भारत समेत दुनिया के कई देशों में कोरोना वायरस के मामले फिर से बढ़ रहे हैं। देश में कोविड-19 के एक्टिव मरीजों की संख्या 1200 के पार हो गई है। एक बार फिर कर्नाटक कोविड-19 के एक्टिव मरीजों की संख्या में नंबर वन हैं। यहां पर संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 430 पहुंच गया है। वहीं, महाराष्ट्र एक्टिव मरीजों के मामले में दूसरे नंबर पर है। यहां 325 मरीज हैं। इनमें से 316 मरीज सिर्फ मुंबई में हैं।
नोएडा में 19 हुई कोविड-19 के मरीजों की संख्या
मुंबई के बाद दिल्ली और नोएडा के हालात भी चिंताजनक बने हुए हैं। नोएडा में कोविड-19 के मामलों में अचानक वृद्धि देखी गई है। 28 मई को नोएडा में कोविड-19 के मरीजों की संख्या 19 हो गई है। पिछले तीन दिनों में नोएडा में कोविड के 15 मामले सामने आए हैं, जिनमें शनिवार को 1, रविवार को 8 और सोमवार को 6 मरीज सामने आए हैं। नोएडा में अचानक से कोविड-19 के मरीजों की संख्या बढ़ने के बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर है। मीडिया से बातचीत के दौरान नोएडा के उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. टीकम सिंह ने बताया, "कुल मामलों की संख्या 19 है, जिसमें आठ पुरुष और 11 महिलाएं हैं। सभी की उम्र 24 से 71 वर्ष के बीच है। सभी को होम आइसोलेशन में रखा गया है। फिलहाल घबराने की जरूरत नहीं है।"
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राजस्थान में कोविड-19 से 2 मरीजों की मौत
कोविड-19 से राजस्थान की राजधानी जयपुर में भी स्थिति नाजुक बनी हुई है। जयपुर में 26 मई को कोरोना वायरस से 2 मरीजों की मौत हो गई है। इनमें से एक रेलवे स्टेशन पर मृत मिला था। उसकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। वहीं, कोरोना से दूसरी मौत एक निजी अस्पताल में हुई है। यहां एक 26 वर्षीय युवक जो पहले से ही टीबी से पीड़ित था, उसने कोरोना से दम तोड़ दिया है।
नॉर्थ-ईस्ट में भी कोविड के मरीजों की संख्या
उत्तर भारत के राज्यों के साथ-साथ देश नॉर्थ-ईस्ट में भी कोरोना के मामले सामने आने लगे हैं। अरुणाचल प्रदेश में कोरोना के 2 मामले सामने आए हैं। वहीं, सिक्किम में 1 और मणिपुर में 2 मामले दर्ज किए गए हैं। जबकि देश की राजधानी दिल्ली में कोविड-19 के एक्टिव मरीजों की संख्या 100 से ज्यादा हो गई है।
भारत में सामने आए कोविड-19 के 4 नए वेरिएंट
ICMR के डायरेक्टर डॉ. राजीव बहल ने पिछले दिनों मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि भारत में मई 2025 तक COVID-19 के चार नए वेरिएंट सामने आए हैं। इन वेरिएंट में JN.1, NB.1.8.1, LF.7, और KP.2 शामिल हैं। कोविड-19 के ये सभी वेरिएंट ओमिक्रॉन के सब वेरिएंट हैं।
1. JN.1 (ओमिक्रॉन का सबवेरिएंट)
आईसीएमआर के आंकड़ों के अनुसार, वर्तमान में कोविड-19 का JN.1 वेरिएंट के सबसे ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। अब तक जो मामले दर्ज किए गए हैं, उनमें 53% से अधिक JN.1 वेरिएंट के हैं। ये सबसे ज्यादा संक्रामक वायरस है और तेजी से फैलता है।
कोविड-19 JN.1 वेरिएंट के लक्षण
- सूखी खांसी
- नाक बहना या बंद होना
- सिरदर्द
- मांसपेशियों में दर्द
- बुखार की समस्या
2. NB.1.8.1
INSACOG के अनुसार, भारत में कोविड-19 के NB.1.8.1 वेरिएंट का पहले मामला तमिलनाडु में दर्ज किया गया था। इसके बाद NB.1.8.1 वेरिएंट के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। हालांकि ये कोरोना के अन्य वेरिएंट के मुकाबले ये बहुत अधिक संक्रामक हैं, लेकिन ये अन्य संक्रमण की तरह तेजी से नहीं फैलता है।
NB.1.8.1 वेरिएंट के लक्षण
- गले में खराश
- नाक बहना
- मतली और भूख में कमी
- सिरदर्द और चक्कर आना
3. KP.2
कोविड-19 के KP.2 वेरिएंट को FLiRT वेरिएंट भी कहा जाता है। 2024 में अमेरिका में सबसे ज्यादा KP.2 वेरिएंट के ही मामले सामने आए थे, लेकिन अब ये वेरिएंट भारत के विभिन्न राज्यों में कहर मचा रहा है।
KP.2 वेरिएंट के लक्षण
- खांसी
- थकान
- डायरिया, मतली और उल्टी
- तेज बुखार के साथ सिरदर्द होना
4. LF.7
कोरोना के ओमिक्रॉन के अन्य वेरिएंट के मुकाबले यह वेरिएंट अधिक संक्रामक है, लेकिन लक्षण काफी हल्के होते हैं।
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LF.7 वेरिएंट के लक्षण
- हल्का बुखार
- गले में खराश
- नाक बहना
कोविड-19 से बचाव के उपाय
कोविड-19 के बढ़ते मामलों से फिलहाल घबराने की जरूरत नहीं है। लेकिन इससे बचाव के लिए एहतियात बरतने की जरूरत है।
1. मास्क का उपयोग: विशेष रूप से भीड़-भाड़ वाले इनडोर स्थानों या सार्वजनिक समारोहों में फेस मास्क पहनने जरूर पहनें।
2. हाथों की स्वच्छता: साबुन और पानी से नियमित रूप से हाथ धोएं। अगर आप घर से बाहर हैं, तो अल्कोहल-आधारित हैंड सैनिटाइजर का उपयोग करें।
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3. सामाजिक दूरी: दूसरों से शारीरिक दूरी बनाए रखना, विशेष रूप से भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में। सामाजिक दूरी बनाने से संक्रमण के जोखिम को कम करने में मदद करता है।
4. टीकाकरण और बूस्टर: कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज संक्रमण के नए वेरिएंट से बचाव करती है।
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