देशभर में रोज कोरोना वायरस के रिकॉर्ड तोड़ मामले सामने आ रहे हैं। इस स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए देश के कुछ राज्यों में लॉकडाउन (Lockdown) भी लग चुका है। लेकिन अभी भी स्थिति दिन पर दिन गंभीर होती जा रही है। हालत यह है कि देश में पिछले 24 घंटे के अंदर 3 लाख से ज्यादा कोरोना वायरस के मामले सामने आए हैं और 2 हजार से ज्यादा लोगों ने अपनी जान गवाई हैं। देश में कोरोना वायरस की स्थिति बेहद ही भयावह होती जा रही है। इसी बीच एक और चिंताजनक खबर सामने आई है कि देश में कोरोना के डबल वेरिएंट के बाद ट्रिपल म्यूटेशन वेरिएंट ने भी दस्तक दे दी है। इस वेरिएंट ने लोगों के मन में चिंता बढ़ा दी है। आप सोच रहे होंगे कि आखिर कोरोना वायरस का ट्रिपल म्यूटेशन वेरिएंट है क्या? तो इस बारे में विस्तार से जानकारी लेने के लिए हमने फैमिली फिजिशियंस ऑफ इंडिया, ग्रेटर नोएडा के अध्यक्ष डॉक्टर रमन कुमार से बात की और इससे जुड़ी सभी जरूरी जानकारी ली।
क्या है कोरोना का ट्रिपल म्यूटेशन (What is The Triple Mutation of Corona)
अभी तक देश में कोरोना का डबल वेरिएंट चल रहा था। लेकिन अब ट्रिपल म्यूटेशन ने स्थिति को ज्यादा गंभीर बना दिया है। जब कोरोना के तीन अलग-अलग स्ट्रेन मिलकर एक नया वेरिएंट बनाते हैं, तो इसे ट्रिपल म्यूटेशन कहते हैं। इसे कोरोना का एक नया जेनेरेशन कहा जा सकता है। देश में अब कोरोना के तीन स्ट्रेन मिलकर लोगों को परेशान कर रहे हैं।
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कोरोना के ट्रिपल म्यूटेशन के लक्षण (Symptoms of Corona Triple Mutation)
- - लूज मोशन
- - दिल की धड़कने बढ़ जाना
- - हार्ट अटैक का खतरा होना
- - निमोनिया होना
इन राज्यों में मिल चुका है कोरोना का ट्रिपल म्यूटेशन (Triple Mutation of Corona Has Been Found in These States)
पहले देश में कोरोना का डबल म्यूटेशन चल रहा था। लेकिन अब देश के कुछ राज्यों में इसका ट्रिपल म्यूटेंट भी देखने को मिल रहा है। अभी तक दिल्ली (Delhi), महाराष्ट्र (Maharashtra) और पश्चिम बंगाल (West Bengal) में इसका ट्रिपल म्यूटेंट मिल चुका है।
कोरोना वायरस के बढ़ने की वजह (Reason of Rise Corona Virus)
वायरस समय के साथ-साथ अपने में बदलाव करता रहता है। नए बदलाव को वेरिएंट कहा जाता है। कोरोना के तेजी से बढ़ने के पीछे भी इसके वेरिएंट और लोगों की लापरवाही को ही जिम्मेदार समझा जा रहा है। अभी तक कोरोना वायरस के डबल वेरिएंट को केस बढ़ने का सबसे बड़ा कारण माना जा रहा था, लेकिन ट्रिपल म्यूटेंट इससे भी ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है।
ट्रिपल म्यूटेशन संक्रामक है? (Is Triple Mutation Contagious?)
वैसे तो ट्रिपल म्यूटेशन तीन स्ट्रेन से मिलकर बना है इसलिए यह संक्रामक हो सकता है। लेकिन यह कितना घातक और खतरनाक है, इसका पता अध्ययनों से ही चलेगा। अभी भारत में 10 लैब वायरस जीनोम अध्ययन में शामिल हैं। डबल म्यूटेंट में वायरस से बच्चे भी काफी प्रभावित हुए हैं।
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कब तक खत्म होगी कोरोना वायरस की दूसरी लहर (How Long Will the Second Wave of Corona Virus End)
कोरोना वायरस की दूसरी लहर में बढ़ते मामलों के पीछे कोरोना के डबल म्यूटेंट वेरिएंट को जिम्मेदार माना जा रहा है। लेकिन अब देश के कुछ राज्यों में इस वायरस का ट्रिपल म्यूटेंट भी आ चुका है, ऐसे में दूसरी लहर के खत्म होने में लंबा समय लग सकता है। यह म्यूटेंट बेहद तेजी से फैलता है और लोगों को बीमार करता है।
ट्रिपल म्यूटेशन में वैक्सीन कितनी कारगर? (How Effective is the Vaccine in Triple Mutations?)
16 जनवरी 2021 से देश में कोरोना वैक्सीनेशन की शुरुआत की गई थी। इसमें पहले स्वास्थ्य कर्मचारियों को फिर 60 साल से ऊपर के लोगों को वैक्सीन लगाई गई थी। इसके बाद 45 साल के ऊपर के सभी लोगों को वैक्सीन लगाई गई। अब 1 मई के बाद से 18 साल से ऊपर से सभी लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी। ऐसे में सवाल यह है कि क्या ट्रिपल म्यूटेशन में भी यह वैक्सीन कारगर होगी? डॉक्टर रमन कुमार का कहना है कि भारत की कोवैक्सीन और कोविडशील्ड ट्रिपल म्यूटेशन में कारगर होगी कि नहीं इस पर अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है।
देश ही नहीं दुनियाभर में कोरोना वायरस के ट्रिपल म्यूटेशन वाले वेरिएंट से दस्तक दे दी है। ऐसे में अपना बचाव करने के लिए कोरोना की सभी गाइडलाइंस का पालन करना बहुत जरूरी है। आप सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें और मास्क जरूरी लगाएं। इस समय कई राज्यों में लॉकडाउन लग चुका है, इसलिए आप घर पर ही रहें और सुरक्षित रहें। सिर्फ जरूरी काम के लिए ही घर से बाहर निकलें। खुद सुरक्षित रहें, अपने परिवार और देश को सुरक्षित रखें।
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