कोरोना के लक्षण हैं पर रिपोर्ट नेगेटिव आई है तो क्या करना चाहिए? इन दिनों कोरोना पीक पर है। ज्यादातर राज्यों में कोविड के केस लगातार बढ़ रहे हैं। कोरोना के नए स्ट्रेन ने लोगों के लिए नई मुसीबत खड़ी कर दी है। कोरोना के नए मामलों में मरीज की आरटी-पीसीआर रिपोर्ट तो नेगेटिव आती है पर उसके शरीर में कोरोना के लक्षण होते हैं। भारत में जितने आरटी-पीसीआर टेस्ट किए जा रहे हैं उनमें से 20 प्रतिशत टेस्ट के रिजल्ट गलत आ रहे हैं। ऐसी स्थिति में हमें क्या करना चाहिए ये जानने के लिए हमने लखनऊ के केयर इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फिजिशियन डॉ सीमा यादव से बात की। डॉ सीमा ने बताया कि नए स्ट्रेन में इस तरह के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं जिनकी रिपोर्ट नेगेटिव होने के बाद भी उनमें कोविड के लक्षण हैं। अगर ऐसा आपके साथ भी होता है तो घबराएं नहीं, खुद को सबसे पहले बाकि परिवार वालों से अलग या आईसोलेट कर लें। अपना ऑक्सीजन स्तर जांचते रहें, इसके साथ ही तीन दिनों के बाद फिर से आरटी-पीसीार टेस्ट करवाएं। डॉक्टर की सलाह पर सीटी-स्कैन भी करवा सकते हैं। इसके अलावा डॉक्टर आपको सीआरपी और डी-डिमर टेस्ट करवाने की सलाह भी दे सकते हैं।
1. कोविड के लक्षण हैं तो खुद को करें आइसोलेट (Isolate yourself)
आपकी रिपोर्ट अगर नेगेटिव है लेकिन फिर भी आपको कोविड के लक्षण महसूस हो रहे हैं तो आप खुद को आइसोलेट कर लें। इस दौरान अपने डॉक्टर से लगातार संपर्क में रहें। ऐसा करने से आप और आपका परिवार सुरक्षित रहेगा और कोविड फैलने का डर कम रहेगा। घर में अगर कोई बुजुर्ग या अस्थमा का मरीज है तो उसका खास ख्याल रखें।
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2. अपना ऑक्सीजन स्तर जांचते रहें (Track your oxygen level)
आपको शरीर में मौजूद ऑक्सीजन के स्तर पर भी नजर बनाकर रखनी है। इसके लिए आप एक ऑक्सीमीटर खरीदकर रखें जो कि मार्केट में इन दिनों 1800 से 2000 रूपयों के बीच आपको मिल जाएगा। ऑक्सीमीटर से आपको दिन में 2 बार रीडिंग लेकर नोट करनी है। अगर ऑक्सीजन का स्तर 92 से कम है तो आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करने की जरूरत है और हो सकता है कि आपको तुरंत भर्ती कर लिया जाए।
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3. तीन दिन बाद आरटी-पीसीआर रिपीट करें (Repeat RT-PCR)
आपको आरटी-पीसीआर टेस्ट को 3 दिनों के बाद फिर से करवाना है। अगर डॉक्टर कहते हैं तो आप सीटी-स्कैन भी करवा सकते हैं। कुछ मरीजों का आरटी-पीसीआर नेगेटिव आ रहा है जबकि उन्हें कोविड है। आपके फेफड़ों की स्थिति देखकर कोविड का पता सीटी-स्कैन से लगाया जा सकता है। इसलिए अगर कोविड के लक्षण लग रहे हैं तो एक्स-रे या सीटी-स्कैन की रिपोर्ट भी डॉक्टर को दिखाएं।
4. डॉक्टर करवा सकते हैं सीआरपी टेस्ट (C-Reactive Protein test)
आपको कुछ ब्लड टेस्ट करवाने की जरूरत पड़ सकती है। इस दौरान डॉक्टर आपको डी-डिमर टेस्ट और सी-रिएक्टिव प्रोटीन टेस्ट (C-Reactive Protein test) करवाने के लिए कह सकते हैं। सी-रिएक्टिव प्रोटीन लेवल पता लगने से आपके फेफड़ों की स्थिति का अंदाज डॉक्टर को लगेगा और ये पता चलेगा कि मरीज की हालत कितनी गंभीर है।
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5. ब्लड क्लॉट न बन इसलिए जरूरी है डी-डिमर टेस्ट (D-Dimer Test)
डी-डिमर (D-Dimer Test) लेवल से ये पता चलेगा कि बॉडी में कहीं ब्लड क्लॉट तो नहीं बन रहा है। जिन मरीजों को कोविड के चलते अस्पताल में भर्ती किया जाता है उनके शरीर में ब्लड क्लॉट बनने की आशंका ज्यादा होती है इसलिए ये टेस्ट जरूरी है।
अगर आपको कोविड के लक्षण महसूस होते हैं तो परेशान न हों बल्कि इन उपायों को अपनाएं और किसी भ्रम में न पड़ते हुए अपने डॉक्टर से सीधे संपर्क बनाकर रखें।
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