Spinal Deformity: रीढ़ हमारे शरीर का जरूरी हिस्सा है। शरीर का यह हिस्सा नाजुक भी होता है। अगर आप बिना आराम किये कई घंटों तक काम करते हैं, तो इससे रीढ़ की हड्डी में सबसे पहले दर्द होता है। पीठ के बल गिरने पर रीढ़ की हड्डी में चोट लगने की संभावना होती है। सही पोस्चर में बैठने या लेटने के लिए रीढ़ की हड्डी सही होना जरूरी है। रीढ़ की हड्डी की आकृति में बदलाव होने से स्पाइनल डिफॉर्मिटी की संभावना हो सकती है। इसके कारण चलने-फिरने और बैठने में भी परेशानी होती है। लेकिन क्या आप जानते हैं यह स्थिति क्यों होती है? इस बारे में जानने के लिए हमने बात कि यथार्थ हॉस्पिटल (फरीदाबाद) से ऑर्थोपेडिक्स के डायरेक्टर डॉ. राजीव ठुकराल से।
स्पाइनल डिफॉर्मिटी क्या है? What is Spinal Deformity
स्पाइनल डिफॉर्मिटी एक ऐसी समस्या है, जिसमें स्पाइन मिस अलाइग्न हो जाती है। ऐसे में रीढ़ की हड्डी की शेप अपनी नेचुरल शेप से बदली हुई लगती है। रीढ़ की हड्डी की शेप बॉडी में बैलेंस बनाने और तनाव सोखने में मदद करती है। लेकिन जब रीढ़ की हड्डी मिस अलाइग्न हो जाती है, तो इससे स्कोलियोसिस, किफोसिस या लॉर्डोसिस जैसी स्थितियां पैदा हो सकती हैं। इन डिफॉर्मिटी के कारण पोस्चर पर और चलने-फिरने में परेशानी होती है।
इसे भी पढ़ें- शरीर में विटामिन डी की कमी बन सकती है स्पाइनल इंजरी का कारण, नई स्टडी में हुआ खुलासा
स्पाइनल डिफॉर्मिटी की स्थिति क्यों होती है? Causes of Spinal Deformity
कुछ बच्चों में जन्म के साथ ही स्पाइनल डिफॉर्मिटी होता है। यह स्थिति मां की कोख में रीढ़ की हड्डी ठीक से न बन पाने की वजह से हो सकती है। कंजेनिटल स्कोलियोसिस जन्म के दौरान हुई परेशानियों की वजह से होती है।
न्यूरोमस्कुलर कंडीशन- Neuromuscular Condition
मस्कुलर डिस्ट्रॉफी, सेरेब्रल पाल्सी या स्पाइना बिफिडा जैसे विकार रीढ़ को सहारा देने वाली मांसपेशियों को कमजोर करते हैं, जिस कारण यह रीढ़ की शेप बदल सकती है।
हड्डियों से जुड़ी समस्या होने के कारण- Degenerative problem
बढ़ती उम्र के साथ लोगों को हड्डियों से जुड़ी समस्याएं भी रहने लगती हैं। अगर व्यक्ति को ऑस्टियोपोरोसिस, गठिया, या डिजनरेटिव डिस्क डिजीज जैसी बढ़ती उम्र से जुड़ी समस्याएं हैं तो स्पाइनल डिफॉर्मिटी होने की संभावना रहती है।
रीढ़ पर चोट लगने के कारण- Trauma or Injury
कुछ लोगों में ट्रामा और रीढ़ पर लगी चोट भी स्पाइनल डिफॉर्मिटी की वजह बन सकती है। किसी दुर्घटन या चोट के कारण रीढ़ की हड्डी में फ्रैक्चर या चोट लगने से भी स्पाइनल डिफॉर्मिटी हो सकती है जिससे रीढ़ की हड्डी की शेप बदल सकती है।
इसे भी पढ़ें- खराब पोश्चर को सुधारने में बेहद असरदार हैं ये 4 तरह की स्पाइनल मूवमेंट, एक्सपर्ट से जानें करने का तरीका
इंफेक्शन या ट्यूमर- Infection or Tumour
रीढ़ की हड्डी में ट्यूमर होने के कारण भी रीढ़ की हड्डी की संरचना बिगड़ सकती है। इसके कारण भी स्पाइनल डिफॉर्मिटी की स्थिति बन सकती है।
पोस्चर खराब होने के कारण- Bad Posture
गलत पोस्चर में बैठने-उठने की आदत भी स्पाइनल डिफॉर्मिटी की वजह बन सकती है। लंबे समय तक बैठे रहने या बहुत ज्यादा भारी वजन उठाने के कारण भी स्पाइनल डिफॉर्मिटी की स्थिति बन जाती है।
फैमिली हिस्ट्री- Genetic Reason
अगर परिवार में कभी किसी को स्पाइनल डिफॉर्मिटी की समस्या रही है, तो भविष्य में बच्चे को भी स्पाइनल डिफॉर्मिटी हो सकता है।
रीढ़ से जुड़ी कोई भी समस्या होने पर डॉक्टर से जल्द से जल्द संपर्क करना जरूरी है। क्योंकि इससे समस्या को बढ़ने से रोका जा सकता है।