गर्भाशय, महिलाओं के शरीर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है लेकिन कई बार महिलाएं गर्भाशय में हो रही दिक्कतों को नजरअंदाज करने लगती हैं और जब तक वह समस्या लेकर डॉक्टर के पास पहुंचती हैं तब तक समस्या गंभीर हो चुकी होती है। महिलाओं को अपने गर्भाशय का खास ख्याल रखना चाहिए, जिसके लिए वह नियमित योग और एक्सरसाइज करें। कई बार महिलाओं के गर्भाशय यानी यूटरस में दर्द होता है, जिसे ज्यादातर महिलाएं पीरियड्स का दर्द समझती हैं लेकिन असल में यूटरस में दर्द (pain in uterus) के कई अन्य गंभीर कारण भी हो सकते हैं, जिन्हें समय से पहचानकर आप उचित इलाज करवा सकती हैं। इस लेख में हम क्लाउड 9 हॉस्पिटल नोएडा की फर्टिलिटी डिपार्टमेंट की एसोसिएट डायरेक्टर, प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर राखी से जानेंगे बच्चेदानी में दर्द होने का क्या कारण होता है?
बच्चेदानी में दर्द होने के कारण - What Causes Pain In Uterus In Hindi
1. मासिक धर्म - Menstruation
महिलाओं के यूटरस यानी गर्भाशय में दर्द का सामान्य कारण मासिक धर्म यानी पीरियड्स है। इस दौरान महिला के शरीर में कई हार्मोनल बदलाव होते हैं, जिसके कारण मूड स्विंग भी होता है, इसके साथ ही हैवी ब्लड फ्लो के कारण महिलाओं को कमजोरी का एहसास भी हो सकता है। इस दौरान महिलाओं को पोषक तत्वों से भरपूर भोजन करना चाहिए और हल्का गुनगुना पानी ही पीना चाहिए।
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2. गर्भाशय में सूजन - Swelling In Uterus
कई बार महिलाओं के गर्भशय में सूजन हो जाती है, जिसके कारण असहनीय दर्द उठता है। गर्भाशय में सूजन होने के कई कारण हो सकते हैं जैसे कि इंफेक्शन, फाइब्रॉइड्स, पीसीओएस या पीसीओडी की समस्या आदि। इसके अलावा गर्भाशय में छोटी-छोटी गांठें हो जाती हैं जो गर्भाशय की दीवारों पर बन सकती हैं और सूजन का कारण बन सकती हैं। गर्भाशय में गांठें होने पर महिला को दर्द की शिकायत रहती है।
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3. एंडोमेट्रियोसिस - Endometriosis
आजकल की बिगड़ी लाइफस्टाइल का बुरा असर महिलाओं की सेहत पर पड़ता है, जिसके कारण एंडोमेट्रियोसिस की समस्या काफी बढ़ चुकी है। एंडोमेट्रियोसिस (Endometriosis) में यूटरस के अंदर बनने वाली एंडोमेट्रियम लाइनिंग जो कि भ्रूण के इम्प्लांट होने में मदद करती हैं वह गर्भाशय से निकलकर अन्य अंगों जैसे कि ओवरी और फैलोपियन ट्यूब में पहुंचकर सिस्ट का रूप ले लेती हैं, जिसे चॉकलेट सिस्ट कहते हैं। जिन महिलाओं को एंडोमेट्रियोसिस (Endometriosis) होता है उन्हें अक्सर गर्भाशय में दर्द की समस्या रहती है।
गर्भाशय में होने वाले दर्द को नजरअंदाज न करें
- गर्भाशय से जुड़ी समस्याओं को नजरअंदाज करने से आप इनफर्टिलिटी का शिकार हो सकती हैं।
- गर्भाशय संबंधित समस्याओं को बढ़ने से पहले ही आप डॉक्टर के परामर्श के बाद उचित इलाज करवाएं।
- डॉक्टर द्वारा लिखी गई दवाएं आपके दर्द को कम कर सकती हैं।
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