Kidney damage hone ke lakshan: किडनी शरीर के उन अंगों में से है जिसका काम है फिल्टर करना। यह शरीर के तमाम वेस्ट प्रोडक्ट्स को फिल्टर करने का काम करती है और मल-मूत्र के द्वारा इसे शरीर से बाहर निकालती है। लेकिन, तब क्या जब किडनी का काम काज प्रभावित हो जाए। दरअसल, हम बात कर रहे हैं किडनी डैमेज (Kidney damage) होने की। बीते कुछ समय से किडनी डैमेज से जुड़ी कई बातें सुर्खियों में हैं और इसलिए यह Google Trends पर ट्रेंड हो रहा है। किडनी डैमेज होने के कई कारण हो सकते हैं जिसमें डायबिटीज और हाई बीपी जैसे कुछ लाइफस्टाइल से जुड़ी बीमारियां भी हैं। किडनी डैमेज होने पर किडनी के सेल्स नष्ट हो जाते हैं और शरीर में क्रिएटनिन का लेवल बढ़ता जाता है। ऐसे में सबसे पहला लक्षण आपको अपने पेशाब में नजर आ सकता है। तो क्या हैं ये लक्षण जानते हैं इनके बारे में विस्तार से।
किडनी डैमेज होने से पेशाब कैसे आता है-Kidney damage symptoms in urine
किडनी डैमेज होने पर शरीर से वेस्ट प्रोडक्ट्स का फिल्ट्रेशन प्रभावित होने लगता है। ऐसे में खून से क्रिएटनिन को छानने वाली किडनी के प्रोसेस में कमी आने लगती है और यह खून में मिलकर शरीर में सर्कुलेट होने लगती है। इससे शरीर में सूजन, थकान और भूख में कमी जैसे लक्षण नजर आते हैं। इसके अलावा जो लक्षण प्रत्यक्ष रूप से नजर आता है वो हैं आपके पेशाब के रंग-रूप में बदलाव। क्या हैं यह बदलाव जान लेते हैं।
1. गहरे या लाल रंग का पेशाब
किडनी डैमेज होने पर गहरे या लाल रंग का पेशाब आ सकता है। यह क्षतिग्रस्त किडनी फिल्टर के कारण हो सकता है जिसमें क्रिटनिन मिल चुका है। इसके अलावा लाल या गुलाबी रंग का मूत्र अक्सर इस बात का संकेत होता है कि आपको पथरी, इंफेक्शन या ग्लोमेरुलोनेफ्राइटिस यानी किडनी में सूजन की समस्या हो सकती है।
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2. झागदार पेशाब
झागदार पेशाब, मूत्र में प्रोटीन का संकेत हो सकता है, जो किडनी की क्षति का एक सामान्य और शुरुआती लक्षण है। इसे प्रोटीन्यूरियाय यानी मूत्र में प्रोटीन (Proteinuria or Protein in the Urine) का बढ़ना भी कहा जाता है। इसके में क्षतिग्रस्त गुर्दे मूत्र में प्रोटीन का रिसाव करते हैं, जिससे यह झागदार या कभी-कभी भूरे रंग का भी दिखाई दे सकता है।
3. पेशाब में कमी या ज्यादा पेशाब आना
पेशाब के पैटर्न में बदलाव भी किडनी की समस्याओं का संकेत हो सकता है। जैसे कि आपको पेशाब करने में दिक्कत हो रही हो या फिर पेशाब करते समय आपको ब्लैडर में दर्द हो रहा हो तो यह भी इस बात का संकेत है कि आपकी किडनी डैमेज हो रही है या इसकी शुरुआत हो चुकी है। इसके अलावा बार-बार पेशाब लगना या फिर पेशाब कम लगना भी किडनी डैनेज के लक्षणों में से एक हो सकता है।
4. पीला पेशाब
पीला पेशाब पानी की कमी के कारण होता है लेकिन, यह इस बात का भी संकेत हो सकता है कि किडनी पेशाब नहीं बना पा रही हो। यह गंभीर स्थिति हो सकती है जिसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। हालांकि, इसके साथ आपको ब्लैडर में दर्द और पैरों में सूजन भी नजर आ सकती है।
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5. पेशाब में खून आना
पेशाब में खून आना जो कि ग्लोमेरुलोनेफ्राइटिस (glomerulonephritis) की समस्या की वजह से हो सकता है, यह भी किडनी डैमेज से ही जुड़ा हुआ है। यह असल में किडनी के फिल्टरिंग यूनिट (inflammation of the kidney's filtering units) की खराबी की वजह से होता है।
तो किडनी के डैमेज के इन लक्षणों (kidney damage hone ke lakshan in hindi) को नजरअंदाज न करें। जैसे ही आपको इनमें से एक भी दिक्कत नजर आए आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और अपना केएफटी (KFT) जरूर करवाएं।