Signs You Might Be Super Fertile In Hindi: आपको भले यह जानकर अजीब लगे कि क्या कोई महिला सुपर फर्टाइल भी होती है? इससे पहले कि हम यह जानें कि सुपर फर्टाइल होने का क्या मतलब होता है, यह जान लेना जरूरी है कि फर्टिलिटी क्या होती है? फर्टिलिट जिसे हम प्रजनन क्षमता के नाम से भी जानते हैं। असल में यह गर्भधारण यानी कंसीव करने की क्षमता को कहा जाता है। वहीं, इनफर्टाइल होना यानी 12 महीनां तक असुरक्षित सेक्स संबंध बनाने के बावजूद कंसीव न कर पाने को कहा जाता है। महिलाओं की फर्टिलिटी को उनके एग्स और गर्भाशय की हेल्थ से जोड़कर देखा जाता है। इसे आप ओव्यूलेशन और कंसीव करने की क्षमता को भी कहा जा सकता है। अब सवाल है कि कोई महिला सुपर फर्टाइल हो सकती है? अगर हां, तो इसकी पहचान कैसे कर सकते हैं? इस संबंध में हमने वृंदावन और नई दिल्ली स्थित मदर्स लैप आईवीएफ सेंटर की चिकित्सा निदेशक, स्त्री रोग और आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. शोभा गुप्ता से बात की।
रेगुलर पीरियड होना- Period On Time
अगर आपको रेगुलर पीरियड हो रहे हैं, तो ऐसे में कंसीव करना तो आसान हो ही जाता है। इसके साथ ही, रेगुलर पीरियड होने की वजह से महिलाओं को अपने ऑव्यूलेशन पीरिड के बारे में पता चल जाता है। ऐसे में महिलाओं को यह पता होता है कि उन्हें कंसीव करने से पार्टनर के साथ संबंध कब बनाना है। इस तरह देखा जाए, तो कंसीव करने की क्षमता भी बढ़ जाती है।
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मेडिकली फिट होना- Medically Fit
जब कोई महिला मेडिकली फिट होती है, हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाती है और डाइट में भी पौष्टिक चीजों को शामिल करती है, तो उसे भी फर्टाइल माना जाता है। विशेषज्ञों की मानें, तो कंसीव करने के लिए बहुत जरूरी है कि महिलाएं मेडिकली फिट हो। इसके लिए, महिलाओं का स्लीपिंग पैटर्न भी मायने रखता है। आपको बता दें कि अक्सर देर रात तक जगना भी फर्टिलिटी को प्रभावित कर सकता है।
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क्लियर डिसचार्ज- Clear Discharge
कहते हैं कि महिलाएं अपने पीरियड्स के मिड में सबसे ज्यादा फर्टाइल होती हैं। इसका अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि महिलाओं का डिसचार्ज क्लियर होता है और उसमें किसी तरह की गंध भी नहीं आती है। आमतौर पर डिस्चार्ज गंधहीम बलगम जैसा फ्लूइड होता है। क्लियर डिसचार्ज होने का मतलब है कि सर्विक्स स्पर्म को फ्लोट करने के लिए अच्छा माहौल प्रदान करता है। कंसीव करने के लिए यह पहला चरण माना जाता है। इसके अलावा, अगर महिलाओं में एस्ट्रोजन नाम का हार्मोन सही मात्रा में रिलीज हो रहा है, तो यह भी कंसीव करने में मददगार साबित हो सकता है।
पीरियड्स में दर्द न होना- No Pain During Period
आमतौर पर हर महिला को पीरियड्स होने के दौरान कोई न कोई शारीरिक समस्या हो जाती है, जैसे मूड स्विंग होना या पेट में अकड़न अथवा दर्द महसूस करना। वहीं, अगर महिला को पीरियड्स के दौरान दर्द न हो और ब्लीडिंग भी हैवी न हो, तो इसे भी कंसीव करने के लिए अच्छा माना जाता है।
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