Retroverted Uterus Meaning in Hindi: महिलाओं को गर्भाशय (Uterus) यानी बच्चेदानी से जुड़ी कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसमें रेट्रोवर्टेड यूट्रस भी शामिल है। इसमें गर्भाशय पीछे की तरफ झुक जाता है। रेट्रोवर्टेड यूट्रस एक ऐसी कंडीशन है, जिसमें गर्भाशय रीढ़ की तरफ पीछे की ओर झुक जाता है। रेट्रोवर्टेड यूट्रस कोई बीमारी नहीं है। हालांकि, रेट्रोवर्टेड यूट्रस वाली महिलाओं को मासिक धर्म और शारीरिक संबंध बनाने के दौरान दर्द का अनुभव हो सकता है। रेट्रोवर्टेड गर्भाशय बेहदन सामान्य है। मेनोपॉज, डिलीवरी या कई बीमारियों की वजह से गर्भाशय झुक सकता है। आपको बता दें कि लगभग 25 प्रतिशत महिलाओं में रेट्रोवर्टेड यूट्रस होता है। आइए, NHSRCC चिल्ड्रेन हॉस्पिटल, मुंबई की कंसल्टेंट स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. केकिन गाला से जानते हैं रेट्रोवर्टेड यूट्रस के लक्षण और कारण-
रेट्रोवर्टेड यूट्रस के लक्षण- Retroverted Uterus Symptoms in Hindi
कुछ महिलाओं को रेट्रोवर्टेड यूट्रस के लक्षणों का अनुभव नहीं होता है। हालांकि, कुछ लोगों को ये लक्षण महसूस हो सकते हैं-
- पीरियड्स के दौरान तेज दर्द होना
- शारीरिक संबंध बनाने के दौरान दर्द होना
- पीरियड्स के दौरान टैम्पोन का इस्तेमाल करने में परेशानी होना
- पेशाब से जुड़ी समस्याएं होना
- मूत्र पथ संक्रमण
रेट्रोवर्टेड यूट्रस के कारण- Retroverted Uterus Causes in Hindi
कुछ लोगों में रेट्रोवर्टेड यूट्रस जन्मजात होता है। वहीं, कुछ लोगों का गर्भाशय बाद में झुका हुआ हो सकता है।
फाइब्रॉएड
फाइब्रॉएड एक प्रकार का गैर-कैंसरयुक्त ट्यूमर है, जो गर्भाशय के आस-पास विकसित होता है। फाइब्रॉएड की वजह से रेट्रोवर्टेड यूट्रस की समस्या हो सकती है। यानी फाइब्रॉएड होने पर गर्भाशय के आकार में बदलाव हो सकता है।
एंडोमेट्रियोसिस
एंडोमेट्रियोसिस में एंडोमेट्रियल ऊतकों में असामान्य रूप से वृद्धि होने लगती है। इस स्थिति में ऊतक, गर्भाशय से बाहर फैलने लगते हैं। एंडोमेट्रियोसिस वाली महिलाओं में रेट्रोवर्टेड यूट्रस देखने को मिल सकता है। यानी एंडोमेट्रियोसिस, गर्भाशय को पीछे की तरफ ले जा सकती है।
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डिलीवरी
बच्चे के जन्म के बाद भी रेट्रोवर्टेड यूट्रस यानी गर्भाशय झुक सकता है। दरअसल, डिलीवरी के बाद पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियां खिंच जाती हैं। इससे मांसपेशियां कमजोर होने लगती हैं, जिससे गर्भाशय पीछे की तरफ झुक सकता है।
मेनोपॉज
मेनोपॉज भी रेट्रोवर्टेड यूट्रस का कारण हो सकता है। मेनोपॉज के दौरान, शरीर में एस्ट्रोजन का स्तर कम हो जाता है। एस्ट्रोजन की कमी के कारण पेल्विक मांसपेशियां कमजोर होने लगती हैं। इसकी वजह से गर्भाशय पीछे की तरफ झुक सकता है।
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