आरटी-पीसीआर (RT-PCR) टेस्ट नेगेटिव आने पर क्या करें? डॉक्टर से जानें कब करवाएं सीटी स्कैन?

कोरोना की दूसरी लहर में सामान्य लक्षण नजर आने पर भी आरटी पीसीआर टेस्ट में रिपोर्ट नेगेटिव आ रही है। इसकी वजह क्या हो सकती है? ऐसे में हमें क्या करना चाहिए? चलिए जानते हैं 
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आरटी-पीसीआर (RT-PCR) टेस्ट नेगेटिव आने पर क्या करें? डॉक्टर से जानें कब करवाएं सीटी स्कैन?


देश में कोरोना की दूसरी लहर ने कोहराम मचा रखा है। देशभर में एक दिन में लाखों लोग कोरोना की चपेट में आ रहे हैं। साथ ही हजारों की संख्या में लोग अपनी जान गवां रहे हैं। ताजा आंकड़ों की बात करें तो देश में पिछले 24 घंटों में लगभग 3 लाख 80 हजार मामले सामने आए हैं, वहीं 3 हजार 700 से ज्यादा लोगों की कोरोना वजह से जान गई हैं। इस समय देश के कुछ राज्यों की स्थिति इतनी गंभीर बनी हुई है कि लोग ऑक्सीजन की कमी की वजह से अपनी जान से हाथ धो रहे हैं। इसके अलावा देश एक संकट से और जूझ रहा है और वह है कोरोना के लक्षणों के बावजूद आरटी-पीसीआर टेस्ट नेगेटिव आना। कोरोना की दूसरी लहर में कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जिसमें लोगों में कोरोना के लक्षण नजर आते हैं लेकिन आरटी-पीसीआर टेस्ट में रिपोर्ट नेगेटिव आ जाती है। आखिर ऐसा क्यों होता है? आरटी-पीसीआर टेस्ट कितना कारगर है? रिपोर्ट नेगेटिव आने पर क्या करना चाहिए? क्या कोरोना की जांच के लिए सीटी स्कैन करवाना जरूरी है? आदि सवाल इस समय आपने मन में भी जरूर होंगे। इसलिए इस विषय पर विस्तार से जानकारी लेने के लिए हमने फोर्डा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर विवेक चौकसे से बातचीत की- 

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आरटी-पीसीआर रिपोर्ट नेगेटिव आने पर न करें कोरोना के इन लक्षणों को नजरअंदाज (Do Not Ignore These Symptoms of Corona When RT-PCR Report is Negative)

अगर आप अपनी कोरोना की जांच के लिए आरटी-पीसीआर टेस्ट करवाते हैं और रिपोर्ट नेगेटिव आती है, तो जरूरी नहीं है कि आप सच में ही कोरोना नेगेटिव हो। क्योंकि कई बार आरटी पीसीआर टेस्ट कोरोना पॉजिटिव को भी नेगेटिव बता रहा है। ऐसे में अगर आपको नीचे बताए गए कोरोना के लक्षण नजर आ रहे हैं, तो आप इनको नजरअंदाज न करें और जल्द से जल्द डॉक्टर से सलाह लें। उन्हें अपना हेल्थ स्टेट्स बताएं और उनके साथ लगातार संपर्क में रहें। 

  • - खाने में स्वाद न आना।
  • - सूंघने की शक्ति खो देना।
  • - कुछ दिनों से लगातार गले में खराश और सूखी खांसी होना।
  • - तेज बुखार
  • - डायरिया और उल्टी होने की समस्या।
  • - शरीर में कमजोरी महसूस करना और थकावट रहना।
  • - पूरे शरीर में दर्द होना।

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कितना कारगर है आरटी-पीसीआर टेस्ट (How Effective is The RT-PCR Test)

कोरोना की जांच के लिए अभी तक दो टेस्ट किए जाते रहे हैं। इसमें कोविड-19 रेपिड एंटीजेन टेस्ट और आरटी पीसीआर टेस्ट शामिल हैं। कई बार लोगों में लक्षण नजर आने पर रेपिड टेस्ट किया जाता है, लेकिन टेस्ट नेगेटिव आता है। इसके बाद आरटी-पीसीआर टेस्ट करवाया जाता है, जिससे पता चलता है कि व्यक्ति सच में ही कोरोना पॉजिटिव है या नेगेटिव। लेकिन कोरोना की दूसरी लहर में कोरोना के लक्षण दिखने के बाद भी आरटी-पीसीआर टेस्ट कोरोना नेगेटिव दिखा रहा है। फिलहाल कोरोना का पता लगाने के लिए आरटी-पीसीआर टेस्ट को ही सटीक माना जा रहा है, लेकिन यह शत प्रतिशत कारगर नहीं है। कोरोना की दूसरी लहर में यह कई बार कोरोना पॉजिटिव को कोरोना नेगेटिव दिखा देता है। आरटी पीसीआर को शत प्रतिशत कारगर नहीं बताया जा सकता है, क्योंकि कोरोना की दूसरी लहर में लोगों में इसके सामान्य लक्षण दिखने के बाद भी रिपोर्ट नेगेटिव आती है और जब वे 3 दिन बाद दोबारा टेस्ट करवाते हैं, तो रिपोर्ट पॉजिटिव आ जाती है और कई बार दोबारा भी नेगेटिव ही आता है। 

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कोरोना के लक्षण हैं लेकिन टेस्ट नेगेटिव आए तो क्या करें (There Are Symptoms of Corona But What to Do if The Test is Negative)

अगर आप कोरोना के सामान्य लक्षण नजर आने पर अपना आरटी-पीसीआर टेस्ट करवाते हैं और टेस्ट नेगेटिव आती है तो ऐसे में जरूरी नहीं कि आप कोरोना नेगेटिव ही हो। ऐसे में आपको अपने लक्षणों पर नजर रखनी होगी। अगर आप में कोरोना के लक्षण साफ-साफ नजर आ रहे हैं तो आपको उन सभी नियमों का पालन करना चाहिए, जो एक होम आइसोलेशन में रहने वाला व्यक्ति करता है। क्योंकि भले ही टेस्ट नेगेटिव है, लेकिन यह संभव है कि टेस्ट नेगेटिव आने पर भी आप कोरोना पॉजिटिव हो। ऐसे में आपको इन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

  • - कोरोना के लक्षण नजर आते ही आप एक हवादार कमरे में खुद को आइसोलेट कर लें।
  • - समय-समय पर ऑक्सीमीटर से अपना ऑक्सीजन लेवल चेक करते रहें।
  • - थर्मामीटर से अपना टैंप्रेचर भी देखते रहें।
  • - अपने सारे लक्षणों पर नजर रखें और डॉक्टर के संपर्क में रहें।
  • - पूरी तरह से स्वस्थ होने के बाद ही आप दूसरों से मिलें।
  • - अगर आपके लक्षणों में कमी न आए, तो आप 3-4 दिन बाद दोबारा कोरोना टेस्ट करवा सकते हैं।

क्यों आती है आरटी-पीसीआर में रिपोर्ट नेगेटिव (Why is The Report Negative in RT-PCR)

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कोरोना की दूसरी लहर में कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जिसमें व्यक्ति को कोरोना के कई सामान्य लक्षण नजर आते हैं लेकिन उनकी आरटी-पीसीआर टेस्ट नेगेटिव आ जाती है। क्योंकि आरटी-पीसीआर टेस्ट शत प्रतिशत कारगर नहीं है। जो लोग सामान्य लक्षण वाले होते हैं, उनमें ज्यादातर ऐसा हो रहा है। आरटी-पीसीआर रिपोर्ट नेगेटिव आने के पीछे हो सकती है ये वजह- 

  • - कई बार मरीज की बॉडी में वायरल सामान्य होता है और उसका लोड बहुत कम होता है। ऐसे में रिपोर्ट नेगेटिव आने की संभावना बढ़ जाती है।
  • - सामान्य लक्षण दिखने पर अगर लोग उसी समय आरटी-पीसीआर टेस्ट करवाते हैं, तो रिपोर्ट कई बार नेगेटिव आ जाती है। 
  • - यह भी संभव है कि कोरोना के नए वेरिएंट का पता लगाने में आरटी-पीसीआर टेस्ट सक्षम न हो।

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कब करवाएं सीटी स्कैन (When to Get CT Scan Done)

डॉक्टरों का कहना है कि अगर कोरोना के लक्षण नजर आने के बावजूद आपकी आरटी-पीसीआर रिपोर्ट नेगेटिव आती है, तो आपको खुद को आइसोलेट करने की जरूरत होती है। इससे संक्रमण दूसरे लोगों तक नहीं पहुंचेगा। साथ ही आपको अपने स्वास्थ्य की जानकारी डॉक्टर से भी शेयर करते रहना चाहिए और अपना इलाज करवाना चाहिए। आइसोलेशन पीरियड में आपको डॉक्टर के संपर्क में रहना जरूरी होता है। अगर कुछ दिनों बाद तक आप में लक्षण नजर आते हैं तो आप 3-4 दिन बाद डॉक्टर की सलाह पर दोबारा आरटी-पीसीआर टेस्ट करवा सकते हैं। लेकिन फिर भी आपकी रिपोर्ट नेगेटिव आती है, तो डॉक्टर आपको 5-6 दिन के अंदर सीटी स्कैन करवाने की सलाह दे सकते हैं। लेकिन बिना डॉक्टर की सलाह के सीटी स्कैन करवाने से बचें। अगर आपको डॉक्टर सीटी स्कैन करवाने के लिए कहते हैं, तो आप एचआरसीटी टेस्ट करवा सकते हैं। एचआरसीटी टेस्ट मतलब हाई रेजोल्यूशन सीटी स्कैन। इसमें पता लगाया जा सकता है कि आपके फेफड़े संक्रमित हैं या नहीं। अगर आपको लगातार तेज खांसी, सांस लेने में दिक्कत हो और आपका ऑक्सीजन लेवल कम हो जाए तो आपको अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। 

ज्यादा बार सीटी स्कैन के नुकसान (Disadvantages of CT Scan More Often)

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के निदेशक डॉक्टर रणदीप गुलेरिया के अनुसार बार-बार सीटी स्कैन करवाने से भविष्य में कैंसर का खतरा बढ़ सकता है। इसलिए मध्यम से गंभीर बीमारी से पीड़ित होने पर डॉक्टर की सलाह पर इसे करवाना चाहिए। हल्के लक्षणों वाले मरीजों को सीटी स्कैन करवाने की जरूरत नहीं होती है।

आरटी-पीसीआर टेस्ट से कोरोना के सही नतीजों का पता चलता है। लेकिन कई बार यह हल्के लक्षणों वाले मरीजों की रिपोर्ट नेगेटिव दिखा देता है। लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि आप लक्षण नजर आने पर टेस्ट ही न करवाएं। अगर आप में कोरोना के लक्षण नजर आते हैं तो आपको टेस्ट जरूर करवाना चाहिए। अगर आपकी रिपोर्ट नेगेटिव आती भी है, तो आपको कुछ दिन खुद को आइसोलेशन में जरूर रखना चाहिए और अपने हेल्थ स्टेट्स पर गौर करना चाहिए। अगर आप में ज्यादा दिनों तक लक्षण नजर आते हैं तो आप 3-4 दिन बाद अपना आरटी-पीसीआर टेस्ट करवा सकते हैं।  

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