Collagenous Colitis Symptoms: खानपान से जुड़ी गड़बड़ी और खराब जीवनशैली के कारण शरीर बीमारियों का शिकार हो जाता है। ज्यादातर बीमारियों की शुरुआत पेट और पाचन तंत्र से होती है। पाचन तंत्र में गड़बड़ी के कारण ओवरऑल हेल्थ पर भी गंभीर प्रभाव पड़ता है। बहुत ज्यादा तला-भुना, प्रोसेस्ड, फ्राइड फूड्स का सेवन और कार्बोनटेड ड्रिंक्स की वजह से आंतों से जुड़ी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। कोलेजनस कोलाइटिस (Collagenous Colitis) भी बड़ी आंत से जुड़ी ऐसी ही एक गंभीर बीमारी है। यह एक गंभीर और दुर्लभ बीमारी है, जिसका सही समय पर इलाज न होने से स्थिति गंभीर हो सकती है। आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं, कोलेजनस कोलाइटिस के बारे में।
कोलेजनस कोलाइटिस क्या है?- What is Collagenous Colitis in Hindi
कोलेजनस कोलाइटिस बड़ी आंत में सूजन से जुड़ी स्थिति है। कोलेजनस कोलाइटिस, माइक्रोस्कोपिक कोलाइटिस का ही एक टाइप है। इस बीमारी की पहचान में भी माइक्रोस्कोप से बायोप्सी के सैंपल से पहचानते हैं। बाबू ईश्वर शरण हॉस्पिटल के सीनियर फिजीशियन डॉ समीर कहते हैं, "बड़ी आंत में खानपान, जीवनशैली और स्वास्थ्य से जुड़े कारणों की वजह से होने वाली सूजन को ही कोलेजनस कोलाइटिस कहते हैं। यह बीमारी एक तरह की दुर्लभ बीमारी है, जो आसानी से पहचान में नहीं आती है।"
कोलेजनस कोलाइटिस के लक्षण- Collagenous Colitis Symptoms in Hindi
कोलेजनस कोलाइटिस के लक्षण हर मरीज में अलग हो सकते हैं। इसके कुछ सामान्य लक्षण इस तरह से हैं-
- दस्त: कोलेजनस कोलाइटिस के कारण लंबे समय तक पानी जैसा या मुलायम दस्त हो सकता है, जो अक्सर दिन में कई बार होता है।
- पेट में दर्द और ऐंठन: पेट में दर्द और ऐंठन कोलेजनस कोलाइटिस के साथ जुड़े सामान्य लक्षण हैं।
- वजन में कमी: लगातार दस्त और भूख में कमी के कारण वजन में कमी हो सकती है।
- थकान: शरीर में तरल पदार्थ और पोषक तत्वों की कमी के कारण थकान महसूस हो सकती है।
- मतली और उल्टी: कुछ मामलों में, मतली और उल्टी भी हो सकती है।
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कोलेजनस कोलाइटिस के कारण- What Causes Collagenous Colitis in Hindi
कोलेजनस कोलाइटिस के सही कारण अब तक स्पष्ट नहीं हो पाए हैं। इस समस्या के कुछ जोखिम कारक इस तरह से हैं-
- आनुवंशिक कारण: पारिवारिक इतिहास या जेनेटिक्स की वजह से इस बीमारी का खतरा रहता है।
- ऑटोइम्यून रिएक्शन: कुछ लोगों में शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली द्वारा किए गए हमने के कारण इस समस्या का खतरा रहता है।
- संक्रमण: कुछ संक्रमण, विशेष रूप से आंतों में, कोलेजनस कोलाइटिस को ट्रिगर कर सकते हैं।
- दवाएं: कुछ दवाओं का उपयोग, जैसे कि नॉन-स्टेरॉयडल एंटी-इंफ्लेमेटरी ड्रग्स (NSAIDs), प्रोटोन पंप इनहिबिटर्स (PPIs), और एंटीडिप्रेसेंट्स, इस रोग को ट्रिगर कर सकते हैं।
- बैक्टीरिया और विषाणु: आंतों में बैक्टीरिया या विषाणु संक्रमण भी इस स्थिति का कारण बन सकते हैं।
कोलेजनस कोलाइटिस की रोकथाम- Collagenous Colitis Prevention in Hindi
कोलेजनस कोलाइटिस की रोकथाम के लिए डाइट और लाइफस्टाइल से जुड़ी इन आदतों का ध्यान रखना चाहिए- जीवनशैली और आहार संबंधी परिवर्तनों से इसके लक्षणों को नियंत्रित किया जा सकता है:
- कम फैट और कम फाइबर वाला आहार लें। इससे आंतों में सूजन कम हो सकती है।
- ताजे फल, सब्जियां, और साबुत अनाज जैसे पौष्टिक खाद्य पदार्थ शामिल करें।
- प्रोबायोटिक्स युक्त खाद्य पदार्थ जैसे दही और छाछ का सेवन करें, जो आंतों की सेहत को बेहतर बना सकते हैं।
- पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं। दस्त के कारण होने वाली तरल पदार्थ की कमी को पूरा करने के लिए इलेक्ट्रोलाइट्स युक्त पेय का सेवन करें।
- कैफीन और अल्कोहल का सेवन सीमित करें, क्योंकि ये आंतों की सेहत को और खराब कर सकते हैं।
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इसके अलावा कोलेजनस कोलाइटिस से बचाव के लिए बिना डॉक्टर के परामर्श के कोई भी दवा न लें। कुछ दवाएं कोलेजनस कोलाइटिस के लक्षणों को बढ़ा सकती हैं। आमतौर पर इस बीमारी के लक्षण आसानी से पहचान में नहीं आते हैं। लेकिन ऐसे लक्षण दिखने पर डॉक्टर की सलाह लेकर जांच कराने से आप इसका शिकार होने से बच सकते हैं।
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