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सर्दियों में बुजुर्गों में रहता है निमोनिया होने का अधिक जोखिम, जानें कारण और बचाव के तरीके

Pneumonia in Elderly: बुजुर्गों को यदि बार-बार बुखार आ रहा है तो यह निमोनिया हो सकता है। आगे जानते हैं इसके जोखिम और बचाव के कारण
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सर्दियों में बुजुर्गों में रहता है निमोनिया होने का अधिक जोखिम, जानें कारण और बचाव के तरीके


Pneumonia in Elderly: समय के साथ अधिक उम्र में लोगों की इम्यूनिटी कमजोर होने लगती है। इम्यूनिटी कमजोर होने की वजह से बुजुर्गों को अक्सर बुखार व सर्दी की समसाय रहती है। बार-बार बुखार बुजुर्गों के लिए निमोनिया होने की संभावना को बढ़ा सकता है। निमोनिया की समस्या बैक्टीरिया, वायरस व फंगस के कारण हो सकती है। निमोनिया में मरीज के फेफड़े प्रभावित होते हैं। दरअसल, बुजुर्गों की इम्यूनिटी कमजोर होती है, इसी वजह से उनको निमोनिया होने का जोखिम भी बढ़ जाता है। ऐसे में बुजुर्गों के जोखिम को कम करने के लिए आप उन्हें सही समय पर वैकसीन दिलाएं। इसके अलावा लाइफस्टाइल में बदलाव कर सकते हैं। सफदरजंग अस्पताल में कार्य कर चुके जनरल फिजिशियन डॉक्टर विनोद कुमार के अनुसार बुजुर्गों को निमोनिया का जोखिम अधिक होता। ऐसे में अगर कुछ जरूरी बदलाव किए जाए तो इस समस्या से बचाव किया जा सकता है।

बुजुर्गों को क्यों होता है निमोनिया का जोखिम - Pneumonia Risk In Older People During Winters In Hindi

  • कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली: ठंड का मौसम प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर कर सकता है, जिससे बैक्टीरिया और वायरस के द्वारा शरीर में प्रवेश करना और संक्रमण पैदा करना आसान हो जाता है।
  • लंबे समय से बीमारी होना: बुजुर्ग रोगियों में हृदय रोग, फेफड़ों की बीमारी और डायबिटीज जैसी पुरानी स्वास्थ्य स्थितियां होने की अधिक संभावना होती है। ये स्थितियां संक्रमण से लड़ना अधिक कठिन बना सकती हैं और निमोनिया का खतरा बढ़ा सकती हैं।
  • म्यूकोसिलरी क्लीयरेंस में कमी: म्यूकोसिलरी सिस्टम सिलिया के कारण श्वसन तंत्र प्रभावित हो सकता है। जैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ती है, म्यूकोसिलरी प्रणाली का कार्य प्रभावित होता है। जिससे फेफड़ों से संक्रमण को दूर करना अधिक कठिन हो जाता है।
  • कफ रिफ्लेक्स की समस्या: कफ रिफ्लेक्स एक सुरक्षात्मक तंत्र है जो फेफड़ों से जलन और रोग पैदा करने वाले बैक्टीरिया को बाहर निकालने में मदद करता है। उम्र के साथ, खांसी कम नहीं होती है, जिससे निमोनिया पैदा करने वाले बैक्टीरिया को दूर करना कठिन हो जाता है।
  • भ्रम होना: निमोनिया से पीड़ित बुजुर्ग रोगियों को भ्रम का अनुभव हो सकता है, जिससे उनके लिए अपने लक्षणों के बारे में बताना या तुरंत डॉक्टरी सलाह लेना मुश्किल हो सकता है।
  • शुष्क हवा: ठंडी, शुष्क सर्दियों की हवा वायुमार्ग को बाधित कर सकती है। इससे बैक्टीरिया के लिए फेफड़ों में प्रवेश करना आसान हो सकता है।
  • घर के अंदर भीड़भाड़: सर्दियों के दौरान लोग घर के अंदर अधिक समय बिताने से श्वसन संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ जाता है।
  • शारीरिक गतिविधि में कमी: ठंड के मौसम दिन का समय कम होता है। ऐसे में शारीरिक गतिविधि में कमी आ सकती है, जिससे प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो सकती है और संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है।

pneumonia risk in elderly

निमोनिया से बचाव के टिप्स - Prevention Tips Of Pneumonia In Elderly In Hindi 

  • टीकाकरण: बुजुर्ग मरीजों को इन्फ्लूएंजा और न्यूमोकोकल निमोनिया के खिलाफ टीका लगवाने के लिए प्रोत्साहित करना महत्वपूर्ण है। ये टीके निमोनिया के सामान्य कारणों से होने वाले जोखिम को काफी कम कर सकते हैं।
  • लंबे समय से होने वाली बीमारी को कंट्रोल करें: अंतर्निहित पुरानी स्वास्थ्य स्थितियों, जैसे हृदय रोग, फेफड़ों की बीमारी और मधुमेह को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने से प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत किया जा सकता है और निमोनिया के खतरे को कम किया जा सकता है।
  • एंटीबायोटिक्स या एंटीवायरल दवाएं समय पर लेना: निमोनिया के कारण के आधार पर, डॉक्टर संक्रमण को खत्म करने के लिए एंटीबायोटिक्स या एंटीवायरल दवाएं दे सकते हैं। इन दवाओं का सेवन समय पर करें।  
  • स्वच्छता पर दें ध्यान: बाहर से आने के बाद साबुन से हाथ धोएं। साथ ही सार्वजनिक स्थानों पर बार-बार चेहरे को न छूएं। 
  • छींकते समय नाक को कवर करें: कीटाणुओं को फैलने से रोकने के लिए खांसते या छींकते समय मुंह और नाक को अवश्य कवर करें।
  • सामाजिक दूरी बनाएं: बीमार लोगों, विशेषकर श्वसन संक्रमण वाले लोगों के साथ निकट संपर्क से बचें।
  • स्वस्थ जीवनशैली: प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाए रखने के लिए स्वस्थ आहार बनाए रखें, नियमित व्यायाम करें और पर्याप्त नींद लें।

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निमोनिया से बचने के लिए बुजुर्गों को सतर्क रहने की आवश्यकता होती है। निमोनिया से बचने के लिए संक्रमित व्यक्तियों से दूरी बनाकर रखें। साथ ही इम्यूनिटी को मजबूत करने के लिए आप नियमित रूप से एक्सरसाइज करें। 

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