दाल खाने के बाद कुछ लोग गैस की समस्या की शिकायत करते हैं। इसके अलावा कुछ ऐसे लोग भी हैं जिनका कहना है कि दाल इतना भारी होता है कि पेट इसे आसानी से पचा नहीं पाता। साथ ही कुछ लोग शाम के बाद दाल नहीं खाते क्योंकि उन्हें इससे गैस की समस्या होती है। ऐसे लोगों के दिमाग में अक्सर यही बात आती है कि दाल खाने से गैस की समस्या क्यों होती है। यह किसी एक प्रकार के दाल की वजह से होता है या फिर हर दाल को खाने से यह दिक्कत हो सकती है। इस बारे में विस्तार से जानने के लिए हमने Suparna Mukherjee, Clinical Nutrition & Dietetics, Narayana Health City, Bengaluru से बात की।
सुपर्णा बताती हैं कि ''दाल सिर्फ प्रोटीन से ही भरपूर नहीं होता बल्कि, इसमें फाइबर और कई प्रकार के मल्टी न्यूट्रिएंट्स भी होते हैं। इतना ही नहीं, दाल में कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट भी होता है जो कि कई बार डाइजेशन में दिक्कत पैदा करती है जिससे गैस की समस्या होती है।'' इसके अलावा आप दाल कैसे बनाते हैं और दाल कैसे खाते हैं, यह यह भी गैस की समस्या की वजह बन सकता है। तो जानते हैं दाल से कैसे की समस्या क्यों होती है?
दाल खाने से गैस की समस्या क्यों होती है?
दाल खाने से गैस की समस्या की एक बड़ी वजह है रैफिनोज (Raffinose) जो एक जटिल शुगर है जिसे पचाना कुछ लोगों के लिए मुश्किल हो सकता है, जिससे गैस और पेट फूलने की समस्या हो सकती है। इसके अलावा कुछ लोगों के लिए प्रोटीन पचाना आसान नहीं होता और इससे भी गैस की समस्या हो सकती है। साथ ही दाल से निकलने वाले फाइटिक एसिड से भी आपको यह समस्या हो सकती है।
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अगर दाल खाने से गैस बने तो क्या करें-Dal khane se gas hoti hai to kya karen
कभी भी दाल भिगोकर बनाएं
दाल को रातभर भिगोकर रखें और फिर एक पानी से सुबह इसे साफ कर लें। इसके बाद इसे प्रेशर कुकर में अच्छी तरह से पकाएं और फिर इसे खाएं। ऐसे ये आसानी से पच जाएगा और आपको गैस की समस्या नहीं होगी। इससे फाइटिक एसिड और रैफिनोज की मात्रा कम होने लगती है जिससे गैस की समस्या में कमी आती है।
मसालों का इस्तेमाल करें
अगर आप चाहते हैं कि दाल खाने से गैस की समस्या न हो तो दाल बनाते समय इसमें जीरा, अजवाइन और हींग का छौंक जरूर लगाएं। ऐसा करने से आपको एसिडिटी की दिक्कत नहीं होगी। इसके अलावा आप जीरा, धनिया और अदरक जैसे पाचक मसालों का इस्तेमाल कर सकते हैं जो कि दाल को सुपाच्य बनाने में मदद करते हैं।
आसानी से पचने वाली दाल चुनें
अगर आपको दाल नहीं पचता तो मसूर दाल या मूंग दाल चुनें, जो अन्य किस्मों की तुलना आसानी से पचता है। इसके अलावा यह पेट के लिए भारी नहीं होता और इसे पचाने में आसानी होती है। इसके अलावा बाकी दाल जैसे चना दाल या उड़द की दाल हफ्ते में बस 2 बार खाएं और दिन के समय खाएं ताकि यह आसानी से पच जाए।
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रात को दाल खाने से बचें
आपको रात में दाल खाने से बचना चाहिए क्योंकि दाल को पचने के लिए लंबा समय लगता है। अगर आप खा भी रहे हैं तो सोने से 2-3 घंटे पहले इसका सेवन करें। इसके अलावा बेहतर यही है कि आप दिन के समय दाल खाएं।
धीरे-धीरे दाल को अपने आहार में शामिल करें, शुरुआत में कम मात्रा से शुरुआत करें ताकि आपका शरीर इसे समायोजित कर सके। पाचन में मदद के लिए दाल को अच्छी तरह चबाएं और धीरे-धीरे खाएं। विभिन्न प्रकार की दालों के प्रति अपने शरीर की प्रतिक्रिया पर ध्यान दें और उसी के अनुसार इसका सेवन करें। आंत के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने और पाचन में सुधार के लिए प्रोबायोटिक युक्त खाद्य पदार्थों या सप्लीमेंट्स को शामिल करने पर विचार करें।
अगर गैस और पेट फूलने की समस्या हमेशा बनी रहती है तो डॉक्टर को दिखाएं और इस बारे में बात करें। लेकिन, दाल खाना बंद न करें, कम मात्रा में ही सही इसे जरूर खाएं क्योंकि दाल प्रोटीन से भरपूर है जिसका सेवन शरीर को एनर्जी देने में मदद कर सकता है।
FAQ
पेट के लिए सबसे अच्छी दाल कौन सी है?
पेट के लिए सबसे अच्छी दाल है मूंग दाल या फिर मसूर दाल जो कि आसानी से पच जाती है। इसके अलावा इससे एनर्जी भी ज्यादा मिलती है और शरीर में प्रोटीन की कमी भी नहीं होती।रोज कौन सी दाल खानी चाहिए?
रोज आपको मूंग, मसूर, चना और अरहर की दाल खानी चाहिए। लेकिन, इन्हें रात के समय न खाएं बस दिन में खाएं ताकि आपको गैस की समस्या न हो।लिवर के लिए कौन सी दाल अच्छी है?
लिवर के लिए आप मसूर और मूंग की दाल खा सकते हैं। प्रोटीन से भरपूर होने के साथ इनमें फाइबर की भी अच्छी मात्रा होती है जिससे लिवर हेल्दी रहता है।