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युवाओं में रीढ़ की हड्डी से जुड़ी समस्याएं ज्यादा क्यों बढ़ रही हैं? डॉक्टर से समझें

आजकल युवाओं में रीढ़ की हड्डी से जुड़ी समस्याएं ज्यादा देखने को मिलती हैं। लेकिन क्या आप इसका कारण जानते हैं?
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युवाओं में रीढ़ की हड्डी से जुड़ी समस्याएं ज्यादा क्यों बढ़ रही हैं? डॉक्टर से समझें

Why do so many people have back issue: आजकल युवा पीढ़ी में कम उम्र से ही कई स्वास्थ्य समस्याएं देखी जा रही हैं। इसका सबसे बड़ा डाइट और लाइफस्टाइल से जुड़ी खराब आदतें होती हैं। जंक फूड के बढ़ते ट्रेंड के साथ आजकल हर किसी को फास्ट और प्रोसेस्ड फूड खाने की आदत हो गई है। लेकिन ये चीजें शरीर में पोषण के बजाय टॉक्सिन्स बढ़ाती हैं, जिससे बीमारियों का खतरा बढ़ता है। पहले लोगों को हार्मोनल इशुज भी अधिक उम्र में होते थे। लेकिन अब टीनएजर्स में भी हार्मोनल इशुज देखने को मिल रहे हैं। इसी तरह आजकल युवा पीढ़ी में रीढ़ की हड्डी से जुड़ी समस्याएं ज्यादा देखने को मिल रही हैं। कम उम्र में ही युवाओं को स्पाइन सर्जरी की जरूरत हो रही है। लेकिन क्या आप इसका कारण जानते हैं? इस बारे में जानने के लिए हमने फरीदाबाद स्थित अमृता हॉस्पिटल के स्पाइन सर्जरी डिपार्टमेंट के सीनियर कंसल्टेंट डॉ तरूण सुरी से बात की। आइए लेख में एक्सपर्ट से जानें इस बारे में।

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युवाओं में रीढ़ की हड्डी से जुड़ी समस्याएं क्यों बढ़ रही हैं? Reasons For Increasing Spine Related Problems In Youth

लंबे समय तक बैठे रहना

आगे बढ़ने की भागदौड़ में आजकल कई लोग ओवरटाइम करने की आदत बना लेते हैं। काम के अलावा, पढ़ाई करने या स्क्रीन टाइम के लिए लोग कई घंटों तक लगातार बैठे रहते हैं। इसके कारण रीढ़ की हड्डी और बॉडी पोस्चर पर बुरा असर पड़ता है। इस कारण कमर की मांसपेशियां कमजोर होने लगती हैं। मोबाइल और लैपटॉप ज्यादा समय तक इस्तेमाल करने से पोस्चर पर बुरा असर पड़ता है। इसके कारण रीढ़ की हड्डी पर जोर पड़ता है और समस्याओं का खतरा हो सकता है।

एक्सरसाइज की आदत न होना

बिजी लाइफस्टाइल के कारण लोग एक्सरसाइज करना अवॉइड कर देते हैं। युवाओं में इस तरह की आदत ज्यादा देखी जा रही हैं। इसके कारण कोर और पीठ से जुड़ी मसल्स पर बुरा असर पड़ सकता है। साथ ही, इससे रीढ़ की हड्डी में चोट आने या दर्द रहने जैसी समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है।

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हेल्दी डाइट की आदत न होना

डाइट से जुड़ी कुछ गलतियां भी रीढ़ से जुड़ी समस्याओं का खतरा बढ़ाती हैं। कुछ खास पोषक तत्वों जैसे विटामिन डी और कैल्शियम की कमी हड्डियों से जुड़ी समस्याओं का खतरा बढ़ाते हैं। इसके कारण हड्डियों कमजोर हो सकती हैं और डिस्क रोगों का खतरा बढ़ सकता है।

स्ट्रेस ज्यादा लेना

आजकल यंग जनरेशन को स्ट्रेस और एंग्जायटी की समस्या ज्यादा रहती है। इसके कारण युवाओं में मस्कुलर स्केलेटन की समस्याएं भी हो रही हैं। ऐसे में सर्वाइकल स्पोंडिलोसिस और क्रोनिक बैक दर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं। वहीं, युवाओं में जिम करने का ट्रेंड भी काफी बढ़ गया है। ऐसे में गलत वेट ट्रेनिंग करने से भी रीढ़ की हड्डी में चोट लगने का खतरा रहता है।

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गलत पोस्चर में बैठना

सही पोस्चर की जानकारी न होने के कारण भी हड्डियां कमजोर होने लगती है। इसके कारण रीढ़ की हड्डी पर बुरा असर पड़ सकता है और बीमारियों का खतरा हो सकता है।

लेख में हमने समझा युवाओं में कौन-से कारण रीढ़ की हड्डी से जुड़ी समस्याएं बढ़ा रहे हैं। लेकिन अगर हेल्दी डाइट और लाइफस्टाइल फॉलो की जाए, तो इन समस्याओं का खतरा कम किया जा सकता है।

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