मोनों के निर्माण में मदद करता है, जिससे मूड स्विंग्स और थकान कम होती है। एक्सपर्ट का कहना है कि हेल्दी फैट धीरे-धीरे पचता है और लंबे समय तक ऊर्जा देता है, जिससे नई मां को होने वाली शारीरिक थकान दूर होती है।

5. पानी और अन्य प्रकार के लिक्विड

डिलीवरी के दौरान शरीर से निकलने वाले पानी के कारण महिलाओं को डिहाइड्रेशन की परेशानी हो सकती है। इसलिए डिलीवरी के तुरंत बाद महिलाओं को हल्का गुनगुना या अजवाइन और सौंफ की चाय पीना चाहिए। गुनगुना पानी डिलीवरी के बाद होने वाले कब्ज और पाचन संबंधी अन्य परेशानियां दूर होती हैं। साथ ही, डिलीवरी के बाद पानी की कमी को पूरा करने के लिए वेजिटेबल सूप और जूस भी पिया जा सकता है।

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डिलीवरी के बाद क्या न खाएं-

- डिलीवरी के बाद महिलाओं को तले-भुने और अधिक मिर्च-मसाले वाला भोजन से बचना चाहिए। इस तरह के खाद्य पदार्थ गैस और पाचन संबंधी परेशानियों का कारण बनते हैं।

- कैफीन और ठंडे ड्रिंक्स भी डिलीवरी के तुरंत बाद पीने से सेहत को नुकसान पहुंचाते हैं।

- बाजार में मिलने वाले डिब्बाबंद और प्रोसेस्ड फूड को लंबे समय तक स्टोर करने के लिए केमिकल्स का इस्तेमाल किया जाता है। इसलिए डिलीवरी के बाद इन्हें खाने से बचना चाहिए।

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डिलीवरी के बाद खाना कैसे खाएं-

डिलीवरी के बाद महिलाओं को एक साथ पूरा खाना खाने से बचना चाहिए। एक बार में ज्यादा खाने की वजह से गैस, ब्लोटिंग और कब्ज की परेशानी हो सकती है।

हर 2–3 घंटे में कुछ पौष्टिक खाएं

बहुत अधिक नहीं, थोड़ी-थोड़ी मात्रा में खाएं

गर्म और ताजे बना हुआ खाना खाएं, बासी खाने से बचें।

हल्दी वाला दूध और गुड़ के लड्डू खाएं

अजवाइन का पानी पिएं।

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निष्कर्ष

डिलीवरी के तुरंत बाद महिला का शरीर रिकवरी की प्रक्रिया से गुजरता है और उसे शारीरिक, मानसिक और हार्मोनल स्तर पर संतुलन की जरूरत होती है। ऐसे में पौष्टिक, पचने में आसान और एनर्जी देने वाला खाना ही बेस्ट होता है।

FAQ

  • टांके लगने पर क्या खाना चाहिए?

    नॉर्मल या सिजेरियन दोनों ही प्रकार की डिलीवरी में महिलाओं को टांके आते हैं। ऐसे समय में शरीर को अंदर से हीलिंग (घाव भरने) के लिए खास तरह के पोषण की जरूरत होती है। टांके लगने पर महिलाओं को कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन सी और ए युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए।
  • डिलीवरी के बाद पीठ दर्द क्यों होता है?

    प्रेग्नेंसी के दौरान पेट की मांसपेशियों में खिंचाव आ जाता है। इससे रीढ़ की हड्डी को सहारा नहीं मिल पाता है और पीठ पर अतिरिक्त दवाब पड़ता है। डिलीवरी के दौरान महिला को बच्चे को बाहर निकालने के लिए जोर लगाना पड़ता है, जिससे पीठ और पेल्विक एरिया पर दवाब पड़ता और यही पीठ के दर्द का कारण बनता है।
  • सिजेरियन डिलीवरी के बाद क्या नहीं खाना चाहिए?

    सिजेरियन डिलीवरी के बाद महिला का शरीर न केवल प्रसव से गुजरा होता है, बल्कि उसे एक बड़ी सर्जरी से भी उबरना होता है। ऐसे में आहार बहुत सोच-समझकर लेना चाहिए, ताकि टांकों पर असर न पड़े, गैस या कब्ज की समस्या न हो और रिकवरी सुचारू रूप से हो सके।

 

 

 

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