Does Insulin Resistance Cause Poor Egg Quality In Hindi: आज के समय में अनहेल्दी लाइफस्टाइल के कारण ज्यादातर महिलाएं पीसीओडी, पीसीओएस, हार्मोन्स के असंतुलित होने और इंसुलिन प्रतिरोध जैसी कई समस्याओं से परेशान रहती हैं। इसके कारण महिलाओं में फर्टिलिटी से जुड़ी कई समस्याएं होने और स्वास्थ्य संबंधी कई अन्य समस्याएं हो सकती हैं। बता दें, इंसुलिन हमारे शरीर में शुगर को नियंत्रित करने वाले एक महत्वपूर्ण हार्मोन है। जब शरीर इंसुलिन को सही तरह से इस्तेमाल नहीं कर पाता, तो इसे इंसुलिन रेज़िस्टेंस कहा जाता है। यह समस्या ज़्यादातर मोटापे, असंतुलित लाइफस्टाइल और पीसीओएस (पॉलीसिस्टिक ओवरी संड्रोम) जैसी स्थितयों से जुड़ी होती है। लेकिन क्या इंसुलिन रेजिस्टेंस के कारण महिलाओं में एग की क्वालिटी के खराब होने या फर्टिलिटी से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं? ऐसे में आइए फरीदाबाद के क्लाउडनाइन अस्पताल में कंसल्टेंट गायनेकोलॉजिस्ट (स्त्री रोग विशेषज्ञ) डॉ. शैली शर्मा (Dr. Shaily Sharma, consultant gynaecologist at Cloudnine Hospital,Faridabad) से जानें क्या इंसुलिन प्रतिरोध एग की खराब गुणवत्ता का कारण बनता है?
क्या इंसुलिन प्रतिरोध एग की खराब गुणवत्ता का कारण बनता है? - Does Insulin Resistance Cause Poor Egg Quality?
डॉ. शैली शर्मा के अनुसार, महिलाओं में इंसुलिन रेजिस्टेंस का असर उनकी फर्टिलिटी हेल्थ पर भी देखा जाता है। जब शरीर में इंसुलिन का स्तर लंबे समय तक अधिक बना रहता है, तो अंडाशय (ovaries) के कामकाज को प्रभावित करता है। इसके कारण महिलाओं के शरीर में हार्मोन्स असंतुलित हो सकते हैं, जो सीधे तौर पर एग की क्वालिटी पर असर डालता है। ऐसे में खराब क्वालिटी वाले एग के गर्भधारण करने की संभावना को कम कर सकते हैं और कभी-कभी इससे गर्भपात का खतरा बढ़ सकता है।
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इंसुलिन रेजिस्टेंस के कारण हार्मोनल बदलाव - Hormonal Changes Due To Insulin Resistance In Hindi
डॉ. शैली शर्मा बताती हैं कि इंसुलिन रेजिस्टेंस के कारण शरीर में हार्मोन्स में बदलाव आते हैं, जिसके कारण एग की मैच्योरिटी में बाधित करते हैं। इसी कारण से पीसीओएस की समस्या से पीड़ित महिलाओं को गर्भधारण करने यानी प्रेग्नेंट होने में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। हालांकि यह स्थिति पूरी तरह से कंट्रोल से बाहर नहीं है। ऐसे में सही खान-पान, नियमित एक्सरसाइज और डॉक्टर की सलाह के साथ दवाइयों का सेवन करने से इंसुलिन के स्तर को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है।
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इंसुलिन रेजिस्टेंस को कैसे कंट्रोल करें? - How To Control Insulin Resistance?
डॉ. शैली के अनुसार, यह समझना जरूरी है कि इंसुलिन रेजिस्टेंस यानी इंसुलिन प्रतिरोध सीधे तौर पर एग की क्वालिटी को प्रभावित करती है, लेकिन समय रहते सावधानी बरतने और सही इलाज करने से इस समस्या में काबू पाया जा सकता है। ऐसे में इसको कंट्रोल करने के लिए हेल्दी लाइफस्टाइल को फॉलो करना सबसे अच्छा उपाय है।
प्रोसेस्ड फूड्स और मीठे से दूरी बनाएं
इंसुलिन रेजिस्टेंस को कंट्रोल करने के लिए प्रोसेस्ड फूड्स और मीठे फूड्स का सेवन करने से बचें। इनका अधिक सेवन करने से इंसुलिन रेजिस्टेंस की समस्या को बढ़ावा मिल सकता है, जो एग की क्वालिटी पर बुरा प्रभाव डाल सकता हैं।
नियमित योग और वॉक करें
इंसुलिन रेजिस्टेंस की समस्या से राहत के लिए नियमित योग और वॉक करें। इससे इंसुलिन रेंजिस्टेंस को कंट्रोल करने, फर्टिलिटी को बेहतर करने और स्वास्थ्य को दुरुस्त बनाए रखने में मदद मिलती है।
बैलेंस डाइट लें
अक्सर महिलाओं को शरीर में इंसुलिन रेजिस्टेंस को कंट्रोल करने के लिए बैलेंस डाइट लेने की सलाह दी जाती है। बैलेंस डाइट लेने से न सिर्फ इंसुलिन रेजिस्टेंस की समस्या कम होती है, बल्कि एग की क्वालिटी में भी सुधार करने में मदद मिलती है।
निष्कर्ष
इंसुलिन रेजिस्टेंस की समस्या के कारण महिलाओं में एग की क्वालिटी सीधे तौर पर प्रभावित हो सकती है, जो आगे चलकर फर्टिलिटी पर बुरा प्रभाव डालता है। इसके कारण महिलाओं को गर्भधारण करने में परेशानी होने और गर्भापत का खतरा बढ़ सकता है। लेकिन इंसुलिन रेजिस्टेंस की समस्या को कंट्रोल करने के लिए हेल्दी लाइफस्टाइल को फॉलो किया जा सकता है। इससे समय रहते फर्टिलिटी से जुड़ी समस्याओं में सुधार करने में मदद मिल सकती है। ऐसे में नियमित रूप से वॉक करें, योग करें, बैलेंस डाइट लें, साथ ही, मीठे और प्रोसेस्ड फूड्स से दूरी बनाएं। इससे एग की क्वालिटी में सुधार करने में भी मदद मिल सकती है। ध्यान रहे, कोई भी समस्या महसूस होने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
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Sep 22, 2025 08:21 IST
Modified By : Priyanka SharmaSep 22, 2025 08:21 IST
Published By : Priyanka Sharma