
भारत में एक बार फिर से कोरोना वायरस ने लोगों की टेंशन बढ़ा दी है। देशभर में कोविड-19 के कई केस हालही में सामने आने लगे हैं। महाराष्ट्र, झारखंड, राजस्थान, कर्नाटक और दिल्ली एनसीआर समेत कई राज्यों में कोरोना के नए केस मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट हो गया है। खासकर, कोरोना के नए वेरिएंट ट NB.1.8.1 और LF.7 मिलने के बाद लोगों के बीच दोबारा से डर का माहौल देखा जा रहा है। INSACOG डेटा के अनुसार ये दोनों नए वेरिएंट तमिलनाडु और गुजरात राज्यों में पाए गए हैं।
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कोरोना के नए वेरिएंट NB.1.8.1, LF.7 क्या है?
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच तमिलनाडु और गुजरात में मिले दो नए वेरिएंट NB.1.8.1 और LF.7 ओमिक्रॉन वेरिएंट के सब-वेरिएंट्स हैं, जो साल 2022 तक एक्टिव थे। ये दोनों वेरिएंट कोरोना वायरस के स्पाइक प्रोटीन में कई बदलाव करते हैं, जो इसे एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में आसानी से ट्रांसफर करते हैं, इससे लोगों में ये वेरिएंट फैलने का जोखिम ज्यादा बढ़ जाता है। INSACOG के नए डेटा के अनुसार, साल 2025 के अप्रैल में तमिलनाडु में NB.1.8.1 का एक मामला पाया गया था, और मई 2025 में गुजरात राज्य में LF.7 के चार नए मामले पाए गए थे। अगर अन्य देशों की बात की जाए तो अब तक ये नया वेरिएंट जापान, साउथ कोरिया, अमेरिका और एशिया समेत 20 से ज्यादा देशों में पाया गया है।
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कितने खतरनाक हैं कोरोना के नए वेरिएंट?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, NB.1.8.1 और LF.7 कोरोना के दोनों नए वेरिएंट्स को "मॉनीटरिंग के तहत वेरिएंट" (VUM) के रूप में रखा गया है, जिसका मतलब है कि वर्तमान समय में इन दोनों पर बारीकी से नजर रखी जा रही है, और वे अभी तक ज्यादा परेशानी के कारण नहीं बने हैं। WHO ने NB.1.8.1 को लेकर कहा कि, "कुछ देशों में मामलों और अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या में बढ़ोत्तरी के बावजूद, जहां NB.1.8.1 बड़े पैमाने पर है, वर्तमान डेटा यह संकेत नहीं देता है कि यह संक्रमण अन्य वेरिएंट की तुलना में ज्यादा गंभीर बीमारी का कारण बनता है।" इसके अलावा, अभी तक इस बात का कोई प्रमाण नहीं है कि ये वेरिएंट पिछले वेरिएंट्स की तुलना में ज्यादा गंभीर बीमारी या ज्यादा मौत का कारण बनते हैं। नए वेरिएंट के रिपोर्ट किए गए लक्षणों में सामान्य सर्दी या हल्के फ्लू शामिल हैं।
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कोरोना वायरस से बचाव के उपाय
- कोरोना की रोकथाम के लिए स्वच्छता का ध्यान रखें। इसके लिए आप अपने हाथों को साबुन और पानी से बार-बार धोएं या अल्कोहल-बेस्ड हैंड सेनिटाइजर का इस्तेमाल करें।
- संक्रमण से बचाव के लिए जरूरी है कि आप भीड़-भाड़ वाले इलाकों, मेट्रो या अन्य स्थानों पर दूसरे व्यक्ति से कम से कम 1 मीटर की दूरी बनाकर रखें।
- ऑफिस, पब्लिक ट्रांसपोर्ट या भीड़भाड़ वाले इलाकों पर कोरोना से बचाव के लिए मास्क पहनकर रखें। खासकर खराब वातावरण के दौरान।
- कोशिश करें कि आप भीड़भाड़ वाले स्थान पर जाने से बचें, जहां ज्यादा से ज्यादा लोग मौजूद हो, ताकि इंफेक्शन से बचाव संभव हो सके।
- कोरोना से बचाव के लिए आस-पास के अस्पताल में मौजूद वैक्सीनेशन भी कोविड-19 से लड़ने और रोकथाम में अहम भूमिका निभाती है।
- अपने इम्यून सिस्टम को मजबूत रखने के लिए डाइट में फल, सब्जियां, साबूत अनाज और प्रोटीन, फाइबर जैसे पोषक तत्वों से भरपूर फूड्स को शामिल करें।
- अपने पाचन और इम्यून सिस्टम को मजबूत रखने के लिए नियमित रूप से शारीरिक गतिविधियां करें, जिसमें योग, एक्सरसाइज और वॉक शामिल हो।
कोरोना के नए वेरिएंट NB.1.8.1, LF.7 कितना खतरनाक हो सकता है, इस पर अभी रिसर्च जारी है। लेकिन, कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बीच आप खुद को हेल्दी रखने की कोशिश करें और साफ-सफाई का ध्यान रखें।
Image Credit: Freepik
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