
Bilateral Congenital Pseudoarthrosis Tibia in Hindi: आज के समय में जन्मजात बीमारियों से पीड़ित बच्चों की संख्या बढ़ती जा रही है। कई बार, बच्चे के जन्म के तुंरत बाद माता-पिता को अपने बच्चे में होने वाली बीमारियों का पता नहीं चल पाता है, जिससे उस बीमारी का इलाज करना मुश्किल हो जाता है। दरअसल, कुछ ऐसे बीमारियों हैं, जो बच्चों में जन्मजात होती हैं, लेकिन इसके लक्षण अक्सर बच्चों के बढ़ने के साथ शुरू होता है। बच्चों में होने वाली ऐसी ही एक बीमारी बिलैटरल कंजेटियल स्यूडोआर्थ्रोसिस टिबिया (Bilateral congenital pseudoarthrosis tibia) है। इस बीमारी के कारण बच्चे के पैर के नीचले हिस्से की हड्डी काफी कमजोर होती है, जिसके टूटने के चंस ज्यादा होते हैं और इस कारण बच्चे को चलने में मुश्किल का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में आइए पुणे के बानेर में स्थित जुपिटर अस्पताल की कंसल्टेंट ऑर्थोपेडिक्स डॉ. चंद्रशेखर दीक्षित से जानते हैं कि स्यूडोआर्थ्रोसिस टिबिया क्या है?
बिलैटरल कंजेटियल स्यूडोआर्थ्रोसिस टिबिया क्या है? - What is Bilateral Congenital Pseudoarthrosis Tibia in Hindi?
टिबिया हमारे शरीर के निचले पैर की दो मुख्य हड्डियों में से एक है, जो घुटने को एड़ी से जोड़ती है। टिबिया के जन्मजात स्यूडोआर्थ्रोसिस की समस्या में, हड्डी में आया फ्रैक्चर ठीक तरह से सही नहीं हो पाता है, जिसके कारण स्यूडोआर्थ्रोसिस होता है। बिलैटरल CPT की समस्या में दोनों पैर की टिबिया प्रभावित होती हैं, जिससे बच्चा चलने में असमर्थ होता है।
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बिलैटरल कंजेटियल स्यूडोआर्थ्रोसिस टिबिया के कारण - Causes of Bilateral Congenital Pseudoarthrosis Tibia in Hindi
- जेनेटिक कारण: जन्मजात स्यूडोआर्थ्रोसिस अक्सर कुछ जेनेटिक कारणों से जुड़ा होता है। यह हड्डियों के डिसऑर्डर के इतिहास वाले लोगों में होने की संभावना ज्यादा होती है। लेकिन कुछ मामलों में यह बिना किसी पारिवारिक इतिहास के भी हो सकता है।
- न्यूरोफाइब्रोमैटोसिस टाइप 1: जन्मजात स्यूडोआर्थ्रोसिस से जुड़ी सबसे आम जेनेटिक कंडिशन में से एक न्यूरोफाइब्रोमैटोसिस टाइप 1 भी है। यह एक डिसऑर्डर है, जो नसों के साथ ट्यूमर के बढ़ने का कारण बनता है। NF1 हड्डियों, स्किन और नर्वस सिस्टम को प्रभावित करता है और हड्डियों की विकृति का कारण बन सकता है, जिसमें स्यूडोआर्थ्रोसिस भी शामिल है।
- प्रेग्नेंसी में होने वाली समस्याएं: प्रेग्नेंसी के समय भ्रूण के विकास के दौरान होने वाली समस्याएं, जैसे कि विकासशील टिबिया में खराब ब्लड की आपूर्ति, सामान्य हड्डी के बनने की समस्या को बढ़ा सकती है, और स्यूडोआर्थ्रोसिस का कारण बन सकती है।
- अन्य बोन डिसऑर्डर: कुछ मामलों में, हड्डियों के विकास को प्रभावित करने वाली अन्य हड्डी से जुड़ी असामान्यताएं या मेटाबॉलिज्म से जुड़े डिसऑर्डर इस स्थिति का कारण बन सकते हैं।
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बिलैटरल कंजेटियल स्यूडोआर्थ्रोसिस टिबिया के लक्षण - Symptoms Of Bilateral Congenital Pseudoarthrosis Tibia in Hindi
- दर्द और सूजन: बिलैटरल कंजेटियल स्यूडोआर्थ्रोसिस वाले बच्चों के पैरों में दर्द की समस्या हो सकती है, खासकर जब वे चलते हैं या अपने पारों का इस्तेमाल करते हैं। इतना ही नहीं टिबिया से प्रभावित एरिया के आस-पास सूजन भी नजर आ सकती है।
- विकृति: टिबिया के कारण हड्डियां मुड़ी हुआ या टूटी हुई नजर आ सकती हैं, और पैरों में हड्डियों की विकृतियां दिखाई देती हैं।
- चलने में मुश्किल होना: टिबिया के कारण आपके पैर में सही जोड़ नहीं बन पाता है, इसलिए यह पैर के बैलेंस के बिगड़ने का कारण बन सकता है, जिससे चलने में मुश्किल हो सकती है। इस समस्या के कारण बच्चे को खड़े होने या नॉर्मल तरीके से चलने में समस्या हो सकती है।
- फ्रैक्चर: टिबिया के कारण प्रभावित हड्डियां अन्य आम हड्डियों की तुलना में कमजोर होती हैं और कम से कम परेशानी होने पर भी या छोटी से छोटी चोट लगने पर भी टूट जाती है। इसलिए, इस समस्या के कारण आपके बच्चे के पैर में बार-बार फ्रैक्चर आ सकता है।
निष्कर्ष
टिबिया की बिलैटरल कंजेटियल स्यूडोआर्थ्रोसिस के कारण बच्चे और पेरेंट्स दोनों के लिए काफी चुनौतियों से भरपूर होती है। फिर भी इस समस्या का इलाज संभव सर्जरी और सही ट्रीटमेंट के द्वारा किया जा सकता है। पेरेंट्स बच्चों के बचपन में ही इस समस्या को जितनी जल्दी पहचान लें, उतनी जल्दी इसका ट्रीटमेंट संभव हो सकता है।
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