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Vitamin D Deficiency Effects On Body: इन दिनों जो लोग 9 टू 5 जॉब करते हैं, उन लोगों का ज्यादातर समय ऑफिस के अंदर बीतता है। इसका मतलब है कि धूप के संपर्क में वे कम आते हैं। यहां तक कि ऐसे लोग फिजिकली एक्टिविट भी नहीं होते हैं। यही कारण है कि उन्हें पीठ दर्द, कमर दर्द, कंधे में दर्द, मोटापा जैसी कई परेशानियां हो जाती हैं। हाल के सालों में यह भी देखने को मिला है कि उनमें विटामिन-डी की भी काफी ज्यादा कमी हो गई है। आमतौर पर लोगों को लगता है कि विटामिन-डी की कमी से सिर्फ हड्डियां कमजोर होती हैं। जबकि, हकीकत यह है कि विटामिन-डी की कमी सेहत पर बहुत बुरा असर पड़ता है। आइए, इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल और हिलिंग टच क्लीनिक के ऑर्थोपेडिक सर्जन और स्पोर्ट्स इंजरी स्पेशलिस्ट डॉ. अभिषेक वैश से जानते हैं इसके बारे में हर जरूरी बात।
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विटामिन-डी की कमी का सेहत पर असर- What Are The Consequences Of A Vitamin D Deficiency
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हड्डियों पर असर
विटामिन-डी की कमी की वजह से हड्डियों पर बहुत बुरा असर पड़ता है। असल में, विटामिन-डी कैल्शियम और फोसफेट के अवशोषण के जरूरी तत्व है। ये दोनों ही पोषक तत्व हमारी हड्डियों को मजबूत बनाते हैं, जिसकी वजह से रोजमर्रा के कामकाज करना आसान हो जाता है। यही नहीं, अगर किसी के शरीर में विटामिन-डी की भारी कमी हो जाती है, तो ऐसे में रिकेट्स, ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
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मसल्स फंक्शन पर असर
विटामिन-डी की कमी होने पर मसल्स फंक्शन पर भी नेगेटिव असर पड़ता है। असल में, जब शरीर में विटामिन-डी नहीं होता है या इसकी कमी होती है, तो मसल्स कमजोर हो जाती हैं, इन्हें रिपेयर होने में समय लगता है। यहां तक कि इसका नेगेटिव ओवर ऑल फंक्शन पर पड़ता है। कई लोग विटामिन-डी की के कारण थकान और कमजोरी भी महसूस करते हैं।
कमजोर इम्यूनिटी
जिन लोगों में विटामिन-डी की कमी होती है, वे अक्सर बीमार रहते हैं और उनकी इम्यूनिटी भी कमजोर हो जाती है। यहां तक कि विटामिन-डी की कमी के कारण ऑटो इम्यून डिजीज होने का रिस्क भी काफी ज्यादा बढ़ जाता है। इसलिए, अगर आप बार-बार बीमार पड़ रहे हैं, तो यह चेक करवाएं कि कहीं आपमें विटामिन-डी की कमी तो नहीं है।
बालों का झड़ना
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विटामिन-डी की कमी की वजह से हेयर लॉस भी बढ़ सकता है। असल में, बालों की ग्रोथ और उनकी मजबूती के लिए विटामिन-डी का होना बहुत जरूरी है। अगर शरीर में विटामिन-डी की कमी हो जाती है, तो एलोपशिया एरिटा जैसी ऑटोइम्यून कंडीशन हो सकती है, जो कि बालों के झड़ने से संबंधित एक समस्या है। इस कंडीशन में हेयर फॉलिक्स पूरी तरह डैमेज हो जाते हैं और बाल उगना पूरी तरह बंद हो जाते हैं। इसके अलावा, विटामिन-डी की कमी वजह से कम उम्र में ही बालों का झड़ना अधिक हो जाता है।
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घाव का देरी से भरना
घाव का देरी से भरने को अक्सर हम डायबिटीज के रोगियों से जोड़कर देखते हैं। जबकि, विटामिन-डी की कमी होने पर भी इस तरह की समस्या हो सकती है। विशेषज्ञों की मानें, तो इंफ्लेमेटरी रिस्पॉन्स, सेल प्रोलिफरेशन और कैल्शियम सिग्नलिंग के लिए जरूरी है ताकि घाव भर सके। अगर विटामिन-डी कम है, तो पुराने घाव को भरने में औसत से अधिक समय लग सकता है।
निष्कर्ष
शरीर में विटामिन-डी की कमी नहीं होनी चाहिए। इससे शरीर को काफी नुकसान होता है, जैसे बालों का झड़ना बढ़ सकता है, इम्यूनिटी कमजोर हो सकती है और घाव के भरने में भी देरी हो सकती है। यही कारण है कि हर व्यक्ति को समय-समय पर विटामिन-डी की कमी की जांच करवाते रहना चाहिए, ताकि समय रहते अपना प्रॉपर ट्रीटमेंट करवाया जा सके। जरूरी हो, तो डॉक्टर विटामिन-डी के सप्लीमेंट्स भी दे सकते हैं। हालांकि, विटामिन-डी की कमी को पूरा करने के लिए सुबह की धूप में वॉक करें।
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FAQ
विटामिन-डी की कमी से कौन सा अंग प्रभावित होता है?
विटामिन-डी की कमी से धमनियां सचत हो जाती हैं, जिससे ब्लड फ्लो प्रभावित होता है।विटामिन-डी की कमी से क्या परेशानी होती है?
विटामिन-डी की कमी से कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं, जैस मांसपेशियों में दर्द, कमजोरी और हड्डियों में दर्द, मांसपेशियों में ऐंठन (टेटनी) शिशुओं में रिकेट्स जैसी समस्याएं हो सकती हैं।विटामिन-डी जल्दी कैसे बढ़ाएं?
सबसे पहले आप यह जानने की कोशिश करें कि आपके शरीर में विटामिन-डी कितनी कमी है। अगर बहुत ज्यादा कमी है, तो डॉक्टर से मिलें और सप्लीमेंट्स लें। इसके अलावा, आप चाहें, तो विटामिन-डी बढ़ाने के लिए धूप सेकें, विटामिन-डी युक्त खाद्य पदार्थ का सेवन करें।
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Current Version
Nov 28, 2025 18:41 IST
Published By : Meera Tagore