Baccha Doodh Nikale To Kya Kre In Hindi: अक्सर माता-पिता को बच्चों का खास ध्यान रखने की सलाह दी जाती है, लेकिन कई बच्चे बार-बार दूध निकाल देते हैं। यह समस्या माता-पिता के लिए परेशानी का कारण बन सकती है। लेकिन बच्चे का कभी-कभी दूध निकालना आम बात है, लेकिन अगर बच्चा अगर बार-बार दूध निकालता है या ज्यादा दूध निकालता है तो बच्चे का ज्यादा ध्यान रखें और इससे राहत के लिए कुछ उपायों को अपनाया जा सकता है। आइए जयपुर में स्थित ए 70 लाइफट्रोन्स क्लिनिक की निदेशक और एसडीएम अस्पताल के प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग की एचओडी डॉ. निशि गुप्ता (Dr. Nishi Gupta, Director, A-70 Lifetrons Clinic and HOD Obstetrics & Gynecology Department, SDM Hospital, Jaipur) से जानें बच्चा बार-बार दूध निकाले तो क्या करना चाहिए?
बच्चे के दूध निकालने के कारण - Causes of Baby Spits Out Milk Repeatedly In Hindi
पाचन से जुड़ी समस्या होने पर
बच्चे का पाचन तंत्र के कमजोर होने या पाचन प्रक्रिया ठीक से न होने या पेट की सामग्री को वापस ऊपर जाने से रोकने वाली निचला एसोफेजियल स्फिंक्टर (LES) मांसपेशी के ठीक से विकसित न हो पाने के कारण बच्चे को बार-बार दूध निकालने की समस्या हो सकती है।
ज्यादा दूध पिलाने के कारण
कई बार मां के बच्चे को जरूरत से ज्यादा दूध पिलाने के कारण बच्चे के पेट पर दबाव बढ़ता है, जिसके कारण बच्चे के बार-बार दूध निकालने की समस्या हो सकती है। इसके अलावा, बच्चे को गलत तरीके से फीड कराने, एलर्जी या गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स (GER) की समस्या होने पर बच्चे के बार-बार दूध निकालने क समस्या हो सकती है।
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बच्चे के दूध निकालने पर क्या करें? - What To Do If The Baby Spits Out Milk Repeatedly In Hindi
बच्चे को डकार दिलाएं
दूध पिलाने के बाद बच्चे के दूध निकालने पर डकार जरूर दिलाएं। इससे बच्चे की बार-बार दूध निकालने की आदत से बचा जा सकता है, साथ ही, डकार दिलाने से बच्चे के पेट में फंसी हवा को बाहर निकालने में मदद मिलती है।
थोड़ी-थोड़ी मात्रा में पिलाएं दूध
बच्चे को थोड़ी-थोड़ी देर और थोड़ी मात्रा में दूध पिलाएं। इससे बच्चे के पेट को ज्यादा भरने से बचाव करने और दूध निकालने की समस्या से बचाव करने में मदद मिल सकती है।
दूध पिलाने के सीधा रखें
बच्चे को दूध पिलाने के बाद कम से कम 20 मिनट के लिए सीधा रखें। इससे पाचन प्रक्रिया को बेहतर करने और दूध के बाहर निकलने की समस्या से बचाव करने में मदद मिल सकती है।
बच्चे के निप्पल और बोतल की जांच करें
अगर बच्चा बार-बार दूध निकाले तो बच्चे के निप्पल और बोतल की जांच जरूर करें। कई बार निप्पल में दूध के सही से फ्लो न हो पाने के कारण बच्चे हवा निगल लेते हैं, जिसके कारण बच्चे को बार-बार दूध निकालने की समस्या होती है।
सही फॉर्मूला दें
फॉर्मूला फीडिंग के दौरान अगर प्रोटीन इंटोलरेंस की समस्या होने पर फॉर्मूला में बदालाव के लिए बच्चों के डॉक्टर से सलाह जरूर लें। इससे बच्चे के दूध निकालने और इससे जुड़ी समस्या से राहत देने में मदद मिल सकती है।
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फीडिंग के दौरान शांति रखें
बच्चे को फीडिंग कराते समय बच्चे का ध्यान भटकाने वाली चीजों, आस-पास के शोर को कम करें और शांति रखें। इससे बच्चे का ध्यान केंद्रित रहता है, जिससे हवा बच्चे के हवा निगलने की संभावना कम हो जाती है।
बच्चे का दूध निकालना कब है चिंताजनक? - When Is It A Matter Of Concern To Withdraw Breast Milk From The Baby?
अगर बच्चे का वजन नहीं बढ़ रहा है, दूध पिलाने के बाद या पहले बच्चा ज्यादा रोए, बच्चे का मुंह सूखने, डायपर कम गीला करना, प्रोजेक्टाइल उल्टी आने की समस्या होने, थूक में खून आने या बच्चे के डिहाइड्रेटिड होने की समस्या होने पर यह स्थिति चिंताजनक है। ऐसे में इसे नजरअंदाज न करें और डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
निष्कर्ष
बच्चे के दूध निकालने की समस्या से बचाव करने के लिए बच्चे को दूध पिलाने के बाद डकार दिलाएं, थोड़ी-थोड़ी मात्रा में पिलाएं दूध, दूध पिलाने के बाद सीधा रखें, बच्चे के निप्पल और बोतल की जांच करें, फीडिंग के दौरान शांति रखें और सही फॉर्मूला दें। साथ ही, बच्चे के स्वास्थ्य से जुड़ी कोई भी समस्या होने पर डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
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FAQ
बच्चा ज्यादा दूध क्यों निकलता है?
बच्चे के पेट पर जोर पड़ने, डकार न दिलाने और बच्चे को पाचन संबंधी समस्या होने पर बच्चा दूध निकाल सकता है।गर्मी में बच्चे की देखभाल कैसे करें?
गर्मी के मौसम में बच्चे को हल्के और कॉटन के कपड़े पहनाएं, बच्चे के शरीर को हाइड्रेटिड रखें, डायपर कम पहनाएं, दोपहर के समय घर से बाहर न ले जाएं और रोज शरीर को स्पंज करें। जिससे बच्चे को गर्मी के कारण होने वाली घमौरी और रैशेज जैसी समस्याओं से बचाव करने में मदद मिलती है।कमजोर बच्चे के लक्षण क्या हैं?
बच्चे के शरीर में कमजोरी आने पर बच्चे को पैरों में कमजोरी आने, बांह में कमजोरी, बुखार आने, सर्दी-जुकाम होने और चेहरे पर ड्राईनेस आने की समस्या हो सकती है।