
अल्सरेटिव कोलाइटिस (Ulcerative Colitis) एक क्रॉनिक इन्फ्लेमेटरी बाउल डिजीज (आईबीडी) है जो पाचन तंत्र में सूजन और अल्सर का कारण बनता है। यह मुख्य रूप से कोलन और मलाशय को प्रभावित करता है। अल्सरेटिव कोलाइटिस के लक्षणों को कम करने के लिए मरीज की डाइट में कई तरह के बदलाव किए जाते हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि कुछ खाद्य पदार्थ और ड्रिंक्स इस समस्या के लक्षणों को बढ़ा सकते हैं। ऐसे में मरीज को डाइट से अल्सरेटिव कोलाइटिस की समस्या को बढ़ाने वाले आहार को हटाया जाता है। लेकिन, कई लोगों के मन में सवाल उठता है कि क्या अल्सरेटिव कोलाइटिस में चाय पी (is it safe to drink tea in Ulcerative Colitis) सकते हैं। भारत में कई तरह की चाय बनाई जाती है। आगे एंसेट्रिक डाइट क्लीनिक की डाइटिशियन शिवाली गुप्ता से जानते हैं कि अल्सरेटिव कोलाइटिस में चाय पी सकते हैं या नहीं?
क्या अल्सरेटिव कोलाइटिस में चाय पी सकते हैं? - Should I Drink Tea If I Have Ulcerative Colitis?
अल्सरेटिव कोलाइटिस के दौरान, व्यक्ति को पेट दर्द, दस्त, मलाशय से खून बहना और थकान जैसे लक्षण महसूस होते हैं। इन लक्षणों को कम करने में आहार महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, क्योंकि कुछ खाद्य पदार्थ सूजन को ट्रिगर या खराब कर सकते हैं, जबकि अन्य पाचन तंत्र को शांत करने में मदद कर सकते हैं।
चाय, दुनिया भर में एक लोकप्रिय ड्रिंक है, इसमें कैफीन, टैनिन और पॉलीफेनोल सहित कई तरह के कम्पाउंड्स होते हैं, जो पाचन तंत्र पर सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरह के प्रभाव डाल सकते हैं। अल्सरेटिव कोलाइटिस पर चाय (Ulcerative Colitis) का प्रभाव काफी हद तक चाय के प्रकार और इसके कम्पाउंड्स के प्रति व्यक्ति की संवेदनशीलता पर निर्भर करता है। कुछ लोगों को दूध वाली चाय से गैस व अन्य समस्याएं हो सकती है। जबकि एक्सपर्ट ग्रीन टी व अन्य को अल्सरेटिव कोलाइटिस के लिए लक्षणों के कम करने में मददगार मानते हैं।
कौन सी चाय पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद होती हैं?
ग्रीन टी
ग्रीन टी में बिना फर्मेंटेंड पत्तियां होती हैं। इनमें पॉलीफेनॉल्स की मात्रा अधिक होती है जो ट्यूमर के कैमिकल्स को कम करने में सहायक हो सकते हैं। यह केमिकल्स आंतों में सूजन का कारण बन सकते हैं। अल्सरेटिव कोलाइटिस (Teas For Ulcerative Colitis) में दवाओं के द्वारा इन्हीं केमिकल्स को कम करने का प्रयास किया जाता है।
अदरक की चाय
अदरक की चाय कुछ लोगों में अल्सरेटिव कोलाइटिस के लक्षणों को कम करने में मददगार हो सकती हैं। लेकिन, यह प्रभाव हर व्यक्ति में अलग-अलग हो सकते हैं। अदरक में मौजूद गुण सूजन को कम करने में सहायक होते हैं।
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अल्सरेटिव कोलाइटिस के गंभीर लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। यह आपके लिए परेशानी का कारण बन सकते हैं। अल्सरेटिव कोलाइटिस में आप तुंरत डॉक्टर से मिलकर सलाह लें। इस रोग में ज्यादा तली भुनी और मसालेदार चीजों को खाने से बचें। साथ ही, जंक फूड को भी डाइट से बाहर करें। डाइट में किसी भी तरह के बदलाव से पहले आप डॉक्टर व डाइटिशियन से अवश्य संपर्क करें।
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