Complications Of Ulcerative Colitis In Hindi: खानपान की आदतें और इम्यून सिस्टम में बदलाव की वजह से व्यक्ति को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इससे पाचन किया से जुड़ी समस्याएं हो सकती है। इसमें अल्सरेटिव कोलाइटिस (Ulcerative Colitis) को भी शामिल किया जाता है। अल्सरेटिव कोलाइटिस बड़ी आंत (Colon) और मलाशय को प्रभावित करती है। इस समस्या के मुख्य कारणों का पता नहीं लगाया गया है। लेकिन, लंबे समय तक सूजन होने से आंतों में परेशानी हो सकती है। इसको अल्सरेटिव कोलाइटिस कहते हैं। कई कारक अल्सरेटिव कोलाइटिस होने की वजह बन सकते हैं। इसमें व्यक्ति की आयु, आनुवांशिक कारक, आहार, दवाओं के प्रभाव और इम्यून सिस्टम के कमजोर होने को शामिल किया जाता है। अल्सरेटिव कोलाइटिस की वजह से अन्य रोगों का भी जोखिम बढ़ जाता है। इस लेख में डॉ. नारायणा अस्पताल की सीनियर कंसल्टेंट गैस्ट्रोएंटरोलॉजी डॉ. शिवानी देसवाल से जानते हैं कि अल्सरेटिव कोलाइटिस होने पर किन बीमारियों का जोखिम अधिक होता है?
अल्सरेटिव कोलाइटिस होने पर किन समस्याओं का जोखिम बढ़ जाता है? - Complications Of Severe Ulcerative Colitis In Hindi
हड्डियों को नुकसान होने का जोखिम - Reduce Bone Density
आंतों से जुड़ी समस्याओं के अधिकतर मरीजों को बोन डेंसिटी कम होने का जोखिम अधिक होता है। इसकी वजह से लोगों को ऑस्टियोपोरोसिस होने की संभावना बढ़ सकती है। आंतों में सूजन और डाइट में बदलाव की वजह के कारण पोषण का अवशोषण सही तरह से नहीं होता है, जिसकी वजह से बोन डेसिंटी कम हो सकती है। ऐसे में डॉक्टर विटामिन सी और कैल्शियम सप्लीमेंट्स लेने की सलाह दे सकते हैं।
गंभीर रक्तस्राव होना - Severe Bleeding
अल्सरेटिव कोलाइटिस में कोलन की दीवार पर घाव हो सकते हैं, जो कभी-कभी अत्यधिक रक्तस्राव का कारण बन सकते हैं। यह स्थिति एनीमिया और कमजोरी का कारण बन सकती है और मरीज को ब्लड ट्रांसफ्यूजन की आवश्यकता हो सकती है।
ब्लड क्लाट - Blood Clots
शरीर की सूजन और घाव से होने वाली ब्लीडिंग को रोकने के लिए शरीर में ब्लड क्लॉट बनत हैं। यह एक सामान्य प्रक्रिया है। लेकिन, जब सूजन लंबे समय तक बनी रहती है, तो इससे ब्लड क्लॉट बनने की प्रक्रिया प्रभावित होती है।
कोलन कैंसर का खतरा - Risk Of Colon Cancer
गंभीर और लंबे समय तक बने रहने वाले अल्सरेटिव कोलाइटिस में कोलन कैंसर विकसित होने का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए रोग के लक्षण दिखते ही व्यक्ति को तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
थकान बनी रहना - Tiredness
अल्सरेटिव कोलाइटिस के कारण आंत पोषक तत्वों को ठीक से अवशोषित नहीं कर पाती, जिससे विटामिन, मिनरल्स और प्रोटीन की कमी हो सकती है। इससे मरीज कमजोर और थका हुआ महसूस कर सकता है।
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Complications Of Ulcerative Colitis In Hindi: अल्सरेटिव कोलाइटिस में कोलन में सूजन की वजह से व्यक्ति की पाचन क्रिया प्रभावित होती है जो आगे चलकर कई तरह की समस्याओं का कारण बन सकती है। आंतों से जुड़ी समस्याओं को नजरअंदाज करना घातक सिद्ध हो सकता है। ऐसे में आप तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और जल्द से जल्द इलाज शुरू करें।
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