What Causes Uterus Pain: बच्चेदानी महिलाओं के शरीर का बहुत ही महत्वपूर्ण अंग होता है। बच्चेदानी क्या है, इसे समझने के लिए आप कह सकते हैं कि यह एक खाली जगह है, जो कि ब्लैडर और रेक्टम के बीच स्थित है। इस जगह भ्रूण का विकास होता है। असल में, ओवरीज एग प्रोड्यूस करते हैं, जो कि फेलोपियन ट्यूब के जरिए बच्चेदानी में प्रवेश करते हैं। बच्चेदानी को भ्रूण के विकास के लिए और उसे नॉरिश करने की जगह के रूप में जाना जाता है। यह बात हम सभी जानते हैं कि अगर बच्चेदानी में किसी भी तरह की तकलीफ होती है, तो उसे नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। इससे महिला के लिए कंसीव करना एक चुनौती बन जाती है, जिससे उसका मां बनने का सपना अधूरा रह सकता है। क्या आप जानते हैं कि कई बार बच्चेदानी में किसी अन्य शारीरिक समस्या की वजह से भी दर्द या तकलीफ हो सकती है? जी हां, यह सही है। आप कह सकते हैं कि बच्चेदानी में दर्द होना किसी अन्य बीमारी का लक्षण हो सकता है। यहां हम जानेंगे कि किन बीमारियों की वजह से बच्चेदानी में दर्द हो सकता है।
बच्चेदानी में दर्द क्यों होता है- Causes Of Uterus Pain In Hindi
यूरिन इंफेक्शन- Urine Infection
वृंदावन और नई दिल्ली स्थित मदर्स लैप आईवीएफ सेंटर की चिकित्सा निदेशक, स्त्री रोग और आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. शोभा गुप्ता के अनुसार, "बच्चेदानी में दर्द का एक बड़ा कारण यूरिन इंफेक्शन है। आमतौर पर महिलाओं में यूरिन इंफेक्शन होना एक आम समस्या है। कई बार गंदी जगह वॉश रूम का इस्तेमाल करना या फिर इंटरनल हाईजीन का ध्यान न रखने की वजह से यूरिन इंफेक्शन हो सकता है। लेकिन, अगर यूरिन इंफेक्शन यानी यूटीआई का समय रहते इलाज न किया जाए, तो संक्रमण अंदरूनी हिस्सों तक फैलते हुए बच्चेदानी तक पहुंच सकता है। इस कंडीशन में बच्चेदानी में दर्द हो सकता है।"
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गर्भाशय फाइब्रॉएड- Uterine Fibroids
डॉ. शोभा गुप्ता कहती हैं, "यूं तो गर्भाशय फाइब्रॉएड अपने आप में कोई बड़ी समस्या नहीं है। लेकिन, इसके होने पर गर्भाशय में संकुचन होने लगता है और बच्चेदानी में दर्द भी महसूस होता है। इसकी वजह से असहजता हो सकती है और रक्तस्राव भी जयादा होता है। ऐसी कंडीशन में कई बार महिला को एनीमिया जैसी घातक बीमारी हो सकती है। आमतौर पर, गर्भाशय फाइब्रॉएड के कारण महिला के पेल्विक एरिया और कमर के निचले हिस्से में दर्द का अहसास अधिक होता है। लेकिन, कुछ मामलो में बच्चेदानी तक दर्द होने की शिकायत देखी जा सकती है।"
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एंडोमेट्रियोसिस- Endometriosis
डॉ. शोभा गुप्ता की मानें, तो बच्चेदानी में दर्द होने का एक बड़ा कारण एंडोमेट्रियोसिस भी है। यह भी एक गंभीर बीमारी की सूचि में आता है। इस बीमारी के तहत यूट्रस की बाहरी लाइनिंग में टिश्यू विकसित हो जाते हैं। नतीजतन, सूजन और दर्द की समस्या देखने को मिलती है। अगर समय रहते इसका इलाज न किया जाए, तो महिला के लिए समस्या बढ़ सकती है। सामान्यतः एंडोमेट्रियोसिस होने पर पेल्विक एरिया में अधिक दर्द होता है।
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पाचन संबंधी समस्या- Digestion Issues
मयोक्लिनिक में प्रकाशित एक लेख की मानें तो, शायद आपको यह जानकर हैरानी हो कि गई गंभीर मामलों में पाचन से जुड़ी समस्या होने पर बच्चेदानी में दर्द हो सकता है। दरअसल, जब लंबे समय तक पाचन से जुड़ी समस्या बनी रहती है, तो इसका बुरा प्रभाव पेल्विक एरिया पर पड़ता है। वहीं, अगर पेल्विक पेन क्रॉनिक हो जाए, तो स्थिति गंभीर रूप ले सकती है। कई मामलों में, पेल्विक एरिया में दर्द के कारण मांसपेशियों में खिंचाव होने लगता है, जो कि बच्चेदानी में दर्द का कारण बन सकता है।”
बच्चेदानी में दर्द होने पर क्या करें?- What To Do If There Is Pain In The Uterus In Hindi
- बच्चेदानी में दर्द होने पर तुरंत डॉक्टर के पास जाएं।
- बच्चेदानी में दर्द को हल्के में न लें।
- बच्चेदानी में दर्द क्यों हो रहा है, वजह जानने की कोशिश करें।
- बच्चेदानी में दर्द का सही ट्रीटमेंट करवाएं। डॉक्टर की दी हुई दवा जरूर लें।
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