Doctor Verified

बच्चों को भी हो सकता है इर्रिबेटल बाउल सिंड्रोम, जानें इसके कारण और लक्षण

खानपान की गलत आदतों की वजह से बच्चों को भी पेट से जुड़ी समस्या हो सकती है। इस लेख में जानते हैं कि बच्चों में इर्रिबेटल बाउल सिंड्रोम के लक्षण और कारण क्या होते हैं?
  • SHARE
  • FOLLOW
बच्चों को भी हो सकता है इर्रिबेटल बाउल सिंड्रोम, जानें इसके कारण और लक्षण


आज के दौर में बच्चों की लाइफस्टाइल में बदलाव देखने को मिला है। इसके साथ ही बच्चों को खानपान की अनियमित आदतों की वजह से पेट से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसी समस्या में इर्रिबेटल बाउल सिंड्रोम (IBS) को भी शामिल किया जाता है। यह समस्या ज्यादातर वयस्कों में देखने को मिलती है, लेकिन बच्चों के खानपान की गलत आदतों के कारण यह समस्या बच्चों में हो सकती है। यह एक गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल डिसऑर्डर है, जो बच्चों को न केवल शारीरिक रूप से प्रभावित करता है, बल्कि उनकी मानसिक स्थिति और रोजाना कार्यों को भी प्रभावित कर सकता है। IBS लंबे समय तक चलने वाली बीमारी है, जो पाचन तंत्र के कार्य में प्रभावित करती है। इसके वजह से बच्चों को पेट में दर्द, अपच, गैस, दस्त या कब्ज जैसे लक्षणों के रूप में सामने आती है। यह समस्या बच्चे की ग्रोथ को प्रभावित कर सकती है। इस लेख में मणिपाल अस्पताल पेडिएट्रिक गैस्ट्रोएंटरोलॉजी और हेपेटोलॉजी विभाग की एचओडी डॉ. सुफला सक्सेना से जानते हैं कि बच्चे में इर्रिबेटल बाउल सिंड्रोम के लक्षण और कारण क्या होते हैं?  

बच्चों में इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम के कारण - Causes of IBS in Children In Hindi 

खान-पान की गलत आदतें

बच्चों की तेल, मसालेदार, फास्ट फूड और अत्यधिक मीठा खाने की आदतें पाचन तंत्र को प्रभावित कर सकती है। एक्सपर्ट बताते हैं कि जंक फूड्स और प्रोसेस्ड फूड बच्चों में इर्रिबेटल बाउल सिंड्रोम का कारण बन सकते हैं। इसके अलावा, कुछ अन्य आहार भी बच्चों में आईबीएस को ट्रिगर कर सकते हैं। 

तनाव में रहना

आज के दौर कुछ बच्चों को तनाव रहता है। कई बच्चों में परीक्षा, स्कूल की समस्याएं, माता-पिता का झगड़ा आदि का मानसिक दबाव बना रहता है। तनाव की वजह से पाचन की कार्यप्रणाली पर असर पड़ता है। 

पाचन तंत्र की संवेदनशीलता

कुछ बच्चों का आंतरिक पाचन तंत्र अधिक संवेदनशील होता है। इस संवेदनशीलता के चलते बच्चों में इर्रिबेटल बाउल सिंड्रोम के लक्षण उभर सकते हैं।

जेनेटिक कारण (अनुवांशिकता)

यदि माता-पिता में से किसी को IBS या कोई अन्य पाचन संबंधी रोग रहा है, तो बच्चों में इसकी संभावना बढ़ जाती है।

एंटीबायोटिक दवाओं का अत्यधिक प्रयोग

कभी-कभी छोटे बच्चों को बार-बार एंटीबायोटिक्स देने से उनके आंतों में मौजूद “गुड बैक्टीरिया” नष्ट हो जाते हैं, जिससे पाचन तंत्र कमजोर हो जाता है और IBS की संभावना बढ़ जाती है।

बच्चों में इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम के लक्षण - Syndrome of IBS in Children in Hindi 

बच्चों में IBS के लक्षण कई बार स्पष्ट नहीं होते, क्योंकि बच्चे अपनी तकलीफ सही ढंग से व्यक्त नहीं कर पाते। लेकिन यदि आप कुछ विशेष संकेतों पर ध्यान दें, तो इसे पहचानना संभव है।

  • बिना किसी स्पष्ट कारण के पेट में बार-बार दर्द होना इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम का सबसे सामान्य लक्षण है। यह दर्द खाने के बाद या तनाव के समय बढ़ सकता है।
  • IBS के कारण बच्चों में मलत्याग की दिनचर्या बिगड़ जाती है। कभी उन्हें बार-बार दस्त होते हैं और कभी कई दिनों तक मल त्याग नहीं होता। कभी-कभी ये दोनों समस्याएं एक साथ भी हो सकती हैं।
  • अत्यधिक गैस बनना, पेट का फूला हुआ महसूस होना और डकारें आना IBS के संकेत हो सकते हैं।
  • पेट की परेशानी के चलते बच्चे भोजन से दूरी बनाने लगते हैं और उनकी भूख कम हो जाती है।
  • जब बच्चा बार-बार पेट दर्द से परेशान होता है, तो उसकी नींद भी प्रभावित होती है। 

इसे भी पढ़ें: बच्चे के पेट में बार-बार दर्द होने के क्या कारण हो सकते हैं? जानें डॉक्टर की राय

इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम एक आम लेकिन गंभीर पाचन संबंधी डिसऑर्डर है जो बच्चों के जीवन को प्रभावित कर सकता है। इसका समय पर पहचान और उपचार आवश्यक है। ऐसे में माता-पिता को चाहिए कि वे बच्चों के भावनात्मक और शारीरिक बदलावों पर नजर रखें और जरूरत पड़ने पर डॉक्टर से संपर्क करें। 

Read Next

क्या 6 महीने के बच्चे के लिए Nebulizer लेना सेफ होता है? डॉक्टर से जानें

Disclaimer

How we keep this article up to date:

We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.

  • Current Version

  • Oct 12, 2025 12:05 IST

    Published By : Vikas Arya