क्या आप भी रहते हैं पेट दर्द से परेशान? जानें क्या हो सकती हैं इसके कारण और पेट दर्द रोकने के लिए क्या करें

पेट में दर्द एक आम समस्या है। जानें इस तरह का दर्द क्यों होता है और इससे बचाव के लिए आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
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क्या आप भी रहते हैं पेट दर्द से परेशान? जानें क्या हो सकती हैं इसके कारण और पेट दर्द रोकने के लिए क्या करें

पेट दर्द (Stomach Pain) की परेशानी से लगभग हर कोई कभी न कभी गुजरा होगा। पेट दर्द के कई कारण हो सकते हैं। पेट दर्द (Stomach Pain) की समस्या किसी को कम हो सकती है तो किसी को ज्यादा। ज्यादातर पेट दर्द पसलियों और कमर के उपर के हिस्से में महसूस किया जाता है। हर किसी में पेट दर्द (Stomach Pain) की समस्या आम हो ऐसा जरूरी नहीं है। पेट दर्द में ज्यादातर लोगों चिड़चिड़ापन, दस्त, कब्ज की समस्या, सूजन जैसी समान्य स्थिति देखी जा सकती है। इसमें कब्ज के अलावा आपको नियमित रूप से मल त्याग करने में परेशानी होती है। साथ ही पेट भी फूला हुआ महसूस होता है और पेट में गैस भी महसूस होती है। ऐसे में आपकी छोटी आंत भी बुरी तरह से प्रभावित हो सकती है। इसके लिए जरूरी है कि सही समय में इसका निदान किया जाए। इसके कई संकेत होते हैं, जिन्हें समय पर समझना बेहद जरूरी होता है। इसके लिए आपको इससे जुड़े लक्षण और कारणों को भी जानना जरूरी है। पेट दर्द (Stomach Pain) को हम 4 श्रेणियों में बांट सकते हैं। साधारण दर्द, किसी खास हिस्से में दर्द, पेट में मरोड़ और कोलिकी दर्द ऐंठन के साथ।

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क्या है पेट दर्द की वजह (Causes of Stomach Pain)

  • पेट में दर्द की वजह पेट में बन रही गैस,
  • किसी वायरस के होने की वजह से होता है।
  • अपेंडिक्स या पित्ताशय की थैली में समस्या की वजह से भी पेट दर्द होता है।
  • मासिक धर्म की वजह से भी पेट दर्द होता है।
  • पेट में स्टोन की वजह से भी दर्द होता है।

क्या है लक्षण पेट दर्द में (Symptoms of Stomach Pain)

आम तौर पर जब भी पेट के किसी अंदरूनी हिस्से में सूजन होती है, तो दर्द होना भी लाजमी है। ज्यादा स्ट्रेचिंग या आंतों में गड़बड़ी दर्द का कारण बन सकती है। जिसमें बुखार, उल्टियां आना, वजन का कम होना, स्किन में पीलापन बढ़ना, पेट को छूने में मुलायम महसूस होना। ये कुछ ऐसे लक्षण हैं, जिसके चलते पेट के अंदरूनी हिस्से में सूजन की वजह से दर्द होता है या अगर पेट में कोई गम्भीर समस्या है तो बुखार के साथ खूनी मल और उल्टियां भी आ सकती हैं। किसी भी रोग को पहचानने की ये सबसे बड़ी पहचान होती है। यह सूजन एपेंडिसाइटिस, डिवैर्टिकुलिटिस या कोलाइटिस के कारण या अंग में गड़बड़ी या स्ट्रेचिंग, आंतों में रुकावट या पित्त पथरी द्वारा पित्त नली की रुकावट के रूप में या फिर ब्लड की कमी यानी इस्केमिक कोलाइटिस के कारण भी हो सकती है। ये समस्या ज्यादातर खान-पान में बदलाव होने की वजह से होती है। जिस वजह से इस संक्रमण और कैंसर का खतरा उत्पन्न हो जाता है। ऐसे में आपको बिना देर किये डॉक्टर से तुरंत सम्पर्क करना चाहिए।

पेट दर्द हो तो इन बातों का रखें ध्यान

पेट दर्द होने के लक्षण और कारण हर किसी में एक जैसे नहीं होते। सही समय में इलाज करने से ही किसी बड़ी समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है। जिसके लिए कोई जानकार, विशेषज्ञ और डॉक्टर ही आपकी बेहतर मदद कर सकता है। आप इसके लिए ब्लड, यूरिन और मल का टेस्ट करवा सकते हैं। अगर स्थिति गम्भीर नहीं है तो आप घर पर ही अपना ख्याल बेहतर ढंग से रख सकते हैं। वो कैसे करना है ये भी जान लेते हैं।

  • पेट दर्द (Stomach Pain) के दौरान ठोस खाद्य पदार्थों से दूरी बना लें।
  • ज्यादा से ज्यादा पानी पीजिये।
  • हल्के पेट दर्द के लिए तरल आहार का सेवन करें।
  • डेयरी उत्पाद, विटामिन सी, और अल्कोहल का सेवन ना करें।
  • पेट की सिकाई करके भी पेट दर्द से राहत पाई जा सकती है।
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क्या करें (How to Treat Stomach Pain)

पेटदर्द से जुड़ी ऐसी कई समस्या हैं, जो जानलेवा हो सकती हैं। पर आपका इसकी गम्भीरता से बचना बेहद जरूरी है। बिना किसी डॉक्टर की परामर्श लिए स्वयं से मेडिकेशन करना ठीक नहीं। अगर आपकी कुछ गंभीर स्थितियां हैं तो डॉक्टर आपको कोई दवा दे सकते हैं। जैसे कि रिफ्लक्स की समस्या, इंफेक्शन के लिए एंटीबायोटिक, पेट में जलन के लिए दवा, इन्फ्लेमेटरी बॉवेल डिजी़ज के लिए दवाई दे सकते हैं। कुछ समस्या में सर्जरी या इंजेक्शन भी दिये जा सकते हैं जैसे कि कॉर्टिकोस्टेरॉइड इंजेक्शन, हर्निया रिपेयर सर्जरी, अपेंडेक्टोमी, इंजेक्शन नंबिंग एजेंट आदि। यही नहीं इसके अलावा कुछ और आल्टरनेटिव थेरेपी भी आपको पेट के दर्द में आराम दे सकती हैं, जैसे कि एक्यूपंक्चर, हिप्नोसिस, मेडिटेशन और रिलैक्सेशन।

पेट में दर्द कई बड़ी बिमारियों का इशारा है, जो जानलेवा हो सकती हैं। अगर एक समय के बाद पेट दर्द से आराम नहीं मिलता तो, आपको एक सही और उचित उपचार की जरूरत है। ऐसे में लापरवाही बिलकुल ना बरतें और सही परामर्श जरुर लें।

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