बदलती लाइफस्टाइल के चलते बीमारियों का होना लाजमी है। खुद का ठीक तरीके से ध्यान ना देना आपको बड़ी मुसीबत में डाल सकता है। इन्हीं लाइफस्टाइल बीमारियों में से एक है सोरियाटिक अर्थराइटिस (Psoriatic Arthritis) हो सकता है आपके लिए यह बीमारी कुछ नयी हो। यह ऐसी स्थिति है जिसमें सोरायसिस और गठिया दोनों बीमारियों के लक्षण मौजूद हैं। जिससे ना सिर्फ जोड़ों में बल्कि स्किन से जुड़ी भी कई तरह की समस्याएं होने लगती हैं। जैसे सूजन के साथ, गले में दर्द और स्किन में खुजली और लाल रंग के धब्बे होना। असल में यह एक ऑटो इम्यून बीमारी है जिसमें हमारे शरीर का इम्यून सिस्टम खुद के ही शरीर के हेल्दी पार्ट्स जैसे स्किन व जोड़ों पर अटैक करने लग जाता है। इसके (Psoriatic Arthritis) कारण हमारे शरीर के सभी जोड़ों में दर्द, अकड़न और सूजन होने लगती है। इसे लंबे समय तक होने से रोकने के लिए आपको इसका इलाज इसके शुरुआती दिनों में ही करवा लेना चाहिए। वैसे तो यह किसी भी उम्र के लोगों को हो सकती है लेकिन 30 से 50 साल के लोगों में इस बीमारी का होना ज्यादा आम है। यह बीमारी (Psoriatic Arthritis) निम्न पांच प्रकार से हो सकती है।
सोरियाटिक गठिया के प्रकार (Types of Psoriatic Arthritis)
- एकसमान या सिमेट्रिक सोरियाटिक गठिया
- विषम या एसिमेट्रिक सोरियाटिक गठिया
- डिस्टल इंटरफैलैन्जियल सोरियाटिक गठिया
- स्पॉन्डिलाइटिस सोरियाटिक गठिया
- सोरियाटिक आर्थराइटिस म्यूटिलैन्स
सोरियाटिक गठिया के लक्षण (Symptoms of Psoriatic Arthritis)
सोरियाटिक गठिया क्या है और कितनी तरह के होते हैं, इस विषय में जानने के बाद आपको इसके लक्षणों के बारे में भी पता होना चाहिए। हालांकि हर किसी में गठिया अलग अलग तरह ही हो सकती है, लेकिन इसके लक्षण लगभग एक तरीके के ही हो सकते हैं। जैसे कि
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उंगलियों और पैरों की उंगलियों में सूजन
आपके हाथ और पैरों की उंगलियों में भी सूजन आ सकती है। इससे आपको बहुत अधिक दर्द का सामना करना पड़ सकता है और आपकी उंगलियां स्थिर भी रह सकती हैं और उन्हें मोड़ते समय भी आपको परेशानी हो सकती है।
मांसपेशियों में दर्द
इस स्थिति के कारण आपकी मसल्स में भी अकड़न आ सकती है। आपको आपके पूरे शरीर की मसल्स में दर्द भी महसूस हो सकता है। अगर आपको यह दर्द होता है तो आपको अपने डॉक्टर के पास जरूर जाना चाहिए। आपको रोजाना थोड़ी थोड़ी एक्सरसाइज भी करनी चाहिए।
स्किन में रूखापन और जोड़ों में दर्द
सोरायसिस एक क्रोनिक स्थिति है जो आपको लंबे समय तक परेशान कर सकती है और इसके लक्षणों में आपकी स्किन पर लाल दानें हो जाना शामिल है। आपकी कोहनी, घुटने, हाथ और पैरों की स्किन इससे सबसे ज्यादा प्रभावित होती है। आपके जोड़ों के आसपास की स्किन भी फटी हुई लग सकती है। आपकी उंगलियों के नाखून भी इस स्थिति के कारण असामान्य रूप से बढ़ सकते है।
थकान महसूस करना
शारीरिक दर्द के साथ साथ इस स्थिति के कारण आपको कुछ मानसिक रूप से भी सहना पड़ सकता है। इससे आपको बहुत अधिक थकान होगी। बहुत ज्यादा चिंता करना, दुखी महसूस करना और बहुत अधिक शर्मिंदगी महसूस करना इसके कुछ संकेत हैं।
आंखों में लालपन होना और दर्द होना
शोध में पता चलता है कि सोरायसिस में आपको देखने से संबंधित समस्याएं भी हो सकती हैं। कई बार आपकी आंख की बीच वाली परत में भी सूजन आ सकती है। इसके लक्षणों में धुंधला दिखना, आंख लाल होना और आंख में बेचैनी होना शामिल है।
इसके अलावा गर्दन और पीठ में दर्द, शरीर के सभी जोड़ों में असहनीय दर्द होना, सिर की स्किन में पपड़ी जमना, सुबह के समय शरीर में जकड़न महसूस करना आदि शामिल है।
सोरियाटिक गठिया का इलाज (Psoriatic Arthritis Treatment)
सोरियाटिक गठिया से पीड़ित मरीजों के लिए सबसे पहले ये जानना भी जरूरी है कि इसका इलाज क्या होता है? आखिर कैसे इस तरह की समस्या को कैसे कम किया जा सकता है। हालंकि सोरियाटिक गठिया को जड़ से खत्म करना मुमकिन नहीं है, लेकिन, कुछ उपचार से इसका प्रभाव कम जरुर किया जा सकता है। विशेषज्ञों की मानें तो सही समय पर सही इलाज ही आपको बड़ी समस्या से बचा सकता है।
- आप जोड़ों के दर्द से निपटने के लिए दवाओं का सेवन करें।
- अपनी लाइफस्टाइल में व्यायाम शामिल करें।
- तनाव से दूर रहें।
- अपने वजन पर कंट्रोल रखें।
- मादक पदार्थों के सेवन से दूरी बनाएं।
- दर्द से छुटकारा पाने के लिए सेंकाई करें।
- फैटी चीजों का सेकन बिलकुल ना करें।
सोरियाटिक गठिया (Psoriatic Arthritis) किसी भी उम्र के लोगों को जकड़ सकता है। लेकिन सबसे ज्यादा पुरुषों में ये समस्या देखी जाती है। इस बीमारी का कोई कारण नहीं है, लेकिन आपकी खराब लाइफस्टाइल और खान-पान भी इस बीमारी को जन्म दे सकती है। सोरियाटिक गठिया (अर्थराइटिस) की वजह से डायबिटीज, हाई ब्लड, प्रेशर, हाई कोलेस्ट्रॉल जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इसके इलाज के लिए मेडिकेशन और कुछ थेरेपी सहायक सिद्ध हो सकती हैं। इसके अलावा पोषक तत्वों से भरपूर डाइट, हल्का फुल्का रोजाना व्यायाम और भरपूर नींद शरीर को स्वस्थ रखने के लिए बेहद जरूरी है।
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