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बच्चों में अल्सरेटिव कोलाइटिस के क्या लक्षण होते हैं? जानें इस समस्या के कारण

कुछ बच्चों को पेट में दर्द और पाचन से जुड़ी समस्या का सामना करना पड़ता है। इस लेख में जानते हैं कि बच्चों में अल्सरेटिव कोलाइटिस के लक्षण और कारण क्या हो सकते हैं?
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बच्चों में अल्सरेटिव कोलाइटिस के क्या लक्षण होते हैं? जानें इस समस्या के कारण


Ulcerative Colitis In Children In Hindi: छोटे बच्चे अक्सर बाहर का खाना खाने की जिद्द करते हैं। कभी बाहर के खाने तो कभी पेट में इंफेक्शन की वजह से बच्चों को पेट में दर्द की शिकायत रहती है। जब बच्चा पेट दर्द की शिकायत करता है तो अक्सर अभिभावक घबरा जाते हैं। आपको बता दें कि कुछ बच्चों को लंबे समय तक आंतों से जुड़ी बीमारी अल्सरेटिव कोलाइटिस हो सकती है। अल्सरेटिव कोलाइटिस (Ulcerative Colitis) एक क्रॉनिक (दीर्घकालिक) आंतों की बीमारी है, जो बड़ी आंत (कोलन) और मलाशय (Rectum) की अंदरूनी परत में सूजन और अल्सर (घाव) पैदा करती है। यह एक ऑटोइम्यून डिजीज है, जिसमें शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली गलती से स्वस्थ कोशिकाओं पर हमला कर देती है। इस लेख में यशोदा अस्पताल की पीडियाट्रिक्स सीनियर कंसल्टेंट डॉ दीपिका रुस्तगी से जानते हैं कि बच्चों में अल्सरेटिव कोलाइटिस के लक्षण और कारण क्या होते हैं।

बच्चों में अल्सरेटिव कोलाइटिस के लक्षण - Symptoms of ulcerative colitis in toddlers in Hindi

बच्चों में अल्सरेटिव कोलाइटिस के लक्षण हल्के से गंभीर हो सकते हैं और समय के साथ बदल सकते हैं।

पेट में दर्द और ऐंठन

अल्सरेटिव कोलाइटिस में बच्चों को पेट के निचले हिस्से में दर्द और ऐंठन की समस्या हो सकती है। यह दर्द सामान्य रूप से भोजन के बाद या मल त्याग करते समय हो सकता है।

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दस्त होना (Diarrhea)

बच्चों को अल्सरेटिव कोलाइटिस में दस्त की समस्या हो सकती है। कुछ मामलों में दस्त के साथ बच्चों को खून भी दिखाई दे सकता है। ऐसे में अभिभावक घबरा जाते हैं।

बुखार होना

बच्चों को अल्सरेटिव कोलाइटिस होने पर इम्यून सिस्टम वीक हो जाता है। ऐसे में बच्चों को ज्यादातर समय थकान बनी रहती है। साथ ही, बच्चा खेलने से करताने लगता है। जबकि, कुछ बच्चों को बुखार के लक्षण दिखाई देते हैं।

वजन में गिरावट होना

अल्सरेटिव कोलाइटिस में बच्चे का पाचन तंत्र प्रभावित होता है। इस स्थिति में बच्चों को खाने का मन नहीं करता है। साथ ही, बच्चा हमेशा आलस में रहता है। जिद्द करने के बाद भी खाना नहीं खाता है। ऐसे में उसका वजन धीरे-धीरे कम होने लगता है।

शारीरिक विकास में रुकावट

इस रोग में बच्चा समय पर खाना नहीं खाता है, जिसकी वजह से उसको पर्याप्त पोषण नहीं मिलता है। ऐसे में बच्चे की ग्रोथ रुक जाती है और उसकी लंबाई या वजन सही अनुपात में नहीं बढ़ पाता है।

बच्चों में अल्सरेटिव कोलाइटिस के कारण - Causes of Ulcerative Colitis In Children In Hindi

अल्सरेटिव कोलाइटिस के सटीक कारणों का अभी तक पूरी तरह पता नहीं चला है। हालांकि, आगे बताए कारक इस समस्या को बढ़ा सकते हैं।

आनुवंशिकता (Genetics)

यदि परिवार में किसी को अल्सरेटिव कोलाइटिस या किसी अन्य ऑटोइम्यून बीमारी का इतिहास है, तो बच्चे में इसके विकसित होने की संभावना अधिक होती है।

प्रतिरक्षा प्रणाली की गड़बड़ी

शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली गलती से आंतों की स्वस्थ कोशिकाओं पर हमला करती है, जिससे सूजन और अल्सर बनते हैं।

पर्यावरणीय कारक

दूषित भोजन, पानी, और प्रदूषण जैसे कारक अल्सरेटिव कोलाइटिस को बढ़ा सकते हैं। इसके अलावा, धूल, धुएं, और कुछ केमिकल्स के संपर्क में आने से भी यह समस्या हो सकती है।

बच्चों में इंफेक्शन होना
कुछ बैक्टीरिया और वायरस की वजह से आंतों में संक्रमण हो सकता है, जो अल्सरेटिव कोलाइटिस को ट्रिगर कर सकता है।

दवाओं का प्रभाव

कुछ दवाएं, जैसे कि एंटीबायोटिक्स, आंतों की बैक्टीरिया बैलेंस को बिगाड़ सकती हैं और समस्या का कारण बन सकती हैं।

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बच्चों में अल्सरेटिव कोलाइटिस एक गंभीर समस्या हो सकती है, लेकिन सही समय पर पहचान कर उपचार से इसे नियंत्रित किया जा सकता है। इस बीमारी से बचने के लिए बच्चों के आहार, साफ-सफाई, और मानसिक स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देना चाहिए। अगर आपके बच्चे में पाचन तंत्र, पेट व अन्य लक्षण दिखाई देते हैं तो इसे नजरअंदाज न करें और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

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