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What Hormone Imbalance Causes Food Cravings In Hindi: अक्सर लोगों को किसी न किसी फूड को खाने की क्रेविंग होती रहती है। किसी खाने को खाने की तीव्र इच्छा को क्रेविंग कहते हैं। आमतौर पर लोगों को कुछ नमकीन, मीठा और फैट से युक्त फूड्स को खाने की इच्छा होती है। ऐसा कभी-कभी हो सकता है, लेकिन ऐसा लगातार होना शरीर में हार्मोन्स के असंतुलित होने का संकेत हो सकता है। कई बार शरीर में हार्मोन्स के असंतुलित होने के कारण वजन बढ़ने, क्रेविंग होने और ज्यादा खाने की इच्छा होती है, लेकिन ऐसा शरीर में कौन से हार्मोन के असंतुलित होने के कारण होता है? ऐसे में आइए जयपुर स्थित Angelcare-A Nutrition and Wellness Center की निदेशक, डाइटिशियन एवं न्यूट्रिशनिस्ट अर्चना जैन (Archana Jain, Dietitian and Nutritionist, Director, Angelcare-A Nutrition and Wellness Center, Jaipur) से जानें कौन सा हार्मोन असंतुलन फूड्स की क्रेविंग्स का कारण बनता है?
कौन से हार्मोन्स के असंतुलित होने से फूड्स की क्रेविंग होती है? - Which Hormonal Imbalance Causes Food Cravings?
डाइटिशियन एवं न्यूट्रिशनिस्ट अर्चना जैन के अनुसार, शरीर में हार्मोन्स के असंतुलित होने के कारण लोगों को क्रेविंग होने की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। बता दें, शरीर में लेप्टिन (Leptin) और घ्रेलिन (Ghrelin) जैसे हार्मोन्स के असंतुलित होने की समस्या हो सकती है, साथ ही, कई बार शरीर में कोर्टिसोल (Cortisol), इंसुलिन (Insulin), एस्ट्रोजन (estrogen) और प्रोजेस्टेरोन (progesterone) के असंतुलित होने के कारण भी हो सकता है।
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लेप्टिन का असंतुलन
लेप्टिन हार्मोन के असंतुलित होने के कारण व्यक्ति को क्रेविंग्स हो सकती हैं। लेप्टिन रेजिस्टेंस के कारण ब्रेन को पेट के भरने का सिग्नल नहीं मिल पाता है, जिसके कारण जरूरत से ज्यादा खाना खाने की इच्छा होती है। इसके असंतुलन के कारण शरीर में सूजन आने, नींद के खराब होने और वजन बढ़ने की समस्या हो सकती है।
बता दें, शरीर में लेप्टिन हार्मोन के असंतुलित होने के कारण व्यक्ति को लगातार भूख लगने, वजन बढ़ने, मीठे और फैट युक्त खाने की क्रेविंग बढ़ने जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
घ्रेलिन हार्मोन का असंतुलन
घ्रेलिन हार्मोन भूख को बढ़ावा देने वाला हार्मोन है, जो आमतौर पर पेट के खाली होने पर निकलता है। इसके कारण व्यक्ति को अधिक भूख लगने, देर रात भूख लगने, वजन बढ़ने और अधिक क्रेविंग होने की समस्या हो सकती है।
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कोर्टिसोल हार्मोन का असंतुलन
शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन के असंतुलित होने के कारण भी व्यक्ति को अधिक भूख लगने, वजन बढ़ने, फूड्स की क्रेविंग होने और मूड स्विंग्स की समस्या हो सकती है।
इंसुलिन प्रतिरोध के कारण
शरीर में इंसुलिन के असंतुलित होने या इंसुलिन प्रतिरोध के कारण व्यक्ति को शरीर में ब्लड शुगर के अनियंत्रित होने, बार-बार भूख लगने, मीठा खाने की इच्छा होने, वजन बढ़ने और खाना खाने के बाद थकान होने की समस्या हो सकती है।
निष्कर्ष
शरीर में लेप्टिन, घ्रेलिन, इंसुलिन प्रतिरोध और कोर्टिसोल हार्मोन के असंतुलित होने के कारण व्यक्ति को अधिक भूख लगने, वजन बढ़ने और मीठे, तीखे और तले-भूने खाने की क्रेविंग बढ़ने लगती है। ऐसे में ध्यान रहे, शरीर में हार्मोन्स के असंतुलन के लक्षणों को नजरअंदाज न करें।
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Current Version
Oct 18, 2025 21:12 IST
Published By : Priyanka Sharma