Symptoms Of Weak Uterus In Hindi: मां बनना हर महिला का सपना होता है। लेकिन, कई बार हेल्थ इश्यूज के कारण महिलाएं कंसीव नहीं कर पाती हैं। ऐसा फर्टिलिटी की कमी की वजह से या फिर कमजोर गर्भाशय की वजह से हो सकता है। आमतौर पर कंसीव करने के लिए महिलाएं, फर्टिलिटी की ओर ज्यादा ध्यान देती हैं। जबकि, उन्हें गर्भाशय की कमजोरी से जुड़ी जरूरी जानकारी के बारे में भी उन्हें पता होना चाहिए। अगर गर्भाशय कमजोर हुआ, तो उसमें भ्रूण का ठहरना मुश्किल हो जाता है। इस तरह एक महिला का मां बनने का सपना अधूरा रह जाता है। यहां हम आपको गर्भाशय के कमजोर होने के लक्षणों के बारे में बता रहे हैं।
बच्चेदानी कमजोर होने के लक्षण- Symptoms Of Weak Uterus In Hindi
पेल्विक एरिया में दर्द- Pelvic Pain
वृंदावन और नई दिल्ली स्थित मदर्स लैप आईवीएफ सेंटर की चिकित्सा निदेशक, स्त्री रोग और आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. शोभा गुप्ता कहती हैं, "अगर किसी महिला का गर्भाशय यानी यूट्रस कमजोर है, तो उसे अक्सर पेल्विक एरिया में दर्द या अहसजता महसूस हो सकती है। ये दर्द निरंतर बना रहता है। कभी-कभी दर्द सामान्य रहता है, तो कभी-कभी तीव्र हो जाता है। यही नहीं, कई बार महिलाओं को रुक-रुक कर भी दर्द का अहसास हो सकता है।"
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असामान्य ब्लीडिंग- Abnormal Bleeding
डॉ. शोभा गुप्ता के अनुसार, "जिन महिलाओं का गर्भाशय कमजोर है, उन्हें अक्सर हैवी ब्लीडिंग या असामान्य ब्लीडिंग होती है। यही नहीं, हैवी ब्लीडिंग का साइकिल भी लंबा चलता है। अगर किसी महिला को अपने पीरियड्स को लेकर अक्सर परेशानी बनी रहती है, तो उन्हें इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए। इससे उनकी तबियत बिगड़ सकती है। उन्हें तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए।"
फर्टिलिटी चैलेंजेस- Fertility Challenges
डॉ. शोभा गुप्ता आगे बताती हैं, "अगर किसी महिला का गर्भाशय कमजोर है, तो उसके लिए कंसीव करना अपने आप में एक चुनौती होती है। कई बार, कमजोर गर्भाशय होने के बावजूद महिला कंसीव कर लेती है, लेकिन लंबे समय तक गर्भ ठहरता नहीं है। ऐसे में, बार-बार मिसकैरिज हो सकता है। इसका महिला की सेहत पर भी बुरा असर पड़ता है।"
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पीठ दर्द- Back Pain
डॉ. शोभा गुप्ता कहती हैं, "पीठ दर्द भी बच्चेदानी के कमजोर होने की निशानी हो सकता है। वैसे, तो मौजूदा समय में ज्यादातर लोगों को पीठ में दर्द रहता है। ऐसा खराब जीवनशैली के कारण होता है। महिलाएं वर्कआउट कम करती हैं और एक ही जगह घंटों बैठकर काम करने के कारण पीठ में दर्द बढ़ जाता है। लेकिन, यह किसी अन्य बीमारी का संकेत भी हो सकता है। जैसे, बच्चादानी कमजोर होने पर कुछ महिलाओं के पीठ के निचले हिस्से में दर्द हो सकता है।"
पेल्विक एरिया में दबाव बनता है- Pressure in the Pelvic Area
डॉ. शोभा गुप्ता के अनुसार, "बच्चेदानी कमजोर होने पर महिलाओं को पेल्विक एरिया में दबाव महसूस हो सकता है। साथ ही, पेल्विक एरिया में भारीपन भी कमजोर बच्चेदानी की निशानी है। जब महिलाएं शारीरिक रूप से कुछ करती हैं, तब उन्हें इस हिस्से में दर्द का अहसास होने लगता है।"
गर्भाशय के आकार में परिवर्तन- Changes in Uterine Shape
डॉ. शोभा गुप्ता कहती हैं, "बच्चेदानी कमजोर होने पर महिला के गर्भाशय के आकार में बदलाव हो जाता है। इसका पता इमेजिंग स्टडी, जैसे कि अल्ट्रासाउंड, के जरिए पता लगाया जाता है। इससे यह स्पष्ट होता है कि महिला का गर्भाशय कमजोर है या नहीं।"
यहां बताए गए सभी लक्षण किसी दूसरी बीमारी की ओर भी इशारा कर सकते हैं। इसलिए, किसी भी तरह के स्वास्थ्य लक्षण दिखाई दे, तो यह न मान बैठें कि बच्चेदानी कमजोर है। बेहतर होगा कि डॉक्टर से मिलें और जरूरी जांच करवाएं। अगर बच्चादानी वाकई कमजोर है, तो इस संबंध में डॉक्टर की दी गई सलाह को फॉलो करें और उचित ट्रीटमेंट करवाएं।
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