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Khushkhabri with IVF: आईवीएफ में एंब्रियो ट्रांसफर के बाद बच्चेदानी में ऐंठन और दर्द के क्या कारण हो सकते हैं?

Khushkhabri with IVF: आईवीएफ प्रक्रिया में कई चरण शामिल होते हैं। हर चरण आईवीएफ की सफलता दर को बढ़ाने में मदद करता है। इस लेख में जानते हैं कि आईवीएफ प्रक्रिया में एम्ब्रियो ट्रांसफर करने के बाद गर्भाशय में दर्द या ऐंठन होने के क्या कारण हो सकते हैं?
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Khushkhabri with IVF: आईवीएफ में एंब्रियो ट्रांसफर के बाद बच्चेदानी में ऐंठन और दर्द के क्या कारण हो सकते हैं?


Khushkhabri with IVF: शादी के बाद हर दंपत्ति घर में बच्चों की किलकिलारियां सुनना चाहता है। लेकिन, कई बार आनुवांशिक कारण, प्रजनन स्वास्थ्य की समस्या या अन्य कारकों के चलते कपल्स को संतान प्राप्ति के लिए इंतजार करना पड़ता है। ऐसे में डॉक्टर कुछ टेस्ट के आधार पर मूल समस्या को समझने का प्रयास करते हैं। लेकिन, कई बार लगभग सभी तरह के इलाज के बाद भी कंसीव करने में समस्या सामने आती है। इस स्थिति में डॉक्टर महिला व पुरुष को आईवीएफ विकल्प को चुनने की सलाह देते हैं। देश में लाखों कपल्स आईवीएफ प्रक्रिया को अनपाकर सफलता पूर्वक कंसीव कर पाएं हैं। लेकिन, आईवीएफ प्रक्रिया बेहद ही संवेदनशील होती है। इसमें कई चरण शामिल होते हैं, जिसके प्रत्येक चरण की सफलता आईवीएफ प्रक्रिया को सफलता दर को बढ़ाने में मदद करते हैं। इस प्रक्रिया में एंब्रियों को गर्भाशय में ट्रांसफर (Embryo Transfer in IVF) करना एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया मानी जाती है। इस प्रक्रिया के बाद कई महिलाओं को गर्भाशय में ऐंठन और दर्द का अनुभव होता है। इसके समस्या के पीछे कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं। इन्हीं कारणों को आगे विस्तार से बताया गया है।

आईवीएफ एक बेहद महत्पवपूर्ण प्रक्रिया है। लेकिन, आज के समय में इस विषय पर संपूर्ण और सटिक जानकारी के अभाव में लोगों इसे अपनाने से कतराते हैं या हिचकिचाते हैं। लोगों की इसी परेशानी को समझते हुए ओनलीमाय हेल्थ की ओर से आईवीएफ से जुड़े सभी प्रश्नों को सरल और आसान भाषा में समझाने के लिए सीरीज "KhushKhabriWithIVF" को शुरू किया गया है। इसमें ओनलीमायहेल्थ की टीम आईवीएफ के विशेषज्ञों की मदद से इस प्रक्रिया के सभी चरणों को समझाने का प्रयास करती है। इस लेख में यशोदा आगे यशोदा फर्टिलिटी एंड आईवीएफ सेंटर कड़कड़डूमा की इन्फ़र्टिलिटी और आईवीएफ कंसलटेंट डॉ. स्नेहा मिश्रा से जानते हैं कि क्या एम्ब्रियो ट्रांसफर के बाद गर्भाशय में ऐंठन के क्या कारण हो सकते हैं?

आईवीएफ में एंब्रियो ट्रांसफर के बाद गर्भाशय में ऐंठन के कारण - Causes Of Uterine Cramping Post Transfer Embryo In IVF In Hindi

गर्भाशय की प्राकृतिक प्रतिक्रिया - Natural Process Of Uterus

IVF में एम्ब्रियो के गर्भाशय में ट्रांसफर के दौरान, गर्भाशय की अंदरुनी परत पर हल्का दबाव पड़ता है। यह एक सामान्य और प्राकृतिक प्रक्रिया है, जो मामूली ऐंठन का कारण बन सकती है।

हार्मोनल बदलाव - Hormonal Changes

आईवीएफ प्रक्रिया में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्ट्रोन जैसे हार्मोन के सप्लीमेंट्स व इंजेक्शन दिए जाते हैं। ये हार्मोन गर्भाशय को कंसीव करने के लिए तैयार करते हैं, लेकिन कभी-कभी इनका स्तर अधिक होने से गर्भाशयम ऐंठन या हल्का दर्द हो सकती है।

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गर्भाशय की संवेदनशीलता - Sensitive Uterus

कुछ महिलाओं का गर्भाशय अधिक संवेदनशील होता है। एम्ब्रियो ट्रांसफर के बाद हार्मोनल बदलाव गर्भाशय की मांसपेशियों में संकुचन पैदा कर सकते हैं, जिसकी वजह से गर्भाशय में ऐंठन और दर्द महसूस हो सकता है।

इमप्लांटेशन क्रैम्प्स - Implantation Cramps

जब एम्ब्रियो गर्भाशय की दीवार से जुड़ता है, तो यह एक सामान्य ऐंठन का कारण बन सकता है, जिसे इमप्लांटेशन क्रैम्प्स कहते हैं। कंसीव करते समय यह दर्द और ऐंठन अधिकतर महिलाओं को महसूस होती है।

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पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियों पर दबाव पड़ना - Pressure On Pelvic Floor Muscles

आईवीएफ प्रक्रिया के दौरान तनाव या एंग्जायटी पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियों को सख्त बना सकती है, जिससे ऐंठन हो सकती है। इसके अलावा, सूजन और इंफेक्शन भी गर्भाशय में दर्द की वजह बन सकती है।

आईवीएफ में एम्ब्रियो ट्रांसफर के बाद ऐंठन को रोकने के उपाय - Prevention Tips Of Uterine Cramping Post Transfer Embryo In IVF In Hindi

  • एम्ब्रियो ट्रांसफर के बाद कुछ दिनों तक भारी काम या व्यायाम से बचें। इस समय पर्याप्त आराम करना गर्भाशय को स्थिर रखने में मदद करता है।
  • तनाव और स्ट्रेस की वजह से गर्भाशय में ऐंठन बढ़ सकती है। ध्यान (मेडिटेशन) और गहरी सांस लेने वाली तकनीकों से स्ट्रेस को कम किया जा सकता है।
  • इस दौरान आप आसानी से पचने वाला भोजन करें। साथ ही, सभी पौष्टिक चीजों का सेवन करें।
  • इस प्रक्रिया में महिला को पर्याप्त पानी पीना चाहिए।
  • अगर दर्द अधिक हो, तो डॉक्टर से संपर्क करें। वे ऐंठन को कम करने के लिए सेफ पेन रिलीवर की सलाह दे सकते हैं।

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KhushKhabri With IVF: एम्ब्रियो ट्रांसफर के बाद गर्भाशय में ऐंठन सामान्य हो सकती है, लेकिन इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। सही जानकारी और रोकथाम के उपाय अपनाकर इसे नियंत्रित किया जा सकता है। अगर समस्या गंभीर लगे, तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें। आईवीएफ उपचार में सफलता के लिए निगेटिव विचारों से दूर रहें। KhushKhabriWithIVF की सीरीज की यह जानकारी आप आपने दोस्तों और साथियों के शेयर करें।

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