Mpox RT-PCR kit: एमपॉक्स के मामले दुनियाभर में तेजी से बढ़ रहे हैं। थाईलैंड में मिले इसका नया स्ट्रेन क्लेड 1b लोगों के लिए खतरे का सबब बन रहा है। पड़ोसी देशों में दस्तक देने के अब भारत सरकार ने भी इस वायरस से निपटने के लिए कमर कस ली है। हाल ही में भारत में एमपॉक्स की जांच करने के लिए पहली RT PCR किट लॉन्च हुई है। इस किट के जरिए एमपॉक्स का पता आसानी से लगाया जा सकेगा। यह किट भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) द्वारा मान्यता प्राप्त है। उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही यह किट स्वास्थ्य विभाग तक पहुंच सकेगी।
CDSCO से मिला अप्रूवल
एमपॉक्स के बढ़ते कहर को देखते हुए इस आरटी पीसीआर किट को सेंट्रल ड्रग स्टेंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन (CDSCO) द्वारा इमरजेंसी अप्रूवल दिया गया है। ताकि जल्द ही इस किट का इस्तेमाल कर लोगों की जांच शुरु की जा सके। जानकारी के मुताबिक आंध्र प्रदेश सरकार की एक रिसर्च बॉडी मेडटेक जोन द्वारा इस आरटी-पीसीआर किट को बनाया गया है। ट्रांसएशिया डायग्नोस्टिक के साथ मिलकर इस स्वदेशी आरटी पीसीआर किट को बनाया गया है। इस किट के जरिए मंकीपॉक्स वायरस से संदिग्ध व्यक्ति की जांच आसानी से की जा सकेगी। इस किट को ErbaMDX ब्रैंड का नाम देकर लॉन्च किया गया है। हालांकि, किट की कीमत अभी निर्धारित नहीं की गई है।
भारत में नहीं हैं एमपॉक्स के मामले
भारत में अभी तक एमपॉक्स का एक भी मामला सामने नहीं आया है। लेकिन पड़ोसी देशों में इस वायरस की पुष्टि होने के बाद से भारत में भी एमपॉक्स से निपटने के लिए तैयारियां शुरु कर दी गई हैं। इसके लिए अलग-अलग राज्यों में इसे लेकर तैयारियां की जा रही हैं। कई राज्यों में तो एमपॉक्स से बचने के लिए आइसोलेशन वार्ड भी बनाए जा चुके हैं।
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एमपॉक्स के लक्षण (Mpox Symptoms)
- एमपॉक्स होने पर शरीर में दर्द होने के साथ ही मांसपेशियों में भी दर्द हो सकता है।
- ऐसे में तेज बुखार और जोड़ों में दर्द होता है।
- इस स्थिति में ठंड लगने और कंपकंपी होने के अलावा शरीर में दाने निकल सकते हैं।
- ऐसे में थकान महसूस होने के साथ ही साथ शरीर में सूजन भी हो सकती है।
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