Best Diet For Type 1 Diabetes: निश्चित रूप से यह बहुत हैरानी की बात है कि हाल के सालों में बच्चों में भी टाइप 1 डायबिटीज के मामले देखे गए हैं। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद का यंग डायबिटीज रजिस्ट्री The Indian Council of Medical Research (ICMR)'s Young Diabetes Registry (YDR) की मानें, तो उन्होंने डायबिटीज रिकॉर्ड के लिए देश के अलग-अलग शहरों में सर्वेक्षण किया गया, जिसमें कई बच्चों में डायबिटीज की जांच की गई। इस सर्वेक्षण से चला कि पार्टिसिपेट किए गए बच्चों में करीब 65 फीसदी ऐसे थे, जिन्हें टाइप 1 डायबिटीज था। यह आंकड़ा न सिर्फ चौंकाने वाला है, बल्कि डराने वाला भी है। ऐसे में बहुत जरूरी है कि पैरेंट्स अपने बच्चों का पहले से ही ध्यान रखें। वहीं, अगर किसी बच्चे को टाइप 1 डायबिटीज हो गया है, तो उन्हें भी डाइट का ध्यान रखना चाहिए, ताकि उनके ब्लड शुगर के स्तर को संतुलित किया जा सके। इस बारे में हमने नोएडा सेक्टर 71 स्थित कैलाश अस्पताल में Consultant - Paediatrics डॉ. अनुराधा मित्तल और Divya Gandhi's Diet & Nutrition Clinic की डायटिशियन और न्यूट्रिशनिस्ट दिव्या गांधी से बात की। (Type 1 Diabetes Diet For Kids)
टाइप 1 डायबिटीज से पीड़ित बच्चों की डाइट में क्या शामिल करें- What Should A Child With Type 1 Diabetes Eat
दें सब्जियां
डायटिशियन और न्यूट्रिशनिस्ट दिव्या गांधी की मानें, टाइप 1 डायबिटीज से पीड़ित बच्चों को डाइट में तरह-तरह की सब्जियां शामिल करें, जैसे ब्रोकली, हरी पत्तेदार सब्जियां आदि। वहीं, इन बच्चों के लिए फल भी अच्छे विकल्प होते हैं। सब्जियों और फलों में काफी मात्रा में फाइबर होता है। फाइबर का सेवन करने से लंबे समय तक पेट भरे होने का अहसास होता है और ब्लड शुगर का स्तर भी संतुलित बना रहता है।
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साबुत अनाज
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ (NIH) में प्रकाशित एक रिपोर्ट की मानें, तो जब आ नाश्ता या ब्रंच में साबुत अनाज खाते हैं, तो यह स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद होता है। इसकी वजह से टाइप 2 डायबिटीज का रिस्क भी कम होता है। इस तरह, देखा जाए तो जिन बच्चों को टाइप 1 डायबिटीज उनके स्वास्थ्य के लिए भी इसे लाभकारी माना जाता है। असल में, साबुत अनाज भी फाइबर का अच्छा स्रोत हैं, जो कि शुगर को एब्जॉर्ब करने में मदद करता है। यह ब्लड ग्लूकोज के स्तर को भी सामान्य बनाए रखने में मदद करता है।
प्रोटीन
अमेरिकन डायबिटी एसोसिएशन के अनुसार जिन्हें टाइप 1 डायबिटीज होता है, उनके लिए प्रोटीन लेना फायदेमंद माना जाता है। क्योंकि प्रोटीन इनटेक बढ़ाने से एनर्जी का स्तर बेहतर होता है, जबकि ग्लूकोज का स्तर स्पाइक नहीं करता है। बच्चों की बात करें, तो पैरेंट्स के चाहिए कि प्रोटीन को उनकी डाइट में शामिल करने से पहले एक्सपर्ट की सलाह लेना न भूलें। यह बात बहुत मायने रखती है कि बच्चे को कितनी मात्रा में एक दिन के लिए प्रोटीन दिया जाना चाहिए।
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डेयरी प्रोडक्ट
टाइप 1 डायबिटीज से पीड़ित बच्चों को दूध और दूध से बने प्रोडक्ट्स का सेवन करने के लिए भी दें। वैसे भी बच्चों की ग्रोथ के लिए दूध बहुत फायदेमंद होता है। विशेषज्ञों की मानें, तो दूध में लैक्टॉस और फैट कंटेंट होता है। लेकिन, इसमें प्रोटीन, कैल्शियम और विटामिन-डी जैसे कई जरूरी पोषक तत्व होते हैं, जो बच्चों के लिए विकास के लिए फायदेमंद माने जाते हैं। टाइप 1 डायबिटीज से पीड़ित बच्चों में हड्डियों को मजबूती के लिए दूध और दूध युक्त प्रोडक्ट का सीमित मात्रा में सेवन जरूर करना चाहिए।
निष्कर्ष
अगर बच्चे को टाइप 1 डायबिटीज है, तो बहुत जरूरी है कि पैरेंट्स अपने बच्चों की डाइट में विशेष नजर रखें। अगर बच्चा हेल्दी चीजें नहीं खाता है, तो इससे ब्लड शुगर का स्तर स्पाइक कर सकता है, जो कि भविष्य में कई गंभीर बीमारी का कारण बनता है। ऐसा आपके बच्चों के साथ न हो, इसके लिए आप डायटिशियन की मदद से डाइट चार्ट बनवा सकते हैं।
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