
Role of Sleep in Child Development in Hindi: बच्चों की ग्रोथ के लिए पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। इसके लिए आपको बच्चे की डाइट में कई तरह के बदलाव करने होते हैं। इसके अलावा, बच्चों को पर्याप्त नींद लेने की जरूरत होती है। यदि, बच्चा पर्याप्त नींद नहीं लेता है या वह आधी नींद में ही उठ जाता है, तो वह पूरा दिन परेशान रहता है। इसके अलावा, नींद पूरी न होने के चलते बच्चें को चिड़चिड़ापन भी होने लगता है। एक साल से छोटे बच्चे मां का दूध पीने में आनाकानी करने लगते हैं। इसलिए डॉक्टर बच्चे के शारीरिक, भावनात्मक और संज्ञानात्मक विकास (कॉग्नेटिव डवलपमेंट) में नींद की अहम भूमिका मानते हैं। बचपन से लेकर किशोरावस्था तक, बच्चे के ग्रोथ और स्वास्थ्य के लिए पर्याप्त और बेहतर नींद जरूरी होती है। इस लेख में आगे मदर एंड ऐंजल केयर क्लीनिक के पीडियेट्रिशियन डॉक्टर अजित कुमार से जानते हैं कि बच्चों के ग्रोथ (Child Growth) में नींद का क्या महत्व (Role of Sleep in Child Development) होता है। साथ ही, नींद से बच्चे के ब्रेन फंक्शन, शारीरिक ग्रोथ, इमोशनल हेल्थ और व्यवहार पर क्या प्रभाव पड़ता है।
बच्चों की ग्रोथ के लिए नींद का क्या महत्व होता है? - Importance Of Sleep in Child Development in Hindi
नींद बच्चों के शरीर को आराम पहुंचाने के अलावा ब्रेन के न्यूरोलॉजिक्ल फंक्शन (Brain Neurological Function) के लिए भी आवश्यक होती है। बचपन में बच्चे के शारीरिक और मानसिक ग्रोथ में नींद का अहम रोल होता है। नींद के दौरान बच्चे का ब्रेन सभी जानकारियों को प्रोसेस करके स्टोर करता है। इससे बच्चे को नई चीजे सीखने और पुरानी चीजों को याद रखने में मदद मिलती है। इसके अलावा, नींद बच्चे की शारीरिक ग्रोथ, मांसपेशियों को रिपेयर करने (Muscles Repair), और मूड, भूख और एनर्जी को नियंत्रित (improve energy level) करने वाले हार्मोन को बनाने में मदद करती है।
ब्रेन डेवलपमेंट
बच्चों को नींद के दौरान विशेष रूप से गहरी नींद में ब्रेन इस तरह की प्रक्रिया से गुजरता है, जो सीखने की क्षमता (Cognitive Mind) और याददाश्त के लिए आवश्यक होती है। बच्चे छोटी आयु में कई नई चीजों को सीख रहे होते हैं, जिसके लिए पर्याप्त नींद लेना बेहद जरूरी होता हैे।
शारीरिक ग्रोथ के लिए आवश्यक
बच्चों में शारीरिक ग्रोथ के लिए पर्याप्त नींद लेना आवश्यक होता है। गहरी नींद के दौरान, बच्चे के ग्रोथ हार्मोन (Growth Hormones) रिलीज होते हैं, जो फिजिकल ग्रोथ और टिश्यू और मांसपेशियों के रिपेयर के लिए आवश्यक होते हैं। यह किशोरावस्था तक बच्चे की ग्रोथ में मुख्य भूमिका निभाते हैं।
इमोशनल हेल्थ के लिए जरूरी
नींद का बच्चे की इमोशनल हेल्थ (Emotional Health) पर गहरा प्रभाव पड़ता है। जो बच्चे पर्याप्त नींद लेते हैं वे भावनात्मक रूप से अधिक लचीले होते हैं, तनाव से बेहतर तरीके से निपटने में सक्षम होते हैं, और मूड स्विंग और चिड़चिड़ापन से कम प्रभावित होते हैं। इसके विपरीत, नींद की कमी से चिंता, अवसाद और भावनात्मक अस्थिरता को बढ़ा सकती है।
किस उम्र के बच्चे को कितनी नींद लेनी चाहिए? - Guidelines for Healthy Sleep in Children in Hindi
- नवजात शिशु (0 से 3 माह) को करीब 14 से 17 घंटे की नींद हर रोज लेनी चाहिए।
- इसके अलावा, 4 से 11 माह के बच्चे को 12 से 15 घंटे सोना चाहिए।
- वहीं, 1 से 2 साल के बच्चों को 11 से 14 घंटे की पर्याप्त नींद लेनी चाहिए।
- स्कूल जाने वाले 3 से 5 साल के बच्चों को एक दिन में 10 से 13 घंटे सोना चाहिए।
- वहीं, 6 से 13 वर्ष के बच्चों को दिनभर में 9 से 11 घंटे की नींद लेनी चाहिए।
- इसके अलावा, बड़े बच्चों (14 से 17 वर्ष) को 8 से 10 घंटे की नींद लेनी चाहिए।
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पर्याप्त और क्वालिटी नींद लेने से बच्चे की इम्यूनिटी पावर मजबूत होती है। जिससे बीमारियों और इंफेक्शन का खतरा कम होता है। जो बच्चे पर्याप्त नींद नहीं लेते हैं उनको फ्लू, सर्दी, व अन्य बीमारियों का जोखिम अधिक होता है। अगर आपका बच्चा सोने में आनाकानी करता है या दिनभर में पर्याप्त नींद नहीं ले पाता है, तो ऐसे में आप डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।
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