Booster Dose Kisko Lagana Chahiye in Hindi: दुनिया भर में एक बार फिर कोरोना के बढ़ते मामले देखे जा रहे हैं। भारत में भी लगातार कोरोना वायरल के मामले बढ़ रहे हैं। महाराष्ट्र, कर्नाटक, उड़ीसा, तमिलनाडु, गुजरात और केरल समेत कई राज्यों में कोरोना के एक्टिव केस में बढ़ोत्तरी देखी गई है। जिसके बाद से स्वास्थ्य विभाग भी एक्टिव हो गया है। दरअसल, मौसम में बदलाव, मार्केट, मेट्रो और अन्य भीड़भाड़ वाले इलाकों में भीड़ बढ़ना और वैक्सीनेशन में लापरवाही के कोरोना के बढ़ने मामलों का एक बड़ा कारण हो सकता है। ऐसे में कोविड-19 की गंभीरता को नजरअंदाज करना किसी भी व्यक्ति के लिए खतरनाक हो सकता है। कई लोगों ने कोरोना से बचावा के लिए वैक्सीनेशन करवाया है, जबकि कुछ लोगों ने वैक्सीन लगवाने के बाद बूस्टर डोज भी ली है, जो इंफेक्शन से बचाव में मदद कर सकते हैं। लेकिन, अभी भी कई लोगों को कोरोना से बचाव के लिए बूस्टर डोज लगवाना बहुत जरूरी है। ऐसे में आइए दिल्ली के आकाश हेल्थकेयर के सीनियर कंसल्टेंट, इंटरनल मेडिसिन डॉ. प्रभात रंजन सिन्हा से जानते हैं कि किन लोगों को बूस्टर डोज लगनावा जरूर है और क्यों?
किन लोगों को बूस्टर डोज लेना जरूरी है? - Who Needs To Take A Booster Dose in Hindi?
इम्यूनिटी कमजोर होने के कारण या स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं के चलते कोरोना इंफेक्शन होने का जोखिम बढ़ जाता है। ऐसे में जिन लोगों ने कोरोना वैक्सीन की 2 डोज लगवा ली है वे बूस्टर डोज लगवा सकते हैं, लेकिन ऐसे में इन लोगों को भी बूस्टर डोज लगवना जरूरी है-
1. 60 साल से ऊपर के लोग
सीनियर सिटीजन यानी 60 साल से ऊपर के बड़े-बुजुर्गों की इम्यूनिटी समय के साथ कमजोर हो जाती है। ऐसे में उन्हें कोविड होने का जोखिम ज्यााद बढ़ जाता है। इसलिए बुजुर्गों के लिए बूस्टर डोज बहुत जरूरी हो जाता है।
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2. कई बीमारियों से पीड़ित व्यक्ति
को-मॉर्बिडिटी यानी एक से ज्यादा बीमारियों से पीड़ित व्यक्तियों के लिए भी बूस्टर डोज लगवाना जरूरी होता है। ऐसे में जिन लोगों को डायबिटीज़, दिल की बीमारी, अस्थमा, किडनी की बीमारी, या कैंसर जैसी बीमारियां हैं, उनमें कोविड का जोखिम ज्यादा होता है।
3. हेल्थकेयर वर्कर्स
डॉक्टर, नर्स, अस्पताल में काम करने वाले अन्य स्टाफ आदि लोग हर समय बीमार और संक्रमित लोगों से घिरे रहते हैं, ऐसे में उन्हें कोरोना होने की संभावना ज्यादा होती है। इसलिए अपनी और दूसरों की सुरक्षा के लिए उन्हें बूस्टर डोज लेना जरूरी है।
4. कमजोर इम्युनिटी वाले लोग
अगर किसी व्यक्ति का इम्यून सिस्टम बहुत ज्यादा कमजोर है या HIV, ऑर्गन ट्रांसप्लांट वाले या इम्यूनो-सप्रेसिव दवाओं पर चल रहे मरीजों को बूस्टर डोज लगवाना जरूरी होता है, ताकि उनके बीमार होने की संभावना कम हो सके।
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कोरोना से बचाव के उपाय - Tips To Prevent Corona Virus in Hindi
कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच खुद को सुरक्षित और हेल्दी रखना हमारी खुद की जिम्मेदारी होती है, ऐसे में कोविज-19 से बचाव के लिए आप इन टिप्स को फॉलो कर सकते हैं-
- भीड़भाड़ वाले इलाकों, अस्पतालों और बंद जगहों पर मास्क जरूर लगवाएं।
- मार्केट या अन्य स्थानों पर दूसरे लोगों से 1 से 2 मीटर की दूरी बनाए रखे।
- हाथों को नियमित रूप से साबुन से धोएं या सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें।
- जहां ज्यादा लोग इकट्ठे हों, वहां जाने से बचें या खास सावधानी बरतने की कोशिश करें।
- अगर आपने अभी तक बूस्टर डोज नहीं ली है, तो तुरंत लें, ताकि इंफेक्शन को रोकने में मदद मिल सके।
- अगर बुखार, खांसी, गले में खराश, थकान या जैसे लक्षण नजर आएं तो तुरंत कोविड टेस्ट कराएं।
निष्कर्ष
कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बीच खुद को सुरक्षित रखने और इस बीमारी को बढ़ने से रोकने के लिए जरूरी है कि बूस्टर डोज लेकर आप खुद को इस बीमारी से लड़ने के लिए तैयार करें। इसके साथ ही, कोरोना से बचाव के लिए भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें, हाथों को सैनिटाइज करें और मास्क पहनें।
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FAQ
कोरोना वायरस के क्या लक्षण हैं?
कोरोना संक्रमण के लक्षणों में बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ, बहती या भरी हुई नाक, शरीर में दर्द और अन्य कई संकेत नजर आ सकते हैं।भारत में कोरोना लॉकडाउन कब लगा था?
24 मार्च, 2020 की शाम को भारत सरकार ने 21 दिन के लिए देशव्यापी लॉकडाउन की घोषणा की थी, जिसके बाद कई महीनों तक भारत में लॉकडाउड लगा रहा, जिसमें बस, ट्रेन, हवाई जहाज, स्कूल, कॉलेज, ऑफिस सभी को पूरी तरह बंद किया गया।कोरोना वायरस से कैसे बचें?
कोरोना वायरस से बचाव के लिए वैक्सीनेशन जरूरी है। इसके साथ ही, हाथों को धोना, मास्क पहनना, और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचना इस वायरस से बचाव करने में अहम भूमिका निभाता है।