
Ways To Protect Baby From Pneumonia: निमोनिया हमारे फेफड़ों का एक संक्रमण है, जो फेफड़ों के अंदर तरल पदार्थ या बलगम के जमा होने के कारण होता है। निमोनिया अधिकतर बच्चों को ज्यादा परेशान करता हैं। निमोनिया होने पर बच्चों की छाती में कफ जमा हो जाता हैं, जिस कारण उन्हें खांसी होने के साथ कई तरह की समस्याएं होती हैं। निमोनिया श्वसन में वायरस, बैक्टीरिया के कारण भी हो सकता हैं। वैसे, तो बच्चे को निमोनिया कभी भी हो सकता है। लेकिन सर्दी में इसका खतरा कई गुना बढ़ जाता हैं। ऐसे में बच्चों को निमोनिया से बचाव के लिए कुछ तरीकों को फॉलो किया जा सकता हैं। इन तरीकों को फॉलो करने से बच्चों को निमोनिया होने के चांसेज कम होगें। इन तरीकों के बारे में जानने के लिए हमने बात की शारदा क्लीनिक के फिजिशियन डॉक्टर केपी सरदाना से।
हैंडवॉश
नियमित हैंडवॉश बीमारियों से बचाव के लिए एक सुरक्षित तरीका है। बच्चों को हैंडवॉश करने की आदत डालने से श्वसन तंत्र में वायरस, बैक्टीरिया जाने से रोकेगा। ऐसा करने से बच्चों में निमोनिया होने से बचेगा। बाहर जाने के बाद और खाने से पहले बच्चों को हैंडवॉश करने की आदत डालें।
उचित दूरी
अपने बच्चे को हमेशा संक्रमित लोगों के संपर्क में आने से बचना सिखाएं। ऐसा करने से वह कई तरह की संक्रामक बीमारियों से बच जाएंगे। यदि वे स्कूल या खेल के मैदान में हैं, तो उन्हें बार-बार हाथ धोने के बारे में बताएं। साथ ही नाक और मुंह को मास्क से ढकने और पर्सनल चीजों को शेयर करने से बचने के लिए कहें।

हेल्दी आदत
किसी भी तरह की बीमारियों से बाचव के लिए हेल्दी आदतों को फॉलो करना चाहिए। बच्चों को हेल्दी डाइट के साथ नियमित व्यायाम करने की आदत भी डालें। बच्चों की डाइट में हरी सब्जियां, फल और नट्स का जरूर दें।
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दवाई का सेवन
निमोनिया होने पर बच्चों को समय पर दवाई जरूर दें। बच्चे को रोजाना सही समय पर और पूरे निर्धारित कोर्स पूरा होने तक दवाई दें। दवाई का सेवन केवल डॉक्टर के परामर्श पर ही बच्चे को दें। निमोनिया खत्म होने पर भी बच्चे को एक बार डॉक्टर को जरूर दिखाएं।
हाइड्रेट रखें
निमोनिया होने पर बच्चे की भूख काफी कम हो जाती है या फिर खाने की इच्छा कम होती है। ऐसे में पेरेंट्स को बच्चों की डाइट के साथ उसकी हाइड्रेशन का भी ख्याल रखना चाहिए। बॉडी हाइड्रेट रहने से तेजी से ठीक होने में मदद मिलती हैं।
बच्चे को निमोनिया से बचाव के लिए इन तरीकों को फॉलो कियाजा सकता हैं। हालांकि, समस्या होने पर डॉक्टर को दिखाएं।
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