
स्वस्थ और बीमारियों से दूर रहना आज के समय में हर व्यक्ति की प्राथमिकता बन चुकी है। ऐसे में किसी भी व्यक्ति के स्वस्थ रहने के लिए जरूरी है कि उनके शरीर में मौजूद हार्मोन्स संतुलित रहे। हमारे शरीर में मौजूद थायराइड-उत्तेजक हार्मोन (TSH) भी एक ऐसा हार्मोन है, जो पिट्यूटरी ग्लैंड द्वारा बनता है। TSH का मुख्य काम शरीर में थायराइड ग्लैंड को कंट्रोल करना है। ये हार्मोन शरीर के मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करता है, एनर्जी को बढ़ाता है और अन्य कई कामों में अहम भूमिका निभाता है। लेकिन, क्या कभी आपने सोचा है कि शरीर में TSH लेवल बढ़ जाए तो क्या होगा। आइए पुणे के पिंपरी में डीपीयू सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के हैड ऑफ एंडोक्रिनोलॉजी डॉ. अनिल मेनन (Dr Anil Menon, Head of Endocrinology at DPU Super Specialty Hospital, Pimpri, Pune) से जानते हैं कि शरीर में अचनाक TSH बढ़ने के क्या कारण हैं?
शरीर में TSH लेवल अचानक क्यों बढ़ता है?
डॉ. अनिल मेनन का कहना है कि, अक्सर लोगों को लगता है कि हमारे शरीर में TSH लेवल अचानक और बिना किसी संकेत के बढ़ सकता है, लेकिन यह सच नहीं है। आमतौर पर TSH लेवल धीरे-धीरे बढ़ता है और यह शरीर के अंदर हो रहे बदलावों का संकेत होता है। दरअसल, जब हमारे गले में मौजूद तितली के आकार की थायराइड कम एक्टिव होती है या पर्याप्त मात्रा में T3 और T4 हार्मोन नहीं बना पाती है तो दिमाग में स्थित पिट्यूटरी ग्लैंड इसे पहचान लेती है और TSH के स्तर को बढ़ा देती है ताकि थायराइड ग्लैंड को ज्यादा एक्टिव किया जा सके।
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TSH और हाइपोथायरायडिज्म में कनेक्शन
TSH लेवल में बढ़ोतरी का सबसे आम कारण हाइपोथायरायडिज्म है। यह एक ऐसी स्थिति है, जिसमें थायराइड ग्लैंड पर्याप्त मात्रा में हार्मोन नहीं बना पाती है। जैसे-जैसे थायराइड की क्षमता कम हो जाती है, वैसे-वैसे शरीर में थायराइड हार्मोन की कमी होने लगती है। शरीर में थायराइड हार्मोन की कमी को पूरा करने के लिए पिट्यूटरी ग्लैंड धीरे-धीरे TSH लेवल को बढ़ा देती है, ताकि थायराइड ग्लैंड ज्यादा हार्मोन रिलीज कर सके। शरीर में TSH लेवल की बढ़ोतरी धीरे-धीरे होती है। इसलिए, नियमित रूप से थायराइड टेस्ट की मदद से इसके बारे में समय रहते जाना जा सकता है, जो इसके इलाज में फायदेमंद हो सकता है।
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TSH लेवल बढ़ने के अन्य कारण
ज्यादातर मामलों में TSH का बढ़ना हाइपोथायरायडिज्म के कारण होता है, लेकिन इसके कुछ अन्य कारण भी हो सकते हैं, जिसमें-
- ऑटोइम्यून डिजीज जैसे हाशिमोटो थायरॉयडिटिस के कारण शरीर का इम्यून सिस्टम थायराइड ग्लैंड पर हमला करती है।
- थायराइड सर्जरी या रेडियो आयोडीन ट्रीटमेंट के कारण भी TSH लेवल बढ़ सकता है, क्योंकि थायराइड ग्लैंड को निकालने या खत्म करने के बाद हार्मोन की कमी हो जाती है।
- कुछ दवाओं जैसे लिथियम, ऐमियोडैरोन या इंटरफेरॉन आदि का सेवन भी शरीर में TSH लेवल को प्रभावित कर सकता है।
- शरीर में आयोडीन की कमी या ज्यादा होने के कारण भी थायराइड हार्मोन प्रभावित हो सकता है, जो TSH लेवल को बढ़ा सकता है।
- पिट्यूटरी ग्लैंड का ट्यूमर या डिसफंक्शन जैसे मामलों में भी शरीर में TSH लेवल बढ़ सकता है।
निष्कर्ष
शरीर में TSH लेवल अचानक नहीं बढ़ता, बल्कि यह आपके शरीर में धीरे-धीरे होने वाली प्रक्रिया है, जो थायराइड ग्लैंड की कार्यक्षमता में कमी का संकेत होता है। शरीर में TSH लेवल बढ़ने का सबसे बड़ा कारण हाइपोथायरायडिज्म है, लेकिन इसके पीछे अन्य कई कारण भी हो सकते हैं। लेकिन, नियमित रूप से थायराइड के स्तर की जांच करवाने से आप TSH लेवल को ज्यादा बढ़ने से रोक सकते हैं और स्वस्थ रह सकते हैं।
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Sep 16, 2025 17:12 IST
Published By : कात्यायनी तिवारी